नई दिल्ली : जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल एनएन वोहरा ( Former Governor of Jammu Kashmir NN Vohra) ने बुधवार को जम्मू कश्मीर का जिक्र करते हुए कहा कि कट्टरपंथ की घटना एक स्थायी विशेषता बन गई है. उन्होंने कहा कि जब तक राज्यों को विश्वास में नहीं लिया जाता, तब तक हम राष्ट्रीय सुरक्षा के क्षेत्र में स्पष्ट समझ नहीं बना सकते.
'इंडियाज़ नेशनल सिक्योरिटी चैलेंजेस' (Indias National Security Challenges) पुस्तक के विमोचन पर मुख्य भाषण देते हुए पूर्व राज्यपाल ने कहा कि हम कई संघर्षों से ग्रस्त हैं, चाहे वह आंतरिक या बाहरी हो. उन्होंने कहा कि हमारे सामने उत्तर पूर्व, कश्मीर और वामपंथी उग्रवाद क्षेत्रों जैसी कई बाहरी समस्याएं थीं. कट्टरपंथ की घटना एक स्थायी विशेषता बन गई है. राष्ट्रीय सुरक्षा के बिना, विकास और समृद्धि की कोई गुंजाइश नहीं है.
पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिव शंकर मेनन (former National Security Advisor Shiv Shankar Menon) ने राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति बनाने में विफल रहने के लिए राजनीतिक वर्ग पर कटाक्ष करते हुए कहा कि समय आ गया है जब सरकार को राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति बनानी चाहिए या कम से कम हमें यह करना चाहिए. उन्होंने कहा कि लेकिन मुझे लगता है कि वे (राजनीतिक वर्ग) नहीं चाहते कि उनके हाथ बंधे रहें. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए तीन प्रयास किए गए लेकिन राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी के कारण वे असफल रहे.
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