चंडीगढ़ : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारी सुरक्षा बलों की तैनाती के बीच पंजाब विधानसभा चुनाव में अपनी पहली चुनावी रैली को संबोधित किया. इस दरम्यान 'चॉपर' प्रकरण की सबसे अधिक चर्चा हुई. पीएम मोदी ने चॉपर की एक घटना को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला. वहीं दूसरी ओर राहुल गांधी ने भी पीएम मोदी पर चॉपर प्रकरण को लेकर ही हमला बोला. आज ही राहुल गांधी की भी पंजाब में रैली थी.
राहुल की रैली होशियारपुर में थी, जबकि पीएम मोदी ने जालंधर में लोगों को संबोधित किया. दरअसल, राहुल की रैली में शामिल होने के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को चंडीगढ़ से हेलिकॉप्टर के जरिए होशियारपुर पहुंचना था. लेकिन पीएम की सुरक्षा की वजह से सीएम के हेलिकॉप्टर को उड़ने की इजाजत नहीं दी गई. सुरक्षा एजेंसियों ने 'नो प्लाई जोन' घोषित कर रखा था. बात यहीं तक सीमित नहीं रही. चन्नी का गुस्सा अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि उनके पायलट को एक और फरमान सुना दिया गया. उनसे कहा गया कि चन्नी का हेलिकॉप्टर पठानकोट के सुजानपुर से जालंधर तक नहीं उड़ सकता है, क्योंकि जालंधर में पीएम मोदी की रैली है, इसलिए इसे 'नो फ्लाइ जोन' घोषित किया गया है.
बाद में चन्नी सड़क मार्ग के जरिए राहुल गांधी की रैली स्थल तक पहुंचे. चन्नी ने रैली के दौरान इस घटना का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि मैं एक राज्य का मुख्यमंत्री हूं, कोई आतंकी नहीं. चन्नी ने इससे पहले पीएम के दौरे के दौरान उनके बयान को उद्दृत किया और कहा कि एक एजेंसी की मानें तो आपने तो पिछली बार मेरा धन्यवाद किया था कि आप सुरक्षित वापस लौट गए !
चन्नी के इस बयान की जानकारी जैसे ही पीएम को दी गई. उन्होंने भी एक पुरानी घटना का जिक्र कर डाला. पीएम मोदी ने कहा कि 2014 लोकसभा चुनाव के दौरान जब वह भाजपा की ओर से पीएम उम्मीदवार बन चुके थे, और एक राज्य के मुख्यमंत्री भी थे, तब वह पठानकोट से हिमाचल प्रदेश हेलिकॉप्टर के जरिए जाना चाहते थे. लेकिन उसी वक्त कांग्रेस के राजकुमार (राहुल गांधी) वहां आए थे. वह तब एक सांसद मात्र थे. फिर भी उनकी वजह से मुझे हिमाचल की दोनों रैली रद्द करनी पड़ी. उनके हेलिकॉप्टर को उड़ने की अनुमति नहीं दी गई. ये सत्ता में डूबे हुए व्यक्ति का चरित्र था.
पीएम ने एक और घटना का जिक्र करते हुए कहा कि वह अपनी यात्रा के दौरान देवी मंदिर जाना चाहते थे, लेकिन पंजाब सरकार ने सुरक्षा का हवाला देकर उन्हें रोक दिया. पीएम ने अपनी रैली में भगत सिंह से लेकर उधम सिंह और महाराजा रणजीत सिंह तक को याद किया.
पीएम मोदी ने पहली बार किसी रैली में अपने पुराने सहयोगी अकाली दल पर भी निशाना साधा. पीएम ने कहा कि भाजपा और अकाली दल का पुराना गठबंधन था. फिर भी अकाली दल ने हमारे नेता मनोरंजन कालिया को उप मुख्यमंत्री नहीं बनाया. पीएम ने कहा कि प्रकाश सिंह बादल ने अपने बेटे को उप मुख्यमंत्री बना दिया. लेकिन इसके बावजूद हमने पंजाब के हित के लिए इस फैसले को भी स्वीकार कर लिया.
कांग्रेस पर हमला बोलते हुए पीएम ने कहा कि कांग्रेस के नेता आज एक-दूसरे की हकीकत बयां कर रहे हैं. और जो दल आपस में ही उलझ पड़े हों, वो आपका क्या भला करेंगे. वो कभी भी स्थायी सरकार नहीं दे सकेंगे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने तो अब खुद ही स्वीकार कर लिया है कि पंजाब सरकार दिल्ली से चलाई जा रही थी. यानी दिल्ली से एक परिवार रिमोट से कंट्रोल कर रहा था. कांग्रेस को संविधान की कोई फिक्र नहीं है.
पीएम की इस रैली के लिए सुरक्षा के भारी बंदोबस्त किए गए थे. हर व्यक्ति की चेकिंग की जा रही थी. उनमें से अधिकांश भाजपा के कार्यकर्ता ही थे. रैली स्थल के बाहर आम लोगों के बीच पीएम की इस रैली को लेकर बहुत अधिक उत्साह नहीं देखा गया.
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