कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Bengal Chief Minister Mamata Banerjee ) ने बुधवार को 'देश की अर्थव्यवस्था को बर्बाद' (making a mess of the country's economy) करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की निंदा की और कहा कि उन्हें 'मन की बात' (Mann ki baat) के बजाय 'पेट्रोल और टीके की बात' करनी चाहिए.
केंद्रीय मंत्रिपरिषद में प्रस्तावित फेरबदल और विस्तार का संदर्भ देते हुए यहां आयोजित संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा कि मंत्रिपरिषद से बाबुल सुप्रियो (Babul Supriyo ) को हटाना दिखाता है कि वे (भाजपा सरकार) वर्ष 2024 में अंत आने से पहले ही हार चुके हैं.
बनर्जी ने रेखांकित किया कि उनके द्वारा प्रधानमंत्री को लिखे पत्रों में से एक का भी जवाब नहीं आया. उन्होंने कहा कि राज्यपाल जगदीप धनखड़ को हटाने की अपील के बावजूद कुछ नहीं हुआ.
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरी अर्थव्यवस्था डवांडोल है. ईंधन की कीमतें रोजाना बढ़ रही हैं और केंद्र सरकार खामोश बैठी है. हमारे प्रधानमंत्री मन की बात को लेकर व्यस्त हैं. उन्हें इसके बजाय पेट्रोल की बात, डीजल की बात और टीके की बात करनी चाहिए.
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उत्तरी बंगाल को अलग कर केंद्र शासित प्रदेश बनाने की मांग के करीब एक सप्ताह बाद भाजपा सांसद जॉन बराला के केंद्रीय मंत्रिपरिषद में शामिल करने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर बनर्जी ने कहा कि यह भगवा पार्टी की ‘विभाजनकारी मानसिकता’ को प्रतिबिंबित करेगी.
उन्होंने कहा कि मैं मंत्रालयों में फेरबदल पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगी. क्या फेरबदल से लोगों की समस्याएं समाप्त हो जाएगी?
(पीटीआई भाषा)