पिथौरागढ़ (उत्तराखंड): गंगोलीहाट के बुरसुम गांव में अपनी पत्नी सहित चार महिलाओं की हत्या करने वाले हत्या आरोपी संतोष राम उम्र 41 का शव गांव से एक किलोमीटर दूर जंगल में मिला है. गर्मी होने के कारण हत्या आरोपी का शव भी सड़ गल चुका है. एसडीआरएफ, गंगोलीहाट पुलिस और एलआईयू की संयुक्त टीम ने शव को खोजा है.
चौहरे हत्याकांड के आरोपी का शव मिला: एसडीएम अनिल कुमार शुक्ला ने बताया कि शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया है. वहीं हत्या आरोपी का शव मिलने के बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है. चार महिलाओं के हत्याकांड से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गयी थी.
पत्नी समेत चार महिलाओं की हत्या की थी: दरअसल पिथौरागढ़ जिले की गंगोलीहाट तहसील 12 मई को चौहरे हत्याकांड से दहल उठी थी. संतोष राम नाम के व्यक्ति ने अपने घर की चार महिलाओं को निर्ममता से हत्या कर दी थी. जिनकी हत्या की गई जिनमें आरोपी संतोष राम की पत्नी भी शामिल थी. पिथौरागढ़ जिले के गंगोलीहाट से 25 किमी दूर बुरसुम चंतोला गांव में इस हत्याकांड से इलाके के लोगों में हड़कंप मच गया था.
12 मई को की थी चार हत्याएं: संतोष राम जिसकी उम्र 41 वर्ष बताई गई है, उसने 12 मई को अपने चचेरे भाई के घर में घुसकर सोती हुई अपनी चचेरी ताई, भाभी और विवाहित बहन की गला रेत कर हत्या कर दी थी. संतोष राम यहीं नहीं रुका था. इसके बाद उसने अपनी पत्नी चन्द्रा देवी (40) की भी हत्या कर दी थी. चंद्रा देवी का शव उनके घर से कुछ ही दूरी पर स्थित एक पुराने मकान में मिला था.
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संतोष राम का शव मिलने से लोगों ने ली राहत की सांस: चौहरे हत्याकांड को अंजाम देने के बाद संतोष राम फरार हो गया था. एसडीआरएफ, गंगोलीहाट पुलिस और एलआईयू की संयुक्त टीम उसे ढूंढ रही थीं. लेकिन संतोष राम किसी के हाथ नहीं आया. आज गांव के जंगल में संतोष राम का शव बरामद हुआ है. ऐसी आशंका है कि उसने आत्महत्या कर ली होगी. शव बहुत खराब हालत में मिला है. संतोष राम का शव मिलने से इलाके के लोगों ने राहत की सांस ली है. लोग इस आशंका से डरे हुए थे कि कहीं वो किसी और को भी निशाना नहीं बना ले.
छोलिया नर्तक था संतोष राम: बताया जा रहा है कि संतोष राम छोलिया नर्तक था. कुछ समय पहले उसका एक पैर फ्रैक्चर हो गया था. इससे उसका छोलिया नर्तक का काम बंद हो गया. इधर संतोष राम के चचेरे भाई का काम अच्छा चलने लगा. इससे संतोष राम चचेरे भाई से रंजिश रखने लगा. रंजिश और गम में वो शराब पीने लगा. बताया जा रहा है कि शराब पीकर वो आए दिन मारपीट और गाली गलौज करता था. भाई प्रकाश के प्रति संतोष राम की रंजिश इतनी बढ़ गई कि उसने 12 मई को उसका परिवार ही खत्म कर दिया. 12 मई को तड़के उसने चचेरे भाई प्रकाश राम के घर में घुसकर सोती हुई ताई हेमंती देवी, बहू रमा देवी और विवाहिता बेटी माया की धारदार हथियार से निर्मम हत्या कर दी. इसके बाद उसने अपनी पत्नी चन्द्रा देवी (40) की भी हत्या कर दी. चार लोगों की हत्या कर संतोष राम फरार हो गया था.