देहरादून (उत्तराखंड): उत्तरकाशी के यमुनोत्री हाईवे पर सिलक्यारा के बाद टनल हादसे के बाद लगातार रेस्क्यू का काम चल रहा है. खास बात ये है कि खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरे घटनाक्रम की अपडेट ले रहे हैं. अब पीएम मोदी ने सीएम धामी को दूसरी बार फोन कर टनल में फंसे मजदूरों की जानकारी ली है. साथ ही कहा कि जब तक एक-एक मजदूर बाहर नहीं निकल जाता है, तब तक रात हो या दिन अपडेट कराते रहें. उधर, हादसे की जांच के लिए उत्तराखंड सरकार ने कमेटी का गठन किया है.
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Uttarakhand | Prime Minister Narendra Modi took information from Chief Minister Pushkar Singh Dhami over phone about the workers trapped in the tunnel near Silkyara, Uttarkashi. Giving detailed information about the relief and rescue operations, the Chief Minister said that… pic.twitter.com/OZsn59dLNf
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) November 13, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन के माध्यम से उत्तरकाशी के सिलक्यारा के पास टनल में फंसे मजदूरों के बारे में जानकारी ली है. जिस पर सीएम धामी ने राहत और बचाव कार्यों की विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि विभिन्न राज्य और केंद्रीय एजेंसियां लगातार समन्वय व तत्परता के साथ राहत एवं बचाव कार्य में जुटी है.
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Uttarakhand govt constitutes a six-member expert committee to investigate the Uttarkashi tunnel accident. pic.twitter.com/kVGmPI1hh6
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) November 14, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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सीएम धामी ने पीएम मोदी को अवगत कराया कि उन्होंने खुद मौके पर जाकर स्थलीय निरीक्षण किया और बचाव कार्यों की जानकारी ली. बचाव कार्य के लिए बड़े व्यास के ह्यूम पाइप हरिद्वार और देहरादून से भेजने की व्यवस्था कर दी गई है. उन्होंने कहा कि सुरंग के अंदर फंसे सभी मजदूर सुरक्षित हैं. उन्हें जल्द से जल्द बाहर निकालने की पूरी कोशिश की जा रही है.
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बता दें कि अब तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो बार मुख्यमंत्री पुष्कर धामी से स्थिति की जानकारी ले चुके हैं. इसके अलावा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव भी सीएम धामी से बात कर चुके हैं. उधर, केंद्रीय एजेंसियां और एक्सपर्ट मौके पर डटे हुए हैं. वहीं, उत्तराखंड सरकार ने हादसे की जांच के लिए कमेटी का गठन किया है. वहीं, केंद्र की ओर से 14 नवंबर को 12 सदस्यीय विशेषज्ञों का दल घटनास्थल पहुंचेगा. जिसमें सीपीडब्ल्यूडी, एनएच समेत कई विभागों को एक्सपर्ट मौजूद रहेंगे.
क्या था हादसा? ऑल वेदर रोड परियोजना के तहत यमुनोत्री हाईवे पर सिलक्यारा और पोलगांव (बड़कोट) के बीच करीब 4,531 मीटर लंबी टनल बनाई जा रही है. अभी तक सिलक्यारा की तरफ से 2,340 मीटर और बड़कोट की तरफ से 1,750 मीटर टनल बनाई जा चुकी है, लेकिन सिलक्यारा की तरफ से करीब 270 मीटर अंदर 12 नवंबर को सुबह 5:30 बजे करीब 30 मीटर क्षेत्र में मलबा गिर गया और टनल ब्लॉक हो गया. जिसके चलते टनल में काम रहे 40 लोग फंस गए.