अलीगढ़ (उत्तर प्रदेश) : अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) का नाम बदलकर राजा महेंद्र प्रताप के नाम पर रखने की भाजपा की पुरानी मांग के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज इस स्वतंत्रता सेनानी के नाम पर एएमयू के बगल में बनने वाले एक नए विश्वविद्यालय की आधारशिला रखेंगे.
प्रधानमंत्री कार्यालय के मुताबिक, मोदी मंगलवार को अलीगढ़ आकर राजा महेंद्र प्रताप के नाम पर स्थापित होने वाले विश्वविद्यालय की नींव रखेंगे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को अलीगढ़ जाकर जिले के लोढ़ा इलाके में आयोजित होने वाले प्रधानमंत्री के कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा लिया था.
वर्ष 2014 में भाजपा के कुछ स्थानीय नेताओं ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय का नाम बदलकर राजा महेंद्र प्रताप के नाम पर रखने की मांग की थी. उनकी दलील थी कि राजा ने एएमयू की स्थापना के लिए जमीन दान की थी.
यह मामला तब उठा था जब एएमयू के अधीन सिटी स्कूल की 1.2 हेक्टेयर जमीन की पट्टा अवधि समाप्त हो रही थी और राजा महेंद्र प्रताप सिंह के कानूनी वारिस इस पट्टे की अवधि का नवीनीकरण नहीं करना चाहते थे.
एएमयू के एक प्रवक्ता ने बताया कि हालांकि पिछले साल यह मुद्दा काफी हद तक सुलझ गया था, जब एएमयू के अधिकारियों ने सिटी स्कूल का नाम बदल कर राजा महेंद्र के नाम पर करने का प्रस्ताव दिया था, लेकिन इस मामले में कुछ तकनीकी रुकावटों को दूर करने का काम अभी जारी है.
मंगलवार को राजा महेंद्र प्रताप विश्वविद्यालय का शिलान्यास करने जा रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अलीगढ़ में उत्तर प्रदेश डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर तथा राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय के मॉडल का भी अवलोकन करेंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलीगढ़ दौरे को लेकर नोएडा पुलिस अलर्ट पर है. इस दौरान ज्वाइंट सीपी के नेतृत्व में दिल्ली से सटे सभी बॉर्डर जिसमें चिल्ला, न्यू अशोक नगर, झुंडपुरा, हरि दर्शन, एनआईबी, ओखला सहित तमाम जगहों पर बैरियर लगाकर वाहनों और व्यक्तियों को चेक किया गया. यह चेकिंग अभियान आगे भी पुलिस द्वारा लगातार जारी रखा जाएगा.
प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर गौतम बुद्ध नगर के पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह के निर्देशानुसार अपर पुलिस आयुक्त कानून/व्यवस्था लव कुमार के नेतृत्व में डीसीपी नोएडा, एडीसीपी नोएडा, सभी एसीपी नोएडा जोन और थाना प्रभारियों द्वारा पुलिस बल के साथ नोएडा-दिल्ली बॉर्डर, सभी मैट्रो स्टेशन, भीड़भाड़ वाले स्थानों और संदिग्ध वाहनों की सघन तलाशी ली गई.
वहीं अपर पुलिस आयुक्त कानून-व्यवस्था द्वारा चेकिंग के दौरान चेक पोस्ट, बेरियर आदि पर मौजूद पुलिस बल को सतर्कता के साथ चेकिंग करने के सम्बन्ध में दिशा-निर्देश दिए गए. साथ ही कानून-व्यवस्था को अधिक सुदृढ़ बनाये रखने के दृष्टिगत निर्देशित भी किया गया. वहीं इस विषय पर जानकारी देते हुए डीसीपी नोएडा जोन राजेश एस ने बताया कि पुलिस आम नागरिकों से लगातार यह अपील कर रही है कि किसी भी प्रकार की कोई संदिग्ध वस्तु या व्यक्ति दिखने पर तुरंत स्थानीय पुलिस को सूचित करे. आगे भी किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना रोकने के लिए इस प्रकार के चेकिंग अभियान चलाए जाते रहेंगे.
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में कहा था कि राजा महेंद्र प्रताप सिंह के नाम पर विश्वविद्यालय की स्थापना इस क्षेत्र में एक राज्य विश्वविद्यालय स्थापित किए जाने की पुरानी मांग को पूरा करने के लिए की जा रही है और अलीगढ़ मंडल के सभी कॉलेज इस विश्वविद्यालय से संबद्ध होंगे.
92 एकड़ से ज्यादा क्षेत्र में बनाया जाएगा विश्वविद्यालय
यह विश्वविद्यालय अलीगढ़ की कोल तहसील के लोढ़ा तथा मूसेपुर करीम जरौली गांव की 92 एकड़ से ज्यादा क्षेत्र में बनाया जाएगा. अलीगढ़ मंडल के 395 महाविद्यालयों को इससे संबंद्ध किया जाएगा.
जानिए राजा महेंद्र प्रताप सिंह के बारे में
राजा महेंद्र प्रताप सिंह अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्र थे और वह एक दिसंबर 1915 को काबुल में स्थापित भारत की पहली प्रोविजनल सरकार के राष्ट्रपति भी थे. मुरसान राज परिवार से संबंध रखने वाले राजा ने दिसंबर 1914 में सपरिवार अलीगढ़ छोड़ दिया था और करीब 33 वर्षों तक जर्मनी में निर्वासन में रहे. वह आजादी के बाद 1947 में भारत लौटे और 1957 में मथुरा लोकसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर जनसंघ के प्रत्याशी अटल बिहारी बाजपेयी को हराकर सांसद बने.
प्रख्यात इतिहासकार प्रोफेसर शान मोहम्मद ने बताया कि जाट बिरादरी के राजा महेंद्र प्रताप सिंह भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की प्रमुख हस्तियों में से थे और एक धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक भारत के प्रति उनकी संकल्पबद्धता ने उनका कद काफी बढ़ा दिया था. धर्मनिरपेक्षता के प्रति उनके संकल्प की तुलना महात्मा गांधी और जवाहरलाल नेहरू से की जाती है.
(पीटीआई-भाषा)