ETV Bharat / bharat

बड़ी ई-कॉमर्स कंपनियों की गतिविधियों से छोटे दुकानदारों, उपभोक्ताओं को नुकसान नहीं होने देंगे : सरकार

खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि ई-कॉमर्स को लेकर देश में बड़ी चिंता है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का निर्देश है कि उपभोक्ता को संरक्षण मिले और छोटे दुकानदारों का नुकसान नहीं हो.

गोयल लोक सभा चिंता
गोयल लोक सभा चिंता
author img

By

Published : Aug 10, 2021, 8:02 PM IST

नई दिल्ली : सरकार ने देश में बड़ी ई-कॉमर्स कंपनियों की गतिविधियों से छोटे और खुदरा कारोबारियों को नुकसान होने की बात पर चिंता जताई.

गोयल ने कहा कि देश में इस विषय को लेकर बड़ी चिंता है. उन्होंने कहा, 'मैं पूरे देश को इस सदन के माध्यम से आश्वस्त करना चाहता हूं कि प्रधानमंत्री मोदी का निर्देश है कि उपभोक्ता को संरक्षण मिले और छोटे दुकानदारों का नुकसान नहीं हो.'

उन्होंने यह भी कहा कि इस बारे में नियम वेबसाइट पर डाले गये और प्राप्त कई सुझावों पर विचार करके जनहित वाले सुझावों को अपनाया जाएगा.

पीयूष गोयल का बयान

ई-कॉमर्स कंपनियों की गतिविधियों से छोटे कारोबारियों को नुकसान होने वाली बात को स्वीकार करते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार उपभोक्ताओं और छोटे दुकानदारों के संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध है और इस संबंध में नियमों को सख्त बनाया जा रहा है.

गोयल ने कहा कि ये कंपनियां धनबल से अपना प्रभाव डालने की कोशिश करती रहेंगी लेकिन हमें हर सुझाव को मुहिम नहीं बनने देना है और इनके बहवाके में नहीं आना है.

उपभोक्ता संरक्षण (ई कॉमर्स) नियमों को और मजबूत बनाने का आश्वासन देते हुए केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने लोकसभा को यह भी बताया कि सोशल मीडिया कंपनियों की तरह ही ई-कॉमर्स कंपनियों में भी शिकायत अधिकारी बनाने का विचार है.

भाजपा सांसद सुशील कुमार सिंह के पूरक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि बड़ी ई-कॉमर्स कंपनियों से छोटे दुकानदार प्रभावित हो रहे हैं. अमेरिका का भी उदाहरण है जहां ऐसी कंपनियों की वजह से छोटी खुदरा दुकानें लगभग बंद हो गयी हैं. पहले जब इन ई-कॉमर्स कंपनियों को देश में आने दिया गया तो इनका कार्यक्षेत्र व्यापारियों से व्यापारियों के बीच का था और इन्हें एक प्लेटफॉर्म के रूप में काम करना था जिसमें वे दखलंदाजी नहीं करें.

पढ़ें :- उपभोक्ता अधिकारों के संरक्षण पर कितनी गंभीर है मोदी सरकार, संसद में दिए इस जवाब से समझिए

गोयल ने कहा, बड़ी ई-कॉमर्स कंपनियां हर तरह की कोशिश कर रहीं हैं कि उन्हें पूरी तरह छूट मिले और वे पूरी तरह हमारे छोटे व्यापारियों को नुकसान पहुंचाए. ये सामान को सस्ती दर पर उपलब्ध कराती हैं, लेकिन चिंता का विषय है कि जब छोटे कारोबार बंद हो जाएंगे तो बाद में इनका प्रभाव बढ़ जाएगा और उपभोक्ताओं को इनसे महंगा सामान लेने के लिए विवश होना पड़ेगा.

उन्होंने कहा कि ये कंपनियां कानूनी दावपेंच लगाकर अपने खिलाफ जांच रोकने का प्रयास करती रहीं लेकिन कल उच्चतम न्यायालय ने इनके खिलाफ प्रतिस्पर्धा कानून के कथित उल्लंघन की भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) द्वारा प्रारंभिक जांच पर रोक लगाने से इनकार कर दिया.

गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार ने कठोर कदम उठाये हैं. भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग और प्रवर्तन निदेशालय इनकी पड़ताल में लगे हैं. सरकार चाहती है कि इनके धोखाधड़ी वाले तरीकों की भी जांच हो और उपभोक्ता को लंबे समय तक गुणवत्ता वाली वस्तुएं उचित दाम पर मिलें. इसके लिए कानून को मजबूत किया जा रहा है.

नई दिल्ली : सरकार ने देश में बड़ी ई-कॉमर्स कंपनियों की गतिविधियों से छोटे और खुदरा कारोबारियों को नुकसान होने की बात पर चिंता जताई.

गोयल ने कहा कि देश में इस विषय को लेकर बड़ी चिंता है. उन्होंने कहा, 'मैं पूरे देश को इस सदन के माध्यम से आश्वस्त करना चाहता हूं कि प्रधानमंत्री मोदी का निर्देश है कि उपभोक्ता को संरक्षण मिले और छोटे दुकानदारों का नुकसान नहीं हो.'

उन्होंने यह भी कहा कि इस बारे में नियम वेबसाइट पर डाले गये और प्राप्त कई सुझावों पर विचार करके जनहित वाले सुझावों को अपनाया जाएगा.

पीयूष गोयल का बयान

ई-कॉमर्स कंपनियों की गतिविधियों से छोटे कारोबारियों को नुकसान होने वाली बात को स्वीकार करते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार उपभोक्ताओं और छोटे दुकानदारों के संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध है और इस संबंध में नियमों को सख्त बनाया जा रहा है.

गोयल ने कहा कि ये कंपनियां धनबल से अपना प्रभाव डालने की कोशिश करती रहेंगी लेकिन हमें हर सुझाव को मुहिम नहीं बनने देना है और इनके बहवाके में नहीं आना है.

उपभोक्ता संरक्षण (ई कॉमर्स) नियमों को और मजबूत बनाने का आश्वासन देते हुए केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने लोकसभा को यह भी बताया कि सोशल मीडिया कंपनियों की तरह ही ई-कॉमर्स कंपनियों में भी शिकायत अधिकारी बनाने का विचार है.

भाजपा सांसद सुशील कुमार सिंह के पूरक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि बड़ी ई-कॉमर्स कंपनियों से छोटे दुकानदार प्रभावित हो रहे हैं. अमेरिका का भी उदाहरण है जहां ऐसी कंपनियों की वजह से छोटी खुदरा दुकानें लगभग बंद हो गयी हैं. पहले जब इन ई-कॉमर्स कंपनियों को देश में आने दिया गया तो इनका कार्यक्षेत्र व्यापारियों से व्यापारियों के बीच का था और इन्हें एक प्लेटफॉर्म के रूप में काम करना था जिसमें वे दखलंदाजी नहीं करें.

पढ़ें :- उपभोक्ता अधिकारों के संरक्षण पर कितनी गंभीर है मोदी सरकार, संसद में दिए इस जवाब से समझिए

गोयल ने कहा, बड़ी ई-कॉमर्स कंपनियां हर तरह की कोशिश कर रहीं हैं कि उन्हें पूरी तरह छूट मिले और वे पूरी तरह हमारे छोटे व्यापारियों को नुकसान पहुंचाए. ये सामान को सस्ती दर पर उपलब्ध कराती हैं, लेकिन चिंता का विषय है कि जब छोटे कारोबार बंद हो जाएंगे तो बाद में इनका प्रभाव बढ़ जाएगा और उपभोक्ताओं को इनसे महंगा सामान लेने के लिए विवश होना पड़ेगा.

उन्होंने कहा कि ये कंपनियां कानूनी दावपेंच लगाकर अपने खिलाफ जांच रोकने का प्रयास करती रहीं लेकिन कल उच्चतम न्यायालय ने इनके खिलाफ प्रतिस्पर्धा कानून के कथित उल्लंघन की भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) द्वारा प्रारंभिक जांच पर रोक लगाने से इनकार कर दिया.

गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार ने कठोर कदम उठाये हैं. भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग और प्रवर्तन निदेशालय इनकी पड़ताल में लगे हैं. सरकार चाहती है कि इनके धोखाधड़ी वाले तरीकों की भी जांच हो और उपभोक्ता को लंबे समय तक गुणवत्ता वाली वस्तुएं उचित दाम पर मिलें. इसके लिए कानून को मजबूत किया जा रहा है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.