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चित्रकूट जेल में कैदियों की हत्याओं की सीबीआई या एनआईए जांच कराने के लिए याचिका - चित्रकूट जेल में कैदियों की हत्याओं

याचिका में योगी आदित्यनाथ के उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर कार्यभार संभालने के बाद राज्य में 18 मार्च 2017 से अब तक हुई सभी न्यायेत्तर हत्याओं की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) या राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) से कराने का निर्देश देने का अनुरोध किया गया है.

murder of prisoners in chitrakoot jail
चित्रकूट जिला जेल में तीन विचाराधीन कैदियों की कथित हत्या
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Published : May 17, 2021, 1:45 AM IST

नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश की चित्रकूट जिला जेल में तीन विचाराधीन कैदियों की कथित हत्या मामले की जांच अदालत की निगरानी में सीबीआई या एनआईए से कराने की मांग को लेकर उच्चतम न्यायालय में एक याचिका दायर की गई है. उच्चतम न्यायालय के वकील अनूप प्रकाश अवस्थी द्वारा दायर याचिका में जिम्मेदार लोगों के खिलाफ उचित कार्रवाई करने का भी अनुरोध किया गया है.

याचिका में योगी आदित्यनाथ के उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर कार्यभार संभालने के बाद राज्य में 18 मार्च 2017 से अब तक हुई सभी न्यायेत्तर हत्याओं की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) या राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) से कराने का निर्देश देने का अनुरोध किया गया है.

पुलिस ने बताया था कि बसपा विधायक मुख्तार अंसारी गिरोह के एक सदस्य समेत तीन विचाराधीन कैदियों की 14 मई को चित्रकूट जिला जेल में गोली मारकर हत्या कर दी गई जिसके बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने जेल के दो अधिकारियों को निलंबित कर दिया था.

पढ़ें: केंद्र ने बिहार एवं उत्तर प्रदेश से शवों को गंगा में फेंकने पर रोक लगाने को कहा

याचिका में कहा गया है कि सबसे बड़ी चिंता यह है कि अगर ऐसे ही न्यायेत्तर हत्याओं की जांच नहीं की गई तो राज्य की एजेंसियां कभी भी किसी भी नागरिक की जान ले सकती हैं. इसमें कहा गया है कि उत्तर प्रदेश में 2017 के बाद से अब तक सैकड़ों लोगों की हत्याएं होने के साथ ही सैकड़ों मुठभेड़ हुईं जो न केवल चिंताजनक हैं बल्कि परेशान करने वाली बात भी हैं.

नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश की चित्रकूट जिला जेल में तीन विचाराधीन कैदियों की कथित हत्या मामले की जांच अदालत की निगरानी में सीबीआई या एनआईए से कराने की मांग को लेकर उच्चतम न्यायालय में एक याचिका दायर की गई है. उच्चतम न्यायालय के वकील अनूप प्रकाश अवस्थी द्वारा दायर याचिका में जिम्मेदार लोगों के खिलाफ उचित कार्रवाई करने का भी अनुरोध किया गया है.

याचिका में योगी आदित्यनाथ के उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर कार्यभार संभालने के बाद राज्य में 18 मार्च 2017 से अब तक हुई सभी न्यायेत्तर हत्याओं की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) या राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) से कराने का निर्देश देने का अनुरोध किया गया है.

पुलिस ने बताया था कि बसपा विधायक मुख्तार अंसारी गिरोह के एक सदस्य समेत तीन विचाराधीन कैदियों की 14 मई को चित्रकूट जिला जेल में गोली मारकर हत्या कर दी गई जिसके बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने जेल के दो अधिकारियों को निलंबित कर दिया था.

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याचिका में कहा गया है कि सबसे बड़ी चिंता यह है कि अगर ऐसे ही न्यायेत्तर हत्याओं की जांच नहीं की गई तो राज्य की एजेंसियां कभी भी किसी भी नागरिक की जान ले सकती हैं. इसमें कहा गया है कि उत्तर प्रदेश में 2017 के बाद से अब तक सैकड़ों लोगों की हत्याएं होने के साथ ही सैकड़ों मुठभेड़ हुईं जो न केवल चिंताजनक हैं बल्कि परेशान करने वाली बात भी हैं.

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