वाशिंगटन : अमेरिका के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) ने कोरोना की दवा पैक्सलोविड (Paxlovid) को मंजूरी दे दी है. फाइजर कंपनी की ओर से बनाई गई इस दवा को 12 वर्ष से अधिक उम्र के कोरोना पेशंट को दिया जाएगा. बुधवार को एफडीए वैज्ञानिक पैट्रिजिया कैवाज़ोनी बताया कि यह ओरल पिल्स है, जिसे डॉक्टर की सलाह पर दिया जाएगा. कोरोना से जंग में यह दवा कारगर साबित होगी. अमेरिका पहले ही इसके 10 मिलियन डोज केऑर्डर दे चुका है. यह कोरोना पीड़ित लोगों को मुफ्त दी जाएगी. .
फाइजर कंपनी ने दावा किया है कि कोरोना की दवा पैक्सलोविड (Paxlovid) का परीक्षण 2200 लोगों पर किया जा चुका है. इस दवा की डोज 5 दिनों की है. परीक्षण में यह सामने आया कि इसके उपयोग ने अस्पताल में भर्ती होने और मौत के जोखिम को 88 फीसदी तक कम कर दिया.
फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन के अनुसार फाइजर की दवा 12 साल और उससे अधिक की उम्र के उन लोगों को दी जा सकेगी, जिनका वजन कम से कम 40 किलो है. इसका उपयोग सीनियर सिटिजन और अधिक मोटे लोग भी कर सकेंगे. किडनी और लीवर की बीमारियों से ग्रसित लोग फाइजर की दवा नहीं ले सकते हैं. इसकी खासियत यह है कि कोरोना की पुष्टि होते ही इसे डॉक्टर की सलाह पर शुरू किया जा सकता है.
फाइजर के पास फिलहाल इस दवा की 180,000 कोर्स मौजूद है, जिनमें से 70,000 अमेरिका के हेल्थ डिपार्टमेंट को दिए गए हैं. कंपनी के मुताबिक यूके, ऑस्ट्रेलिया और अन्य देशों के साथ हुए समझौते के तहत वह 2022 तक 80 मिलियन लोगों के लिए दवा तैयार कर रहा है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने स्वास्थ्य विभाग को हिदायत दी है कि दवा का एक समान वितरण सुनिश्चित किया जाए.
बता दें कि अमेरिका में अभी भी 40 मिलियन लोगों ने वैक्सीन नहीं ली है. प्रशासन ने लोगों से वैक्सीन डोज कंप्लीट करने की अपील की है.
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