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VIDEO : PFI कनेक्शन में गिरफ्तार नुरुद्दीन जंगी के साथ पुलिस वाले सत्तू पार्टी करते नजर आए

लखनऊ से गिरफ्तार नुरुद्दीन जंगी को 14 दिनों की जेल हिरासत में भेज दिया गया है. इससे पहले नुरुद्दीन का पुलिस वालों के साथ सत्तू पार्टी करने का वीडियो (Nooruddin Jangi Sattu Party) तेजी से वायरल हो रहा है. आगे पढ़ें पूरी खबर और देखें वीडियो..

PFI कनेक्शन में गिरफ्तार नुरुद्दीन जंगी
PFI कनेक्शन में गिरफ्तार नुरुद्दीन जंगी
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Published : Jul 19, 2022, 7:01 AM IST

पटना : बिहार के पीएफआई कनेक्शन में लखनऊ से गिरफ्तार नुरुद्दीन जंगी ( Nooruddin Jangi Arrested From Lucknow) का एक वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. कहा जा रहा है कि नुरुद्दीन के साथ पटना के पुलिसवाले सत्तू पार्टी कर रहे थे. दरअसल सोमवार को नुरुद्दीन जंगी को पटना सिविल कोर्ट में पेशी के लिए लाया गया था. इसी दौरान पुलिसवाले नुरुद्दीन जंगी के साथ सत्तू पी रहे थे और बातें कर रह रहे थे.

ये भी पढ़े : नुरुद्दीन जंगी की सियासी ख्वाहिश: 2020 में SDPI के टिकट पर दरभंगा से लड़ चुका है चुनाव

नुरुद्दीन के पैसे पर सत्तू पार्टी! : वायरल वीडियो में साफ दिख रहा है कि जिस संदिग्ध को लखनऊ से गिरफ्तार किया गया, उसके हाथ में हथकड़ी तक नहीं थी. कुछ लोगों का तो यहां तक कहना है कि नुरुद्दीन ने ही अपने पैसे से पुलिसवालों को सत्तू पिलाई. वैसे इसमें कितनी सच्चाई है यह तो जांच का विषय है, पर जिस तरह से संगीन मामले के आरोपी के साथ खुलेआम पुलिसवाले सत्तू पार्टी कर रहे हैं वह सवालों के घेरे में जरूर है. वैसे सिविल कोर्ट में पेशी के बाद नुरुद्दीन जंगी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है.

काफी समय से पीएफआई से संबंध : दरभंगा के डीएसपी कृष्णानंद ने बताया कि नुरुद्दीन बिहार के दरभंगा के उर्दू बाजार के शेर मोहम्मद गली का रहने वाला है. वो काफी समय से पीएफआई से जुड़ा हुआ है. 11 जुलाई को पटना के फुलवारी शरीफ में दो संदिग्ध आतंकवादियों के पकड़े जाने और पटना पुलिस के द्वारा इस मामले में 26 लोगों पर नामजद एफआईआर (FIR) दर्ज करने के बाद वह बिहार छोड़कर फरार हो गया था.

सिमी के लिए कानूनी लड़ाई लड़ता था जंगी : केस में नामजदों की लिस्ट में 19वें नंबर पर नूरुद्दीन जंगी का नाम भी शामिल है. इसलिए गिरफ्तारी के डर से वो अपना ठिकाना बदल कर बिहार से उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ भाग गया. यहां के चारबाग इलाके के पास एक मुसाफिरखाना में वो ठहरा हुआ था. उसके उपर प्रतिबंधित आतंकी संगठन सिमी के पूर्व सदस्यों को जेल से छुड़वाने के लिए कानूनी मदद देने का आरोप है, जो बाद में पीएफआई से भी जुड़े.

विधानसभा चुनाव भी लड़ चुका है नुरुद्दीन : दरअसल, नुरुद्दीन जंगी ऊर्फ एडवोकेट नुरुद्दीन को बिहार पुलिस ने यूपी एटीएस के साथ मिलकर लखनऊ से गिरफ्तार किया था. बताया जाता है कि 'मिशन इस्लामिक स्टेट' कैंपेन का यह शातिर सियासी ख्वाहिश भी रखता है. उनकी इसी हरसत को पूरा करने के लिए वह 2020 में दरभंगा से विधानसभा का चुनाव भी लड़ चुका है. हालांकि उस चुनाव में करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा था.

नोट : ईटीवी भारत इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है.

पटना : बिहार के पीएफआई कनेक्शन में लखनऊ से गिरफ्तार नुरुद्दीन जंगी ( Nooruddin Jangi Arrested From Lucknow) का एक वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. कहा जा रहा है कि नुरुद्दीन के साथ पटना के पुलिसवाले सत्तू पार्टी कर रहे थे. दरअसल सोमवार को नुरुद्दीन जंगी को पटना सिविल कोर्ट में पेशी के लिए लाया गया था. इसी दौरान पुलिसवाले नुरुद्दीन जंगी के साथ सत्तू पी रहे थे और बातें कर रह रहे थे.

ये भी पढ़े : नुरुद्दीन जंगी की सियासी ख्वाहिश: 2020 में SDPI के टिकट पर दरभंगा से लड़ चुका है चुनाव

नुरुद्दीन के पैसे पर सत्तू पार्टी! : वायरल वीडियो में साफ दिख रहा है कि जिस संदिग्ध को लखनऊ से गिरफ्तार किया गया, उसके हाथ में हथकड़ी तक नहीं थी. कुछ लोगों का तो यहां तक कहना है कि नुरुद्दीन ने ही अपने पैसे से पुलिसवालों को सत्तू पिलाई. वैसे इसमें कितनी सच्चाई है यह तो जांच का विषय है, पर जिस तरह से संगीन मामले के आरोपी के साथ खुलेआम पुलिसवाले सत्तू पार्टी कर रहे हैं वह सवालों के घेरे में जरूर है. वैसे सिविल कोर्ट में पेशी के बाद नुरुद्दीन जंगी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है.

काफी समय से पीएफआई से संबंध : दरभंगा के डीएसपी कृष्णानंद ने बताया कि नुरुद्दीन बिहार के दरभंगा के उर्दू बाजार के शेर मोहम्मद गली का रहने वाला है. वो काफी समय से पीएफआई से जुड़ा हुआ है. 11 जुलाई को पटना के फुलवारी शरीफ में दो संदिग्ध आतंकवादियों के पकड़े जाने और पटना पुलिस के द्वारा इस मामले में 26 लोगों पर नामजद एफआईआर (FIR) दर्ज करने के बाद वह बिहार छोड़कर फरार हो गया था.

सिमी के लिए कानूनी लड़ाई लड़ता था जंगी : केस में नामजदों की लिस्ट में 19वें नंबर पर नूरुद्दीन जंगी का नाम भी शामिल है. इसलिए गिरफ्तारी के डर से वो अपना ठिकाना बदल कर बिहार से उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ भाग गया. यहां के चारबाग इलाके के पास एक मुसाफिरखाना में वो ठहरा हुआ था. उसके उपर प्रतिबंधित आतंकी संगठन सिमी के पूर्व सदस्यों को जेल से छुड़वाने के लिए कानूनी मदद देने का आरोप है, जो बाद में पीएफआई से भी जुड़े.

विधानसभा चुनाव भी लड़ चुका है नुरुद्दीन : दरअसल, नुरुद्दीन जंगी ऊर्फ एडवोकेट नुरुद्दीन को बिहार पुलिस ने यूपी एटीएस के साथ मिलकर लखनऊ से गिरफ्तार किया था. बताया जाता है कि 'मिशन इस्लामिक स्टेट' कैंपेन का यह शातिर सियासी ख्वाहिश भी रखता है. उनकी इसी हरसत को पूरा करने के लिए वह 2020 में दरभंगा से विधानसभा का चुनाव भी लड़ चुका है. हालांकि उस चुनाव में करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा था.

नोट : ईटीवी भारत इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है.

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