गुवाहाटी : प्रधानमंत्री असम के ढेकियाजुली दौरे पर हैं. पिछले 15 दिनों में पीएम का यह दूसरा दौरा है. पीएम मोदी ने दो अस्पतालों की आधारशिला रखने के अलावा कई अन्य परियोजनाओं की भी सौगात दी है. इस संबंध में प्रधानमंत्री कार्यालय ( पीएमओ) के एक बयान के मुताबिक ये परियोजनाएं पूर्वी भारत के विकास की प्रगति में प्रधानमंत्री मोदी के पूर्वोदय दृष्टिकोण के अनुरूप हैं. बता दें कि इस साल मार्च-अप्रैल में पश्चिम बंगाल और असम विधानसभा चुनाव भी होने हैं.
असम की जनता को प्रणाम
परियोजनाओं के लोकार्पण के बाद पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि वे यहां सभी लोगों के दर्शन करने आए हैं. उन्होंने कहा कि शनिवार को सोशल मीडिया पर देखने के बाद मैंने ट्वीट भी किया. उन्होंने कहा कि जिस तरीके से ढेकियाजुली (असम) की जनता ने दीप प्रज्जवलित कर सुंदरता से सजाया है, इस अपनेपन के लिए वे असम की जनता को प्रणाम करते हैं. उन्होंने विकास परियोजनाओं पर काम करने के लिए सरकार और स्थानीय प्रशासन की प्रशंसा भी की है.
प्रेम के कारण बार-बार असम आना
पीएम मोदी ने कहा, 'पिछले महीने मैं असम में आकर गरीब, पीड़ित, शोषित लोगों को जमीन के पट्टों के वितरण कार्यक्रम का हिस्सा बनने का मुझे सौभाग्य मिला था. तब मैंने कहा था कि असम के लोगों का स्नेह और आपका प्रेम इतना गहरा है कि वो मुझे बार-बार असम ले आता है.'
विकास की सुबह का लंबा इंतजार
उन्होंने कहा कि हम सब हमेशा से सुनते आए हैं, देखते आये हैं कि देश की पहली सुबह पूर्वोत्तर से होती है. लेकिन सच्चाई ये भी है कि पूर्वोत्तर और असम में विकास की इस सुबह को एक लंबा इंतजार करना पड़ा है
पूरा नॉर्थ ईस्ट विकास की राह पर
पीएम ने कहा, हिंसा, अभाव, भेदभाव, तनाव, पक्षपात, संघर्ष इन सारी बातों को पीछे छोड़कर अब पूरा नॉर्थ ईस्ट विकास की राह पर आगे बढ़ रहा है और असम इसमें प्रमुख भूमिका निभा रहा है.
गरीब के घर में टैलेंट की कमी नहीं
उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक बोडो समझौते के बाद हाल ही में बोडोलैंड टेरीटोरियल के चुनावों ने यहां विकास और विश्वास का नया अध्याय लिख दिया है. मेरे देश के गरीब के घर में टैलेंट की कमी नहीं होती है. बस उन्हें अवसर नहीं मिलता.
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टेक्निकल कॉलेज मातृभाषा में पढ़ाना शुरू करें
पीएम ने कहा, आजाद भारत जब 75वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है तो मेरा एक सपना है- हर राज्य में कम से कम एक मेडिकल कॉलेज, कम से कम एक टेक्निकल कॉलेज मातृभाषा में पढ़ाना शुरू करें.
स्थानीय भाषा में टेक्निकल कॉलेज
उन्होंने कहा कि चुनाव के बाद असम में जब नई सरकार बनेगी, तो मैं असम के लोगों की तरफ से आपको वादा करता हूं कि असम में भी एक मेडिकल कॉलेज और एक टेक्निकल कॉलेज स्थानीय भाषा में हम शुरू करेंगे.
कंधे से कंधा मिलाकर बढ़ रहा असम
उन्होंने कहा कि धीरे-धीरे ये बढ़ेगा, इसे कोई रोक नहीं पाएगा. आज केंद्र सरकार द्वारा असम के विकास के लिए पूरी निष्ठा के साथ काम किया जा रहा है. असम भी देश के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ रहा है
असम में दिख रहे हैं सुधार
आयुष्मान भारत योजना हो, जन औषधि केंद्र हो, प्रधानमंत्री नेशनल डायलिसिस प्रोग्राम या हेल्थ एंड वेलनेस केंद्र हो, सामान्य मानवी के जीवन में जो बदलाव आज पूरा देश देख रहा है वही बदलाव, वही सुधार असम में भी दिख रहे हैं.
आयुष्मान योजना से मुफ्त इलाज
आज असम में आयुष्मान भारत योजना का लाभ लगभग सवा करोड़ लोगों को मिल रहा है. इस योजना में 350 से ज्यादा असम के अस्पताल इस योजना में जुड़ चुके हैं. असम के 1.5 लाख गरीब आयुष्मान योजना से अपना मुफ्त इलाज करवा चुके हैं.
इससे पहले प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक पीएम मोदी असम के सोनितपुर जिले के ढेकियाजुली में राज्य के राजमार्गों और प्रमुख जिला सड़कों के लिए समर्पित 'असोम माला' का शुभारंभ करेंगे और विश्वनाथ तथा चराइदेव में ₹ 1100 करोड़ की लागत से 500 बिस्तरों की क्षमता वाले दो मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों की आधारशिला रखेंगे. इनमें एमबीबीएस की 100 सीटें होंगी.
पश्चिम बंगाल में प्रधानमंत्री कई कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे जिनमें भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन द्वारा निर्मित एलपीजी आयात टर्मिनल और दुर्गापुर प्राकृतिक गैस पाइप सेक्शन को राष्ट्र को समर्पित करना शामिल है.
स्वच्छ रसोई पीएम मोदी का सपना
पीएमओ के मुताबिक इसकी क्षमता एक मिलियन मीट्रिक टन प्रति वर्ष है और यह पश्चिम बंगाल और पूर्वी तथा पूर्वोत्तर भारत के अन्य राज्यों में एलपीजी की बढ़ती आवश्यकता को पूरा करेगा. बयान में कहा गया कि यह हर घर को स्वच्छ रसोई गैस प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री के स्वप्न को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.
प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा परियोजना
इसके अलावा प्रधानमंत्री 348 किलोमीटर लंबे डोभी-दुर्गापुर प्राकृतिक गैस पाइपलाइन खंड को देश को समर्पित करेंगे. यह प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा परियोजना का एक हिस्सा है. पीएमओ के बयान के मुताबिक यह उपलब्धि 'एक राष्ट्र, एक गैस ग्रिड' के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है.
पूरा होगा गैस वितरण का उद्देश्य
लगभग ₹ 2400 करोड़ के निवेश से निर्मित इस पाइपलाइन खंड से हिन्दुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड सिंदरी (झारखंड) उर्वरक संयंत्र को पुनर्स्थापित करने में मदद मिलेगी. इससे दुर्गापुर (पश्चिम बंगाल) में मैटिक्स उर्वरक संयंत्र को भी आपूर्ति सुनिश्चित होगी और साथ ही राज्य के सभी प्रमुख शहरों में औद्योगिक, वाणिज्यिक तथा ऑटोमोबाइल क्षेत्रों की गैस मांग और शहर में गैस वितरण को पूरा करने का उद्देश्य भी इससे पूरा होगा.
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बड़ी राशि की होगी बचत
प्रधानमंत्री भारतीय तेल निगम की हल्दिया रिफाइनरी की दूसरी कैटेलिटिक-इसोडेवेक्सिंग इकाई की आधारशिला भी रखेंगे. इस इकाई की क्षमता प्रति वर्ष 270 हजार मीट्रिक टन होगी और एक बार इसके शुरू होने के बाद परिणामस्वरूप विदेशी मुद्रा में 185 मिलियन अमेरिकी डॉलर की बचत होने की उम्मीद है.
पीएम मोदी का पूर्वोदय दृष्टिकोण
प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राजमार्ग 41 पर हल्दिया के रानीचक में चार लेन वाला आरओबी-कम-फ्लाईओवर भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे. इसे ₹ 190 करोड़ की लागत से बनाया गया है. इस फ्लाईओवर के चालू होने से कोलाघाट से हल्दिया डॉक कॉम्प्लेक्स और आसपास के अन्य क्षेत्रों में यातायात की निर्बाध आवाजाही होगी, जिसके परिणामस्वरूप यात्रा के समय में काफी बचत होगी तथा बंदरगाह के भीतर और बाहर भारी वाहनों की परिचालन लागत में भी कमी आएगी. पीएमओ के मुताबिक ये परियोजनाएं पूर्वी भारत के विकास की प्रगति में प्रधानमंत्री मोदी के पूर्वोदय दृष्टिकोण के अनुरूप हैं.