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अफगानिस्तान में फंसे भारतीय-अफगान नागरिकों को निकालने की मांग संबंधी याचिका दायर

भारतीय मूल के 227 भारतीय और अफगान नागरिकों के संबंध में दिल्ली उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका (पीआईएल) दायर की गई है. याचिकाकर्ता का कहना है कि अफगानिस्तान में फंसे हिंदू व सिख रोजाना तालिबान की धमकियों का सामना कर रहे हैं.

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Published : Oct 25, 2021, 7:10 PM IST

नई दिल्ली : अफगानिस्तान में फंसे भारतीयों की सुरक्षित निकासी के लिए याचिकाकर्ता परमिंदर पाल सिंह द्वारा अपने वकील गुरिंदर पाल सिंह के माध्यम से दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई है. परमिंदर पाल सिंह सामाजिक कार्यकर्ता और लेखक हैं. वे दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पूर्व प्रवक्ता भी हैं.

याचिकाकर्ता ने हाईकोर्ट से अपील की है कि फंसे लोगों की तत्काल निकासी, ई-वीजा जारी करने और भारत में सुरक्षित वापसी के निर्देश सरकार को दिए जाएं. इस मामले पर चिंता व्यक्त करते हुए याचिकाकर्ता ने दिल्ली हाईकोर्ट से तत्काल हस्तक्षेप की मांग करते हुए कहा है कि फंसे हुए व्यक्तियों को तालिबान के हाथों अपनी जान और संपत्ति की क्षति का डर सता रहा है. उन्हें तालिबान की ओर से लगातार धमकियां भी मिल रही हैं.

याचिकाकर्ता ने उनकी निकासी, ई-वीजा जारी करने और भारत में सुरक्षित वापसी के लिए तत्काल राहत की मांग की है. याचिकाकर्ता परमिंदर पाल सिंह ने प्रतिवादियों से अफगानिस्तान में फंसे लोगों की भारत में सुरक्षित वापसी/यात्रा के लिए संबंधित समकक्षों और अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के साथ उच्चतम स्तर समन्वय बनाने की मांग भी है. याचिका में यह भी मांग हुई है कि उनकी निकासी तक सुरक्षा प्रदान करने का निर्देश दिए जाएं.

यह भी पढ़ें-पीएम मोदी ने 'पीएम आयुष्मान भारत हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन' का किया शुभारंभ

याचिका में कहा गया है कि अफगानिस्तान में फंसे हुए व्यक्ति तालिबान के हाथों अपनी जान और संपत्ति के लिए लगातार खतरों का सामना कर रहे हैं. दुर्भाग्य से भारत सरकार ने उन्हें कोई सहायता प्रदान करने के लिए कदम नहीं उठाया है. यह अनुरोध किया जाता है कि याचिका को गंभीर तात्कालिकता को देखते हुए 26-10-2021 के लिए सूचीबद्ध किया जाए.

नई दिल्ली : अफगानिस्तान में फंसे भारतीयों की सुरक्षित निकासी के लिए याचिकाकर्ता परमिंदर पाल सिंह द्वारा अपने वकील गुरिंदर पाल सिंह के माध्यम से दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई है. परमिंदर पाल सिंह सामाजिक कार्यकर्ता और लेखक हैं. वे दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पूर्व प्रवक्ता भी हैं.

याचिकाकर्ता ने हाईकोर्ट से अपील की है कि फंसे लोगों की तत्काल निकासी, ई-वीजा जारी करने और भारत में सुरक्षित वापसी के निर्देश सरकार को दिए जाएं. इस मामले पर चिंता व्यक्त करते हुए याचिकाकर्ता ने दिल्ली हाईकोर्ट से तत्काल हस्तक्षेप की मांग करते हुए कहा है कि फंसे हुए व्यक्तियों को तालिबान के हाथों अपनी जान और संपत्ति की क्षति का डर सता रहा है. उन्हें तालिबान की ओर से लगातार धमकियां भी मिल रही हैं.

याचिकाकर्ता ने उनकी निकासी, ई-वीजा जारी करने और भारत में सुरक्षित वापसी के लिए तत्काल राहत की मांग की है. याचिकाकर्ता परमिंदर पाल सिंह ने प्रतिवादियों से अफगानिस्तान में फंसे लोगों की भारत में सुरक्षित वापसी/यात्रा के लिए संबंधित समकक्षों और अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के साथ उच्चतम स्तर समन्वय बनाने की मांग भी है. याचिका में यह भी मांग हुई है कि उनकी निकासी तक सुरक्षा प्रदान करने का निर्देश दिए जाएं.

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याचिका में कहा गया है कि अफगानिस्तान में फंसे हुए व्यक्ति तालिबान के हाथों अपनी जान और संपत्ति के लिए लगातार खतरों का सामना कर रहे हैं. दुर्भाग्य से भारत सरकार ने उन्हें कोई सहायता प्रदान करने के लिए कदम नहीं उठाया है. यह अनुरोध किया जाता है कि याचिका को गंभीर तात्कालिकता को देखते हुए 26-10-2021 के लिए सूचीबद्ध किया जाए.

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