नई दिल्ली: खालसा दल के संस्थापक और खालिस्तान समर्थक पूर्व नेता जसवंत सिंह ठेकेदार ने कुछ बड़े खुलासे करते हुए पीएम मोदी की तारीफ की है. उन्होंने सिख समुदाय के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कामों की सराहना की. उन्होंने कहा कि मोदी समुदाय की प्रशंसा करते हैं. उन्होंने सिख लोगों के लिए बहुत कुछ किया है. ठेकेदार ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिखों और सिख धर्म के लिए बहुत कुछ किया है.
उन्होंने कहा कि वह हमारे समुदाय से प्यार करते हैं. उन्होंने बहुत कुछ किया है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने ब्लैकलिस्ट को समाप्त किया, करतारपुर कॉरिडोर खोला, और छोटे साहिबजादों (गुरु गोबिंद सिंह के पुत्र) के बारे में बात की. उन्होंने कहा कि केंद्र सराकर ने सिख समुदाय की मांगों को पूरा किया है. ठेकेदार ने कहा कि केवल कुछ मांगों को पूरा किया जाना बाकी है. अगर वे इन मांगों को पूरा कर देते हैं तो सब अच्छा हो जायेगा.
23 फरवरी को अमृतसर के अजनाला में पुलिस के साथ झड़पों के बाद सुर्खियां बटोरने वाले खालिस्तान समर्थक नेता अमृतपाल सिंह के सवाल पर ठेकेदार ने कहा कि वह 'खालिस्तान के बारे में कुछ नहीं जानता'. उन्होंने कहा कि अमृतपाल सिंह के खराब इरादे कभी पूरे नहीं होंगे. पूर्व खालिस्तान समर्थक नेता ने कहा कि अमृतपाल खालिस्तानी नहीं है, वह इसके बारे में कुछ नहीं जानता. लेकिन उसने निश्चित रूप से खालिस्तान के नाम पर बहुत पैसा कमाया है. मुझे नहीं लगता कि वह अपनी योजनाओं में सफल होगा.
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस या आईएसआई की भूमिका के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह जीवन किसी को नहीं पालती. अमृतपाल सिंह जब उसके काम का नहीं रह जायेगा तो वह किसी और व्यक्ति को चुन लेगा. लेगी. ठेकेदार ने कहा कि अमृतपाल सिंह दुबई में रहने के दौरान क्लीन शेव रहता था. वह सच्चा सिख नहीं है. उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में उनके जैसे कई और लोग सामने आएंगे. क्योंकि आईएसआई ऐसे लोगों को बढ़ावा देता है.
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अलग खालिस्तान नहीं बनने देगा क्योंकि वह जानता है कि खालिस्तान समर्थक की नजर लाहौर पर भी है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान जानता है कि अगर सिखों का देश अस्तित्व में आता है, तो वे अगले निशाना लाहौर को बनाएंगे. वे ननकाना साहिब और पंजा साहिब आएंगे. पाकिस्तान ऐसा नहीं चाहेगा. पूर्व खालिस्तान समर्थक नेता ने आम आदमी पार्टी की पंजाब सरकार को खालिस्तान समर्थक तत्वों के प्रति नरमी बरतने के खिलाफ आगाह किया. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार समय पर कार्रवाई नहीं कर रही है.
इससे आंदोलन को पुनर्जीवित होने में मदद मिल रही है. उन्होंने कहा कि यह पंजाब सरकार इससे निपटने में सक्षम नहीं है. प्रशासन में एक भी व्यक्ति नहीं है जो समय पर कार्रवाई कर सके. इससे खालिस्तान आंदोलन को बढ़ावा ही मिलेगा. उन्होंने कहा कि केंद्र खालिस्तान नेताओं की कुछ मांगों से सहमत होने पर विचार कर रहा है. इससे आंदोलन को और बढ़ने से रोका जा सकेगा. उन्होंने कहा कि सिख राजनीतिक कैदियों को रिहा किया जाना चाहिए.
उन्होंने कहा कि सरकार इसके साथ ही धारा 25बी-2 से सिखों को हटाया जा सकता है. अगर सरकार इन मांगों को पूरा करती है तो इससे देश को कोई नुकसान नहीं होगा. बल्कि आंदोलन को समाप्त करने में मदद मिलेगी. उन्होंने कहा हर मुद्दे का एक राजनीतिक समाधान होता है.
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