नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को कांग्रेस व अन्य विपक्ष दलों के शासन वाले कुछ राज्यों द्वारा पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) बहाल किए जाने पर चिंता जताई और आर्थिक तंगहाली का सामना कर रहे पड़ोसी मुल्कों का हवाला देते हुए उन्हें गलत रास्ते पर चलने से आगाह किया.
राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री ने इस मुद्दे का उल्लेख किया और राज्यों से कहा कि वे ऐसा कोई 'पाप' ना करें, जो भावी पीढ़ी को उसके अधिकारों से वंचित कर दे. उन्होंने कहा, 'जिनको आर्थिक नीतियों की समझ नहीं है, सत्ता का खेल खेलना जिनके सार्वजनिक जीवन का काम है, उन्होंने अर्थ नीति को अनर्थ नीति में परिवर्तित कर दिया है.' प्रधानमंत्री ने ऐसे राज्यों को चेतावनी देते हुए कहा कि वह अपने राज्यों को समझाएं कि वे गलत रास्ते पर ना चले जाएं. हालांकि प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन के दौरान ओपीएस का नाम नहीं लिया.
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, जब मैं 2014 में प्रधानमंत्री बना, तो मैंने देखा कि कांग्रेस ने हर जगह समस्याएं और मुद्दे पैदा किए, भले ही वह भारत के समग्र विकास के लिए एक मजबूत नींव तैयार करना चाहते थे. गरीबी पर कांग्रेस के नारे पर टिप्पणी करते हुए, पीएम मोदी ने कहा, वह (कांग्रेस) 'गरीबी हटाओ' कहते थे, लेकिन 4 दशकों से अधिक समय तक कुछ नहीं किया. उनके खिलाफ, हम देश के लोगों की उम्मीदों और आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं. हमारी प्राथमिकता आम जनता है और इसलिए हमने देश के 25 करोड़ परिवारों को रसोई गैस कनेक्शन उपलब्ध कराया.
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