अमेठीः स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर सरकार के सारे दावे हवा-हवाई साबित हो रहे हैं. हालत यह है कि मरीजों को स्ट्रेचर तक उपलब्ध नहीं हो पा रहा है. ऐसा ही एक मामला अमेठी के जगदीशपुर में देखने को मिला. जगीदशपुर सीएचसी आया एक मरीज ओपीडी से खिसक-खिसक कर बाहर निकलता दिख रहा है. इसके बाद उसके घर वाले उसे गोद में लेकर सीएचसी से बाहर निकल रहे हैं. यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है.
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और स्वास्थ्य राज्य मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह के क्षेत्र में ऐसी घटनाएं सरकार के सारे दावों की पोल खोल रही हैं. खुद राज्य के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक दौरा कर जीरो ग्राउंड पर निरीक्षण कर रहे हैं. लेकिन, अमेठी में इसका कोई असर नहीं दिखाई पड़ रहा है. हालात जस के तस बने हुए हैं. आए दिन स्वास्थ विभाग की एक न एक तस्वीर सरकार के दावों पर सवाल खड़ा कर देती है.
गौरतलब है कि जगीदशपुर सीएचसी पर एक शख्स अपने पैर के इलाज के लिए पहुंचा था. डॉक्टर की ओपीडी से निकलने के लिए उसे स्ट्रेचर नहीं मिला. इसके बाद वो ओपीडी से खिसक-खिसक कर बाहर निकला. मरीज के पैर में चोट होने के कारण वह चलने में असमर्थ था. कुछ समय पश्चात एक मरीज की महिला परिजन और एक अन्य युवक उसे गोद में लेकर अस्पताल से बाहर निकलते हैं.
हालांकि, विभाग से जुड़े लोगों के अनुसार अस्पताल में संसाधन की कमी नहीं है. वहीं, जगदीशपुर सीएचसी के अधीक्षक डॉ. प्रदीप तिवारी ने बताया कि अस्पताल में स्ट्रेचर की कमी नहीं है. यदि कोई खुद स्ट्रेचर न ले तो हम क्या कर सकते हैं.
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