चेन्नई : तमिलनाडु के राजभवन के मुख्य द्वार के सामने बुधवार को एक व्यक्ति ने पेट्रोल बम फेंका. इस घटना में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी शख्स को पकड़कर हिरासत में लिया है और उससे इस घटना को अंजाम देने के पीछे उसके मकसद के बारे में पूछताछ कर रही है. वहीं, राज्य में कानून एवं व्यवस्था के मुद्दे को लेकर सत्तारूढ़ द्रमुक के खिलाफ विपक्षी पार्टियों की त्योरियां चढ़ गई हैं. इस घटना को लेकर तमिलनाडु भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के अन्नामलाई ने कहा कि यह राज्य में मौजूदा सुरक्षा स्थिति को दर्शाता है. वहीं, विपक्षी अन्नाद्रमुक ने घटना पर सरकार की आलोचना की.
आरोपी के खिलाफ कई मामले लंबित : पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस घटना को अंजाम देने वाले शख्स का नाम करुक्का विनोथ (42) है और वह तेनाम्पेट का निवासी है. उसके खिलाफ कई मामले लंबित हैं. उन्होंने बताया कि विनोथ के खिलाफ 14 आपराधिक मामले दर्ज और वह हाल ही में जमानत पर रिहा हुआ था. उन्होंने बताया कि वह इस तरह के दो अलग-अलग घटनाओं में आरोपी भी रह चुका है, जिसमें से एक भाजपा ऑफिस को टार्गेट करने की घटना भी शामिल है. पिछले हफ्ते ही उसे जमानत मिली और वह जेल से रिहा होकर निकला था.
क्या है मामला : अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (दक्षिण) प्रेम आनंद सिन्हा ने कहा, "सरदार पटेल रोड पर स्थित तमिलनाडु के राज्यपाल के आधिकारिक आवास के सामने शख्स ने बुधवार दोपहर करीब तीन बजे पेट्रोल बम फेंका, जो राजभवन के मैन गेट के सामने लगे अवरोधक के सामने गिरा. वहां मौजूद पुलिस कर्मियों ने उसे देखते ही तुरंत पकड़ लिया. सौभाग्य से इस घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. अधिकारी ने कहा कि मामला दर्ज कर लिया गया है और आरोपी को हिरासत में ले लिया गया है.
द्रमुक के खिलाफ विपक्षी पार्टियां : विपक्ष के नेता और अन्नाद्रमुक प्रमुख एडप्पादी के. पलानीस्वामी ने कहा, "राजभवन में हाई सिक्योरिटी की व्यवस्था रहती है, लेकिन आज की घटना से सारी सुरक्षा व्यवस्था धरी के धरी रह गई. उन्होंने कहा कि यह घटना तमिलनाडु में कानून एवं व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति को दर्शाती है. पूर्व सीएम ओ पनीरसेल्वम ने भी कानून व्यवस्था के मुद्दे पर सरकार को घेरा. वीके शशिकला ने कहा कि यह घटना राज्यपाल को आतंकित करने के समान है. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के. अन्नामलाई ने एक्स पर कहा, "यह वही व्यक्ति है, जिसने फरवरी 2022 में चेन्नई में भाजपा के तमिलनाडु मुख्यालय पर हमला किया था, आज वह राजभवन पर हमले के लिए जिम्मेदार है." केंद्रीय मंत्री एल मुरुगन ने भी कानून व्यवस्था को लेकर द्रमुक सरकार की आलोचना की.