नई दिल्ली : टेलीफोनिक बातचीत में पीएम नरेंद्र मोदी और ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने कोविड की स्थिति पर विशेष रुप से चर्चा की है. दोनों नेताओं ने क्षेत्रीय मुद्दों पर भी चर्चा की और नियम आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था के साथ ही इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के लिए एक साथ काम करने के महत्व को दोहराया.
विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों नेताओं ने विश्व स्तर पर कोविड के टीकों और दवाओं के लिए सस्ती और समान पहुंच सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर सहमति व्यक्त की है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि प्रधानमंत्री ने इस संदर्भ में ट्रिप्स के तहत एक अस्थायी छूट के लिए भारत व दक्षिण अफ्रीका में डब्ल्यूटीओ की गई पहल के लिए ऑस्ट्रेलिया का समर्थन मांगा है.
मोदी ने कोविड-19 की दूसरी लहर के खिलाफ भारत की लड़ाई के लिए सरकार और ऑस्ट्रेलिया के लोगों द्वारा विस्तारित त्वरित और उदार समर्थन के लिए अपनी प्रशंसा व्यक्त की. यह ध्यान देने योग्य है कि भारत ने 5 मई को ऑस्ट्रेलिया से कोविड-19 चिकित्सा सहायता प्राप्त की थी. जिसमें 1056 वेंटिलेटर और 43 ऑक्सीजन सांद्रता के साथ एक उड़ान दिल्ली पहुंची.
विदेश मंत्रालय ने इसके लिए ऑस्ट्रेलिया का आभार व्यक्त किया. प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट किया कि हमारी व्यापक रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करना है. हमारे दोस्त ऑस्ट्रेलिया की ओर से 1056 वेंटिलेटर और 43 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स का उपहार मिला जिसकी हम सराहना करते हैं.
मंत्रालय ने जारी बयान में कहा कि नेताओं ने 4 जून 2020 को आयोजित वर्चुअल समिट के बाद से भारत-ऑस्ट्रेलिया व्यापक रणनीतिक साझेदारी में हुई प्रगति पर ध्यान केंद्रित किया है. साथ ही लोगों से लोगों के बीच के संबंधों को और मजबूत बनाने के तरीकों पर चर्चा की गई.