ETV Bharat / bharat

पीएम मोदी ने टैगोर, गोखले और महाराणा प्रताप की जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की

वर्ष 1861 में पश्चिम बंगाल में जन्में टैगोर को याद करते हुए मोदी ने ट्वीट किया, मैं गुरुदेव टैगोर की जयंती पर उन्हें नमन करता हूं. अपने विचारों और कार्यों से वह लाखों लोगों को आज भी प्रेरित करते हैं. उन्होंने हमें अपने देश, अपनी संस्कृति और अपने मूल्यों पर गर्व करना सिखाया.

पीएम मोदी ने दी श्रद्धांजलि
पीएम मोदी ने दी श्रद्धांजलि
author img

By

Published : May 9, 2022, 9:45 AM IST

Updated : May 9, 2022, 10:56 AM IST

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोबेल पुरस्कार से सम्मानित विश्व कवि रवींद्र नाथ टैगोर की जयंती पर सोमवार को उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि वह आज भी अपने विचारों व कार्यों से लाखों लोगों को प्रेरित करते हैं. प्रधानमंत्री ने स्वतंत्रता सेनानी गोपाल कृष्ण गोखले और महान योद्धा महाराणा प्रताप को भी श्रद्धांजलि दी. गोखले और महाराणा प्रताप का भी आज ही के दिन जन्म हुआ था.

  • I bow to Gurudev Tagore on his Jayanti. In thought and action, he continues to inspire millions of people. He taught us to be proud of our nation, culture and ethos. He emphasised on education, learning and social empowerment. We are committed to fulfilling his vision for India. pic.twitter.com/O4iuz10iP4

    — Narendra Modi (@narendramodi) May 9, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

वर्ष 1861 में पश्चिम बंगाल में जन्में टैगोर को याद करते हुए मोदी ने ट्वीट किया, मैं गुरुदेव टैगोर की जयंती पर उन्हें नमन करता हूं. अपने विचारों और कार्यों से वह लाखों लोगों को आज भी प्रेरित करते हैं. उन्होंने हमें अपने देश, अपनी संस्कृति और अपने मूल्यों पर गर्व करना सिखाया. उन्होंने शिक्षा, अध्ययन और सामाजिक सशक्तीकरण पर जोर दिया. हमलोग उनके सपनों का भारत बनाने को प्रतिबद्ध हैं. टैगोर नाटककार, दार्शनिक और कवि थे. उन्हें 1913 में साहित्य के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.

गोखले को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, भारतीय स्वाधीनता संग्राम में उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता. लोकतांत्रिक सिद्धांतों और सामाजिक सशक्तीकरण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता हमें प्रेरणा देती रहती है.

महाराणा प्रताप को नमन करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, वीरता और पराक्रम के पर्याय महाराणा प्रताप को उनकी जयंती पर सादर नमन. उनके साहस और संघर्ष की गाथा देशवासियों को सदा प्रेरित करती रहेगी.

पीटीआई-भाषा

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोबेल पुरस्कार से सम्मानित विश्व कवि रवींद्र नाथ टैगोर की जयंती पर सोमवार को उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि वह आज भी अपने विचारों व कार्यों से लाखों लोगों को प्रेरित करते हैं. प्रधानमंत्री ने स्वतंत्रता सेनानी गोपाल कृष्ण गोखले और महान योद्धा महाराणा प्रताप को भी श्रद्धांजलि दी. गोखले और महाराणा प्रताप का भी आज ही के दिन जन्म हुआ था.

  • I bow to Gurudev Tagore on his Jayanti. In thought and action, he continues to inspire millions of people. He taught us to be proud of our nation, culture and ethos. He emphasised on education, learning and social empowerment. We are committed to fulfilling his vision for India. pic.twitter.com/O4iuz10iP4

    — Narendra Modi (@narendramodi) May 9, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

वर्ष 1861 में पश्चिम बंगाल में जन्में टैगोर को याद करते हुए मोदी ने ट्वीट किया, मैं गुरुदेव टैगोर की जयंती पर उन्हें नमन करता हूं. अपने विचारों और कार्यों से वह लाखों लोगों को आज भी प्रेरित करते हैं. उन्होंने हमें अपने देश, अपनी संस्कृति और अपने मूल्यों पर गर्व करना सिखाया. उन्होंने शिक्षा, अध्ययन और सामाजिक सशक्तीकरण पर जोर दिया. हमलोग उनके सपनों का भारत बनाने को प्रतिबद्ध हैं. टैगोर नाटककार, दार्शनिक और कवि थे. उन्हें 1913 में साहित्य के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.

गोखले को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, भारतीय स्वाधीनता संग्राम में उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता. लोकतांत्रिक सिद्धांतों और सामाजिक सशक्तीकरण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता हमें प्रेरणा देती रहती है.

महाराणा प्रताप को नमन करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, वीरता और पराक्रम के पर्याय महाराणा प्रताप को उनकी जयंती पर सादर नमन. उनके साहस और संघर्ष की गाथा देशवासियों को सदा प्रेरित करती रहेगी.

पीटीआई-भाषा

Last Updated : May 9, 2022, 10:56 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.