नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (pm narendra modi) अक्सर संसद सत्र के दौरान सांसदों से मुलाकात करते हैं और कई सामाजिक मुद्दों पर भी उनसे राय मशविरा लेते हैं. इसी क्रम में उन्होंने आज उत्तर प्रदेश के लगभग 36 सांसदों से नाश्ते पर मुलाकात की. प्रधानमंत्री का नाश्ते पर बीजेपी सांसदों से मुलाकात का यह चौथा चरण था.
इससे पहले प्रधानमंत्री ने उत्तर पूर्वी राज्यों के भाजपा सांसदों के साथ नाश्ता किया था. उसके बाद मध्य प्रदेश के सांसदों से मुलाकात की थी. इसी क्रम में पीएम ने दक्षिण भारत के सांसदों के साथ नाश्ते पर मुलाकात की थी और शुक्रवार को प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश के 36 सांसदों के साथ नाश्ते पर चर्चा की. यह सभी लोकसभा के सांसद थे .
हालांकि उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के 62 लोकसभा सांसद हैं, लेकिन कोविड-19 के प्रोटोकॉल की वजह से सभी सांसदों को नहीं बुलाया गया था. लेकिन यदि सबसे प्रमुख तौर पर अगर कहा जाए तो उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी के सांसद अजय मिश्रा टेनी जो गृह राज्य मंत्री भी हैं और जिनके,इस्तीफे की मांग पर विपक्ष लगातार संसद में हंगामा भी कर रहा है उन्हें पीएम के नाश्ता टेबल पर आमंत्रित नहीं किया गया था.
जाहिर तौर पर सरकार विपक्ष के ऐसे किसी भी आरोप से बचना चाहती थी जिसमें एक तरफ विपक्ष इनके इस्तीफे की मांग कर रहा है, वहीं दूसरी तरफ प्रधानमंत्री उनके साथ नाश्ते के टेबल पर नाश्ता करते हुए तस्वीर चर्चित हो रही हो. सूत्रों की मानें तो उन्हें खास तौर पर आमंत्रित नहीं करने की हिदायत दी गई थी. इससे साफ जाहिर है कि पार्टी और सरकार दोनों ही गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के व्यवहार से नाखुश तो है मगर विपक्ष के दबाव में उनका इस्तीफा फिलहाल नहीं लिया जा रहा.
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इस संबंध में नाम नहीं बताने की शर्त पर भाजपा के एक सांसद ने कहा की यह बैठक किसी राजनीतिक मुद्दे पर चर्चा करने के लिए नहीं बुलाई गई थी. उन्होंने कहा कि इस बैठक में आजादी के अमृत महोत्सव जैसे विषय पर भी प्रधानमंत्री ने चर्चा की. साथ ही सांसदों से उनकी हॉबी के बारे में भी पूछा. यही नहीं प्रधानमंत्री ने सांसदों से अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्र में खेलकूद प्रतियोगिताओं को ज्यादा से ज्यादा तरजीह देने की बात कहीं और साथ ही उनके अपने निर्वाचन क्षेत्र में खेल से संबंधित गतिविधियों के बारे में, उन्होंने कितने काम करवाए हैं इससे संबंधित भी लेखा-जोखा लिया.
प्रधानमंत्री ने सांसदों से कहा कि वह अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्र में बुजुर्ग लोगों के साथ लगातार संपर्क में रहें और जिनके परिवार जन उनके साथ नहीं है उन्हें किसी भी तरह की जरूरत और सुविधाओं को उन तक पहुंचाएं. इस मौके पर प्रधानमंत्री ने सांसदों से काशी में हुए कार्यक्रम से संबंधित फीडबैक भी लिया और काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के विकास कार्यों पर भी चर्चा की.