गुरुग्राम (हरियाणा): साइबर सिटी गुरुग्राम के एक निजी अस्पताल का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो में मरीजों के तीमारदारों की चीखते चिल्लाते देखे जा सकते हैं क्योंकि अस्पताल में मरीज मर रहे हैं लेकिन डॉक्टर और नर्स समेत पूरा स्टाफ मौके से नदारद है. ईटीवी भारत वीडियो की पुष्टि नहीं करता है.
वीडियो में क्या है
वीडियो गुरुग्राम के सेक्टर 56 इलाके के कीर्ति अस्पताल का है. बताया जा रहा है कि अस्पताल में एक ही रात में 8 कोविड मरीजों की मौत हो गई और मरीजों की मौत के बाद अस्पताल का पूरा स्टाफ फरार हो गया. मरीजों के परिजनों ने आरोप लगाया है कि अस्पताल में ऑक्सीजन खत्म होने के कारण मरीजों ने दम तोड़ दिया.
वायरल वीडियो में मरीजों के परिजन रोते हुए दिख रहे हैं. अस्पताल के आईसीयू में मरीज बिस्तर पर बेसुध पड़े हुए हैं और वीडियो बनाने वाला शख्स बता रहा है कि इन मरीजों की मौत हो चुकी है. वीडियो बनाने वाला युवक बताता है कि अस्पताल में इस दौरान ना डॉक्टर है, ना नर्स और ना ही कोई मेडिकल स्टाफ. इस दौरान वीडियो में पुलिसवाले भी दिखते हैं, अस्पताल में डॉक्टरों की गैरमौजूदगी पर वो पुलिस से भी सवाल करते हैं लेकिन पुलिस भी लाचार नजर आती है.
30 अप्रैल का बताया जा रहा वीडियो
सोशल मीडिया पर वायरल ये वीडियो 30 अप्रैल का बताया जा रहा है. परिजनों का आरोप है कि शव आईसीयू में पड़े थे और डॉक्टर समेत पूरा स्टाफ मौके से नदारद था. गुड़गांव प्रशासन का कहना है कि फुटेज पुराना है और मौजूदा हालात से इसका कोई लेना-देना नहीं है. हालांकि बताया जा रहा है कि सुरक्षा के मद्देनजर अस्पताल के बाहर पुलिसबल तैनात कर दिया गया है ताकि गुस्साए तीमारदार किसी प्रकार का हंगामा ना कर सके.
मामला क्या है
30 अप्रैल को गुरुग्राम के निजी अस्पताल में 6 से 8 मरीजों की संदिग्ध मौत का मामला सामने आया था. परिजनों के मुताबिक ऑक्सीजन की कमी के कारण मरीजों की मौत हुई. कीर्ति अस्पताल के मेडिकल स्टोर पर तैनात मोहन ने भी माना कि वो खुद उस रात स्टोर में मौजूद थे और अस्पताल में ऑक्सीजन खत्म हो गई थी. हालांकि इस पूरे मामले पर प्रशासन ने अभी तक चुप्पी साधी हुई है. इसके बाद एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें अस्पताल में मरीजों की मौत और डॉक्टरों की गैर मौजूदगी बताई जा रही है.
ये भी पढ़ें: रमजान के देसी जुगाड़ से बची सैकड़ों कोरोना मरीजों की जान
गुरुग्राम: बीजेपी महिला मोर्चा की जिला उपाध्यक्ष के अस्पताल में 8 की मौत पर भी प्रशासन मौन
गुरुग्राम के सेक्टर-56 स्थित कीर्ति अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीजों की संदिग्ध मौत के 5 दिन बीत जाने के बाद भी जिला प्रशासन मौन बना हुआ है. दरअसल हॉस्पिटल की संचालक सत्तासीन बीजेपी की कार्यकर्ता बताई जा रही हैं. हॉस्पिटल की बिल्डिंग पर बीजेपी का झंडा भी लगा हुआ है.
वहीं इस हॉस्पिटल की संचालक स्वाति राठौर भाजपा के कई कार्यक्रम में मंच पर भी दिखाई देती रही हैं. कई बड़े नेताओं के साथ स्वाति राठौर की तस्वीरें भी सामने आई हैं. इस वक्त स्वाति राठौर गुरुग्राम में बीजेपी महिला मोर्चा की उपाध्यक्ष हैं. शायद यही वजह है कि मरीजों की मौत के बाद भी कोई भी कार्रवाई इस हॉस्पिटल पर नहीं की गई.
30 अप्रैल को हुई थी 6 से 8 मरीजों की मौत
दरअसल दिल्ली से सटे गुरुग्राम के कीर्ति अस्पताल में 6 से 8 मरीजों की संदिग्ध मौत का मामला सामने आया था. जहां बीती 30 अप्रैल यानी शुक्रवार की देर रात ऑक्सीजन सप्लाई खत्म होने से मरीजों की संदिग्ध मौत की खबर सामने आई थी. जिसके बाद अस्पताल में तैनात डॉक्टर्स, नर्स और मेडिकल अटेंडेंट तक मौके से फरार हो गए.
परिजनों की चीख-पुकार पर गुरुग्राम पुलिस मौके पर तो पहुंची लेकिन मूक दर्शक बनी रही. वायरल वीडियो में संक्रमित मरीजों के परिजन रोते बिलखते चीत्कार करते देखे जा रहे हैं. लेकिन पुलिस न तो सेवा न सहयोग और न ही सुरक्षा जैसे नारों पर खरी उतर रही है.
ये भी पढ़ें- गुरुग्राम: ICU में मरीजों को मृत छोड़कर भागने वाले डॉक्टरों पर 6 दिन बाद भी कार्रवाई नहीं
वहीं इस शर्मनाक और ह्रदय विदारक मामले में बेशक जिला प्रशासन ने चुप्पी साधी हो लेकिन कीर्ति अस्पताल के मेडिकल स्टोर पर तैनात कर्मचारी मोहन ने माना कि वो खुद उस रात मेडिकल स्टोर पर मौजूद थे. ऑक्सीजन खत्म हो गयी थी. जिसके कारण 6 से 8 मरीजों की मौत हो गयी थी. जिसके बाद अफरातफरी मची और डॉक्टर्स, नर्स और अस्पताल में तैनात सभी स्टाफ अपनी जान बचा कर भाग खड़ा हुआ था.
हादसे के बाद सेक्टर 56 पुलिस थाने से गुरुग्राम पुलिस मौके पर जरूर पहुंची, लेकिन अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ 5 दिन बीत जाने के बाद भी कार्रवाई के नाम पर कोई माकूल कदम तक नहीं उठाया गया.
ये भी पढ़ें- गुरुग्राम के अस्पताल में 8 कोरोना मरीजों की मौत, शव ICU में छोड़कर फरार हुआ स्टाफ
दबाव में गुरुग्राम जिला प्रशासन!
अस्पताल की पड़ताल में सामने आया कि अस्पताल के संचालक के सत्तासीन पार्टी बीजेपी में दबदबा होने के चलते इस अस्पताल के खिलाफ जिला प्रशासन कोई माकूल कार्रवाई करने से बचता नज़र आ रहा है. क्योंकि बीते दिनों गुरुग्राम के एक निजी अस्पताल में 4 मरीजों की ऑक्सीजन नहीं मिलने के चलते दर्दनाक मौत हो गई थी. जिसमें जिला प्रशासन ने तत्काल एसडीएम जांच के आदेश दे दिए थे तो वहीं दूसरी ओर इस निजी अस्पताल में जिला प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई. जो जिला प्रशासन और सरकार के दोगलेपन को दर्शा रहा है.