नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 'मैत्री सेतु' का उद्घाटन किया. यह पुल भारत और बांग्लादेश के बीच फेनी नदी पर बना है. आज प्रधानमंत्री ने त्रिपुरा के लिए 9 बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि 'अपने बांग्लादेश दौरे के दौरान मैंने और प्रधानमंत्री शेख हसीना जी ने मिलकर त्रिपुरा को बांग्लादेश से सीधे जोड़ने वाले ब्रिज का शिलान्यास किया था और आज इसका लोकार्पण किया गया है.'
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज त्रिपुरा पुरानी सरकार के 30 साल और डबल इंजन की 3 साल की सरकार में आए बदलाव को स्पष्ट अनुभव कर रहा है. जहां कमीशन और भ्रष्टाचार के बिना काम होने मुश्किल थे, वहां आज सरकारी लाभ लोगों के बैंक खाते में डायरेक्ट पहुंच रहा है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि त्रिपुरा की कनेक्टिविटी के इंफ्रास्ट्रक्चर में बीते 3 साल में तेजी से सुधार हुआ है. एयरपोर्ट का काम हो, या समंदर के रास्ते त्रिपुरा को इंटरनेट से जोड़ने का काम हो, या रेल लिंक, इनमें तेजी से काम हो रहा है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि 2017 से पहले त्रिपुरा के 5.80 लाख घरों में गैस कनेक्शन था, आज राज्य के 8.50 लाख घरों में गैस कनेक्शन है.
डबल इंजन की सरकार बनने से पहले त्रिपुरा में सिर्फ 50% गांव खुले में शौच से मुक्त थे. आज त्रिपुरा का करीब-करीब हर गांव खुले में शौच से मुक्त हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा कि मैत्री सेतु के अलावा दूसरी सुविधाएं जब बन जाएंगी तो नॉर्थ ईस्ट के लिए किसी भी तरह की सप्लाई के लिए हमें सिर्फ सड़क मार्ग पर निर्भर नहीं रहना होगा. अब जल मार्ग से द्वारा एक वैकल्पिक मार्ग मिले, इसके लिए प्रयास किये जा रहे हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब हर घर जल, बिजली, स्वास्थ की सुविधाएं पहुंचती हैं तो हमारे जनजातीय क्षेत्रों को इसका विशेष लाभ होता है यही काम केंद्र और त्रिपुरा की सरकार मिलकर कर रही है.
133 करोड़ रुपये से बना है पुल
मैत्री सेतु भारत और बांग्लादेश के द्विपक्षीय संबंधों को दर्शाता है. 1.9 किलोमीटर लंबा यह पुल भारत में सबरूम को बांग्लादेश के रामगढ़ से जोड़ता है.
पढ़ें- प्रतिष्ठा का सवाल बनी नंदीग्राम सीट : 10 मार्च को ममता, दो दिन बाद शुभेंदु भरेंगे पर्चा
इस पुल का निर्माण राष्ट्रीय राजमार्ग और बुनियादी ढांचा विकास निगम लिमिटेड द्वारा 133 करोड़ रुपये की परियोजना लागत पर किया गया.