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पीएम मोदी ने मुख्यमंत्रियों के साथ कोविड स्थिति की समीक्षा की, बोले- चुनौती अभी पूरी तरह टली नहीं

देश में कोविड-19 की स्थिति पर पीएम मोदी ने राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ समीक्षा बैठक की. उन्होंने कहा कि पिछले दो हफ्ते से जिस तरह से कुछ राज्यों में मामले बढ़ रहे हैं, उससे हमें सतर्क रहना है.

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पीएम मोदी
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Published : Apr 27, 2022, 12:57 PM IST

Updated : Apr 27, 2022, 4:45 PM IST

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को मुख्यमंत्रियों, केंद्र शासित प्रदेशों के उपराज्यपालों और प्रशासकों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से कोरोना महामारी की ताजा स्थिति की समीक्षा की. इसके बाद अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि पिछले दो हफ्तों में कुछ राज्यों में जिस प्रकार से कोविड-19 संक्रमण के मामले बढ़े हैं, उससे स्पष्ट है कि कोरोना की चुनौती अभी पूरी तरह टली नहीं है, लिहाजा देशवासियों को सतर्क रहने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि ओमीक्रोन और उसके सब वैरिएंट्स किस तरह गंभीर परिस्थिति पैदा कर सकते हैं, यह यूरोप के देशों में हम देख सकते हैं.

प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले कुछ महीनों में कुछ देशों में कोरोना के विभिन्न स्वरूपों की वजह से कुछ लहरें भी आईं, लेकिन भारत ने कई देशों की तुलना में हालात पर काफी बेहतर नियंत्रण रखा है. उन्होंने कहा कि इन सब के बावजूद पिछले दो हफ्ते से जिस तरह से कुछ राज्यों में मामले बढ़ रहे हैं, उससे हमें सतर्क रहना है. प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में टीकाकरण ने बहुत अहम भूमिका निभाई है.

'आर्थिक निर्णयों में केंद्र व राज्यों के बीच सामंजस्य अनिवार्य'
प्रधानमंत्री मोदी ने यूक्रेन और रूस के बीच जारी युद्ध सहित कुछ अन्य वैश्विक परिस्थितियों के मद्देनजर बढ़ती चुनौतियों का हवाला देते हुए आर्थिक निर्णयों में केंद्र व राज्य सरकारों के बीच अधिक तालमेल और सामंजस्य की आवश्यकता जताई. साथ ही महंगाई से जनता को राहत देने के लिए विपक्ष शासित राज्यों से पेट्रोल-डीजल पर मूल्य वर्धित कर (वैट) में कटौती करने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि आज की वैश्विक परिस्थितियों में भारत की अर्थव्यवस्था की मजबूती के लिए आर्थिक निर्णयों में केंद्र और राज्य सरकारों का तालमेल और सामंजस्य पहले से अधिक आवश्यक है. उन्होंने कहा कि जो युद्ध की परिस्थिति पैदा हुई है, उससे आपूर्ति श्रृंखला प्रभावित हुई है और ऐसे माहौल में दिनों-दिन चुनौतियां बढ़ती जा रही हैं. पीएम मोदी ने कहा कि ये वैश्विक संकट अनेक चुनौतियां लेकर आ रहा है. ऐसे में केंद्र और राज्य के बीच तालमेल को और बढ़ाना अनिवार्य हो गया है.

प्रधानमंत्री ने आम जनता पर पेट्रोल व डीजल की बढ़ती कीमतों का बोझ कम करने के लिए पिछले साल नवंबर में आयात शुल्क में की गई कटौती का उल्लेख किया और कहा कि उन्होंने सभी राज्यों से उस वक्त आग्रह किया था कि वे अपने यहां वैट कम करें. उन्होंने कहा कि कुछ राज्यों ने तो अपने यहां टैक्स कम कर दिया लेकिन कुछ राज्यों ने अपने लोगों को इसका लाभ नहीं दिया गया. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, केरल, झारखंड, तमिलनाडु ने किसी न किसी कारण से केंद्र सरकार की बातों को नहीं माना और उन राज्य के नागरिकों पर बोझ पड़ता रहा. उन्होंने कहा, मेरी प्रार्थना है कि नंवबर में जो करना था, अब वैट कम करके आप नागरिकों को इसका लाभ पहुंचाएं.

यह भी पढ़ें- कोविड-19 : देश में एक दिन में 2,927 नए मामले सामने आए, 32 की मौत

यह बैठक ऐसे समय में हुई है जब भारत में पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के 2,927 नए मामले आए. इसके साथ ही देश में कोरोना वायरस से अब तक संक्रमित हो चुके लोगों की संख्या बढ़कर 4,30,65,496 हो गई. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बुधवार सुबह आठ बजे जारी अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, भारत में संक्रमण से 32 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 5,23,654 हो गई है. देश में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 16,279 हो गई है, जो कुल मामलों का 0.04 प्रतिशत है. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक संक्रमण की दैनिक दर 0.58 प्रतिशत और साप्ताहिक दर 0.59 प्रतिशत है जबकि कोविड-19 से मृत्यु दर 1.22 प्रतिशत है. राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की 188.19 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी है.

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को मुख्यमंत्रियों, केंद्र शासित प्रदेशों के उपराज्यपालों और प्रशासकों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से कोरोना महामारी की ताजा स्थिति की समीक्षा की. इसके बाद अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि पिछले दो हफ्तों में कुछ राज्यों में जिस प्रकार से कोविड-19 संक्रमण के मामले बढ़े हैं, उससे स्पष्ट है कि कोरोना की चुनौती अभी पूरी तरह टली नहीं है, लिहाजा देशवासियों को सतर्क रहने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि ओमीक्रोन और उसके सब वैरिएंट्स किस तरह गंभीर परिस्थिति पैदा कर सकते हैं, यह यूरोप के देशों में हम देख सकते हैं.

प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले कुछ महीनों में कुछ देशों में कोरोना के विभिन्न स्वरूपों की वजह से कुछ लहरें भी आईं, लेकिन भारत ने कई देशों की तुलना में हालात पर काफी बेहतर नियंत्रण रखा है. उन्होंने कहा कि इन सब के बावजूद पिछले दो हफ्ते से जिस तरह से कुछ राज्यों में मामले बढ़ रहे हैं, उससे हमें सतर्क रहना है. प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में टीकाकरण ने बहुत अहम भूमिका निभाई है.

'आर्थिक निर्णयों में केंद्र व राज्यों के बीच सामंजस्य अनिवार्य'
प्रधानमंत्री मोदी ने यूक्रेन और रूस के बीच जारी युद्ध सहित कुछ अन्य वैश्विक परिस्थितियों के मद्देनजर बढ़ती चुनौतियों का हवाला देते हुए आर्थिक निर्णयों में केंद्र व राज्य सरकारों के बीच अधिक तालमेल और सामंजस्य की आवश्यकता जताई. साथ ही महंगाई से जनता को राहत देने के लिए विपक्ष शासित राज्यों से पेट्रोल-डीजल पर मूल्य वर्धित कर (वैट) में कटौती करने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि आज की वैश्विक परिस्थितियों में भारत की अर्थव्यवस्था की मजबूती के लिए आर्थिक निर्णयों में केंद्र और राज्य सरकारों का तालमेल और सामंजस्य पहले से अधिक आवश्यक है. उन्होंने कहा कि जो युद्ध की परिस्थिति पैदा हुई है, उससे आपूर्ति श्रृंखला प्रभावित हुई है और ऐसे माहौल में दिनों-दिन चुनौतियां बढ़ती जा रही हैं. पीएम मोदी ने कहा कि ये वैश्विक संकट अनेक चुनौतियां लेकर आ रहा है. ऐसे में केंद्र और राज्य के बीच तालमेल को और बढ़ाना अनिवार्य हो गया है.

प्रधानमंत्री ने आम जनता पर पेट्रोल व डीजल की बढ़ती कीमतों का बोझ कम करने के लिए पिछले साल नवंबर में आयात शुल्क में की गई कटौती का उल्लेख किया और कहा कि उन्होंने सभी राज्यों से उस वक्त आग्रह किया था कि वे अपने यहां वैट कम करें. उन्होंने कहा कि कुछ राज्यों ने तो अपने यहां टैक्स कम कर दिया लेकिन कुछ राज्यों ने अपने लोगों को इसका लाभ नहीं दिया गया. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, केरल, झारखंड, तमिलनाडु ने किसी न किसी कारण से केंद्र सरकार की बातों को नहीं माना और उन राज्य के नागरिकों पर बोझ पड़ता रहा. उन्होंने कहा, मेरी प्रार्थना है कि नंवबर में जो करना था, अब वैट कम करके आप नागरिकों को इसका लाभ पहुंचाएं.

यह भी पढ़ें- कोविड-19 : देश में एक दिन में 2,927 नए मामले सामने आए, 32 की मौत

यह बैठक ऐसे समय में हुई है जब भारत में पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के 2,927 नए मामले आए. इसके साथ ही देश में कोरोना वायरस से अब तक संक्रमित हो चुके लोगों की संख्या बढ़कर 4,30,65,496 हो गई. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बुधवार सुबह आठ बजे जारी अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, भारत में संक्रमण से 32 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 5,23,654 हो गई है. देश में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 16,279 हो गई है, जो कुल मामलों का 0.04 प्रतिशत है. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक संक्रमण की दैनिक दर 0.58 प्रतिशत और साप्ताहिक दर 0.59 प्रतिशत है जबकि कोविड-19 से मृत्यु दर 1.22 प्रतिशत है. राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की 188.19 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी है.

Last Updated : Apr 27, 2022, 4:45 PM IST
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