अहमदाबाद : पीएम मोदी ने डब्लूएचओ प्रमुख को तुलसी भाई का नाम दिया. उन्होंने कहा कि खुद डब्लूएचओ महानिदेशक ने गुजराती नाम रखने की अपील की थी. पीएम मोदी ने कहा कि स्टेज पर गेब्रेयेसस ने उनसे पूछा कि क्या उन्होंने गुजराती नाम रखा ? बकौल प्रधानमंत्री मोदी, गुजरात में महात्मा गांधी की धरती पर मौजूद रहने के दौरान वे अपने दोस्त टेड्रोस को तुलसी भाई का नाम देना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि गुजराती होने के कारण भाई लगाए बिना नाम पूरा नहीं होता है.
प्रधानमंत्री के टेड्रोस को तुलसीभाई कहकर संबोधित करने पर अहमदाबाद में जमकर ठहाके लगे. बता दें कि तीन दिवसीय दौरे के दौरान पीएम मोदी अहमदाबाद में ग्लोबल आयुष इन्वेस्टमेंट एंड इनोवेशन समिट में शामिल हुए.
डब्लूएचओ प्रमुख का गुजरात कनेक्शन यह खबर भी पढ़ें-
बता दें कि मंगलवार को डब्लूएचओ निदेशक ने कहा कि भारत से उनका स्पेशल कनेक्शन है. आज यहां होने पर उन्हें विशेष खुशी हो रही है. गेब्रेयेसस ने कहा कि हाईस्कूल में भारत के शिक्षकों ने उन्हें पढ़ाया. यूनिवर्सिटी में बायोलॉजी की पढ़ाई के दौरान भी भारत के शिक्षकों ने मेरा मार्गदर्शन किया. भारत में पारंपरिक औषधि के बारे में उन्होंने काफी युवावस्था में ही जानकारी हासिल की. इसका श्रेय मेरे उन शिक्षकों को जाता है, जो भारत के थे.
यह भी पढ़ें- केन्या की रोजमेरी से बोले पीएम मोदी वेलकम टू गुजरात, आयुर्वेद से लौटी आंखों की रौशनी
बुधवार को अहमदाबाद में ग्लोबल आयुष इन्वेस्टमेंट एंड इनोवेशन समिट के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने आयुर्वेदिक उपचार की ताकत का जिक्र किया. केन्या के राष्ट्रपति ओडिंगा की बेटी रोज मेरी के जीवन में आई चुनौती का जिक्र कर पीएम मोदी ने बताया कि राष्ट्रपति ओडिंगा ने दुनियाभर में रोजमेरी के इलाज का प्रयास किया. प्रधानमंत्री ने बताया कि भारत में आयुर्वेद के उपचार के बाद रोज मेरी की आंखों की रौशनी लौटी. प्रधानमंत्री ने बताया कि उनकी बहन ट्रैडिशनल मेडिसीन के विद्यार्थियों को पढ़ाती हैं.