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पीएम मोदी ने बनास डेयरी परिसर का किया उद्घाटन, बोले- दुग्ध उत्पादन में भारत विश्व में अव्वल

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Published : Apr 19, 2022, 12:53 PM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को गुजरात के बनासकांठा में बनास डेयरी परिसर में विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया. यहां पीएम मोदी ने कहा कि गुजरात आज सफलता और विकास की जिस ऊंचाई पर है, वो हर गुजराती को गर्व से भर देता है.

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पीएम मोदी

अहमदाबाद : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को गुजरात के बनासकांठा में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि भारत सालाना 8.5 लाख करोड़ रुपये के दूध का उत्पादन करता है, जो गेहूं और चावल के कारोबार से अधिक है. उन्होंने कहा कि छोटे किसान डेयरी क्षेत्र के सबसे बड़े लाभार्थी हैं. प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में गांव की अर्थव्यवस्था को, माताओं-बहनों के सशक्तिकरण को कैसे बल दिया जा सकता है, सहकार कैसे आत्मनिर्भर भारत के अभियान को ताकत दे सकता है, ये सब कुछ यहां अनुभव किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि बनास डेयरी ने सिद्ध किया है कि स्थानीय किसानों की आय बढ़ाने के लिए दूसरे संसाधनों का भी उपयोग किया जा सकता है. प्रधानमंत्री ने कहा कि आलू और दूध का आपस में कोई लेना-देना नहीं है. लेकिन बनास डेयरी ने ये रिश्ता भी जोड़ दिया. दूध, दही, छाछ, पनीर, फ्रेंच फ्राइज, बर्गर, पेटीज जैसे उत्पादों को भी बनास डेयरी ने किसानों का सामर्थ्य बना दिया है. ये भारत के लोकल को ग्लोबल बनाने की दिशा में भी एक अच्छा कदम है.

मोदी ने कहा कि आज यहां एक बायो-CNG प्लांट का लोकार्पण किया गया है और 4 गोबर गैस प्लांट्स का शिलान्यास हुआ है. ऐसे अनेक प्लांट्स बनास डेयरी देशभर में लगाने जा रही है. ये कचरे से कंचन के सरकार के अभियान को मदद करने वाला है. उन्होंने कहा कि गोबरधन के माध्यम से एक साथ कई लक्ष्य हासिल हो रहे हैं. एक तो इससे गांवों में स्वच्छता को बल मिल रहा है, दूसरा, इससे पशुपालकों को गोबर का भी पैसा मिल रहा है. तीसरा, गोबर से बायो-CNG और बिजली जैसे उत्पाद तैयार हो रहे हैं. चौथा, इस पूरी प्रक्रिया में जो जैविक खाद मिलती है, उससे किसानों को बहुत मदद मिल रही है.

यह भी पढ़ें- सीतारमण ने IMF चीफ के साथ वार्ता में क्रूड ऑयल के बढ़ते दामों पर जताई चिंता

उन्होंने कहा कि गुजरात आज सफलता और विकास की जिस ऊंचाई पर है, वो हर गुजराती को गर्व से भर देता है. इसका अनुभव मैंने कल गांधीनगर के विद्या समीक्षा केंद्र में भी किया. गुजरात के बच्चों के भविष्य को, हमारी आने वाली पीढ़ियों को संवारने के लिए विद्या समीक्षा केंद्र एक बहुत ताकत बन रहा है. हमारी सरकारी प्राथमिक शाला के लिए इतनी बड़ी टेक्नोलॉजी का उपयोग दुनिया के लिए एक अजूबा है. मैं इस सेक्टर से पहले से जुड़ा रहा हूं, लेकिन कल मैं विशेष तौर पर गांधीनगर में इसे देखने गया था.

उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में पूरे देश में विद्या समीक्षा केंद्र बड़े परिवर्तन ला सकता है. मैं भारत सरकार के संबंधित मंत्रालयों और अधिकारियों से भी कहूंगा कि विद्या समीक्षा केंद्र अवश्य अध्ययन करें. विभिन्न राज्यों के सम्बंधित मंत्रालय भी गांधी नगर आएं, इसकी व्यवस्था का अध्ययन करें. विद्या समीक्षा केंद्र जैसा आधुनिक व्यवस्था का लाभ देश के जितने ज्यादा बच्चों को मिलेगा, उतना ही भारत का भविष्य उज्ज्वल बनेगा.

अहमदाबाद : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को गुजरात के बनासकांठा में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि भारत सालाना 8.5 लाख करोड़ रुपये के दूध का उत्पादन करता है, जो गेहूं और चावल के कारोबार से अधिक है. उन्होंने कहा कि छोटे किसान डेयरी क्षेत्र के सबसे बड़े लाभार्थी हैं. प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में गांव की अर्थव्यवस्था को, माताओं-बहनों के सशक्तिकरण को कैसे बल दिया जा सकता है, सहकार कैसे आत्मनिर्भर भारत के अभियान को ताकत दे सकता है, ये सब कुछ यहां अनुभव किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि बनास डेयरी ने सिद्ध किया है कि स्थानीय किसानों की आय बढ़ाने के लिए दूसरे संसाधनों का भी उपयोग किया जा सकता है. प्रधानमंत्री ने कहा कि आलू और दूध का आपस में कोई लेना-देना नहीं है. लेकिन बनास डेयरी ने ये रिश्ता भी जोड़ दिया. दूध, दही, छाछ, पनीर, फ्रेंच फ्राइज, बर्गर, पेटीज जैसे उत्पादों को भी बनास डेयरी ने किसानों का सामर्थ्य बना दिया है. ये भारत के लोकल को ग्लोबल बनाने की दिशा में भी एक अच्छा कदम है.

मोदी ने कहा कि आज यहां एक बायो-CNG प्लांट का लोकार्पण किया गया है और 4 गोबर गैस प्लांट्स का शिलान्यास हुआ है. ऐसे अनेक प्लांट्स बनास डेयरी देशभर में लगाने जा रही है. ये कचरे से कंचन के सरकार के अभियान को मदद करने वाला है. उन्होंने कहा कि गोबरधन के माध्यम से एक साथ कई लक्ष्य हासिल हो रहे हैं. एक तो इससे गांवों में स्वच्छता को बल मिल रहा है, दूसरा, इससे पशुपालकों को गोबर का भी पैसा मिल रहा है. तीसरा, गोबर से बायो-CNG और बिजली जैसे उत्पाद तैयार हो रहे हैं. चौथा, इस पूरी प्रक्रिया में जो जैविक खाद मिलती है, उससे किसानों को बहुत मदद मिल रही है.

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उन्होंने कहा कि गुजरात आज सफलता और विकास की जिस ऊंचाई पर है, वो हर गुजराती को गर्व से भर देता है. इसका अनुभव मैंने कल गांधीनगर के विद्या समीक्षा केंद्र में भी किया. गुजरात के बच्चों के भविष्य को, हमारी आने वाली पीढ़ियों को संवारने के लिए विद्या समीक्षा केंद्र एक बहुत ताकत बन रहा है. हमारी सरकारी प्राथमिक शाला के लिए इतनी बड़ी टेक्नोलॉजी का उपयोग दुनिया के लिए एक अजूबा है. मैं इस सेक्टर से पहले से जुड़ा रहा हूं, लेकिन कल मैं विशेष तौर पर गांधीनगर में इसे देखने गया था.

उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में पूरे देश में विद्या समीक्षा केंद्र बड़े परिवर्तन ला सकता है. मैं भारत सरकार के संबंधित मंत्रालयों और अधिकारियों से भी कहूंगा कि विद्या समीक्षा केंद्र अवश्य अध्ययन करें. विभिन्न राज्यों के सम्बंधित मंत्रालय भी गांधी नगर आएं, इसकी व्यवस्था का अध्ययन करें. विद्या समीक्षा केंद्र जैसा आधुनिक व्यवस्था का लाभ देश के जितने ज्यादा बच्चों को मिलेगा, उतना ही भारत का भविष्य उज्ज्वल बनेगा.

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