नई दिल्ली : तमिलनाडु के फोटोग्राफर पुरुषोत्तमन सतीश कुमार ने पहली बार 'सेरेंडिपिटी आर्ल्स ग्रांट' (एसएजी) पुरस्कार जीता है. फोटोग्राफी, वीडियो और न्यू मीडिया के क्षेत्र में दिया जाने वाला दक्षिण एशिया में यह सबसे बड़ा पुरस्कार है. एसएजी ने इस बारे में घोषणा की. कुमार कांचीपुरम के रहने वाले हैं, उन्हें भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश और म्यांमार से सूचीबद्ध 10 फोटोग्राफर में से चुना गया है.
जीत की अपनी परियोजना को पूरा करने के लिए उन्हें 12 लाख रुपये मिलेंगे और परियोजना पूरी होने पर वह फ्रांस में 2022 में वार्षिक ग्रीष्मकालीन फोटोग्राफी महोत्सव रेनकोंत्रेस दी' आर्ल्स में प्रस्तुति देंगे. सेरेंडिपिटी आर्ट्स फाउंडेशन और ले रेनकोंत्रेस दी'आर्ल्स की पहल के तहत दिए जाने वाले अनुदान का उद्देश्य 'दक्षिण एशिया से कलाकारों को बढ़ावा देना है. साथ ही दक्षिण एशिया में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति एवं क्षेत्रीय सहयोग की भावना को बढ़ाना है.
कुमार का चयन 100 उम्मीदवारों में से किया गया. चयनकर्ता मंडल में रवि अग्रवाल (पर्यावरण अभियान चलाने वाले कार्यकर्ता, लेखक एवं क्यूरेटर), दयानीता सिंह (फोटोग्राफर और लेखक), तंजिम वहाब (क्यूरेटर और शिक्षक), देविका सिंह (इंटरनेशनल आर्ट एंड टेट मॉडेम की क्यूरेटर), क्रिस्टोफ विसनर (रेनकोंत्रेस दी'आर्ल्स के निदेशक) और स्मृति राजग्रहिया (सेरेंडिपिटी आर्ट्स फाउंडेशन एंड फेस्टीवल की निदेशक) शामिल थे. भारत में फ्रांस के दूत एमैनुएल लेनेन ने कुमार को इस जीत पर बधाई दी.
उन्होंने कहा कि फ्रांस, समकालीन विश्व फोटोग्राफी का सर्वश्रेष्ठ मंच माने जाने वाले रेनकोंत्रेस दी'आर्ल्स में उनका स्वागत करने के लिए तैयार है. भारत का इससे जुड़ाव रहा है. उन्होंने कहा कि फ्रांस इस कार्यक्रम का समर्थन करता है.