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कश्मीरी पंडितों के मुद्दे के समाधान के लिए कानून बनाने की अपील

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Published : Jun 23, 2021, 9:07 AM IST

Updated : Jun 23, 2021, 9:35 AM IST

पनुन कश्मीर (विस्थापित कश्मीरी पंडितों का एक संगठन) ने प्रधानमंत्री से कश्मीरी पंडितों के मुद्दे के समाधान के लिए कानून बनाने की अपील की.

कानून बनाने की अपील
कानून बनाने की अपील

जम्मू : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के बृहस्पतिवार को सर्वदलीय बैठक (all party meeting) करने से पहले पनुन कश्मीर (Panun Kashmir) ने उनसे कश्मीरी पंडितों के मुद्दे के समाधान के लिए कानून बनाने की अपील की. पनुन कश्मीर, विस्थापित कश्मीरी पंडितों (Kashmiri Pandits) का एक संगठन है.

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से 24 जून को जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक दलों की बैठक (Meeting of political parties of Jammu and Kashmir) बुलाई गई है.

पनुन कश्मीर के अध्यक्ष डॉ. अजय चरूंगू ने बताया कि संगठन केन्द्र के जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा (Special status to Jammu and Kashmir) देने वाले अनुच्छेद 370 (Article-370) के अहम खंडों को खत्म करने और दो केन्द्र शासित प्रदेशों के गठन के कदम का समर्थन करता है, लेकिन यह पूरी कार्रवाई नहीं है.

पढ़ें- पीएम मोदी का प्रमुख कश्मीरी नेताओं को आमंत्रण, सियासी सरगर्मियां तेज

गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर में मुख्य धारा के सियासी दलों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में 24 जून को होने वाली सर्वदलीय बैठक में शामिल होने के लिये भेजे गए निमंत्रण पर चर्चा के लिये गुपकार जन घोषणापत्र गठबंधन (PDP) की बैठक मंगलवार को हुई थी.

केंद्र द्वारा अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 को रद्द करने और जम्मू कश्मीर को दो केंद्र शासित क्षेत्रों में विभाजित करने के बाद गठित पीएजीडी नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी समेत जम्मू कश्मीर के छह राजनीतिक दलों का एक गठबंधन है.

पढ़ें- प्रधानमंत्री की बैठक में शामिल होगा गुपकार : फारूक

चार पूर्व मुख्यमंत्रियों समेत जम्मू कश्मीर के 14 राजनेताओं को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ नई दिल्ली में 24 जून को उच्च स्तरीय बैठक के लिये आमंत्रित किया गया है, जिसमें केंद्र शासित क्षेत्र में विधानसभा चुनाव कराने की कार्ययोजना निर्धारित किये जाने की उम्मीद है.

(भाषा)

जम्मू : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के बृहस्पतिवार को सर्वदलीय बैठक (all party meeting) करने से पहले पनुन कश्मीर (Panun Kashmir) ने उनसे कश्मीरी पंडितों के मुद्दे के समाधान के लिए कानून बनाने की अपील की. पनुन कश्मीर, विस्थापित कश्मीरी पंडितों (Kashmiri Pandits) का एक संगठन है.

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से 24 जून को जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक दलों की बैठक (Meeting of political parties of Jammu and Kashmir) बुलाई गई है.

पनुन कश्मीर के अध्यक्ष डॉ. अजय चरूंगू ने बताया कि संगठन केन्द्र के जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा (Special status to Jammu and Kashmir) देने वाले अनुच्छेद 370 (Article-370) के अहम खंडों को खत्म करने और दो केन्द्र शासित प्रदेशों के गठन के कदम का समर्थन करता है, लेकिन यह पूरी कार्रवाई नहीं है.

पढ़ें- पीएम मोदी का प्रमुख कश्मीरी नेताओं को आमंत्रण, सियासी सरगर्मियां तेज

गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर में मुख्य धारा के सियासी दलों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में 24 जून को होने वाली सर्वदलीय बैठक में शामिल होने के लिये भेजे गए निमंत्रण पर चर्चा के लिये गुपकार जन घोषणापत्र गठबंधन (PDP) की बैठक मंगलवार को हुई थी.

केंद्र द्वारा अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 को रद्द करने और जम्मू कश्मीर को दो केंद्र शासित क्षेत्रों में विभाजित करने के बाद गठित पीएजीडी नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी समेत जम्मू कश्मीर के छह राजनीतिक दलों का एक गठबंधन है.

पढ़ें- प्रधानमंत्री की बैठक में शामिल होगा गुपकार : फारूक

चार पूर्व मुख्यमंत्रियों समेत जम्मू कश्मीर के 14 राजनेताओं को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ नई दिल्ली में 24 जून को उच्च स्तरीय बैठक के लिये आमंत्रित किया गया है, जिसमें केंद्र शासित क्षेत्र में विधानसभा चुनाव कराने की कार्ययोजना निर्धारित किये जाने की उम्मीद है.

(भाषा)

Last Updated : Jun 23, 2021, 9:35 AM IST
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