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Jharkhand: पहली बार चाकुलिया में दिखा 70 हाथियों का झुंड, कई गांवों में मचाया उत्पात, दहशत में ग्रामीण - Panic due to elephant herd

पूर्वी सिंहभूम के चाकुलिया में 70 हाथियों के झुंड से लोगों में दहशत है. 4 दिनों में हाथियों ने कई गांवों में उत्पात मचाया है. गांव से हाथियों को भगाने के लिए ग्रामीण पहरेदारी कर रहे हैं.

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Published : Jun 13, 2022, 5:08 PM IST

जमशेदपुर: पूर्वी सिंहभूम के चाकुलिया प्रखंड के वनक्षेत्र में एक जगह पर 70 से ज्यादा हाथियों के झुंड से दहशत फैल गई है. पिछले चार दिनों के भीतर चौठिया, सिंदूरगौरी, दिघी, अमलागोड़ा, नीमडीहा समेत कई गांवों में हाथियों का उत्पात देखा जा रहा है. अबतक छह कच्चे मकानों को हाथियों ने नुकसान पहुंचाया है. ग्रामीणों का कहना है कि शाम होते ही कुछ हाथी गांवों में चले आते हैं. गांव से हाथियों को खदेड़ने के लिए ग्रामीणों को रात भर पहरेदारी करनी पड़ रही है.

ये भी पढें:- जंगली हाथी का आतंकः एक व्यक्ति को कुचला, स्कूल का मिड डे मील कर गया चट

चाकुलिया में हाथियों का झुंड: ग्रामीणों ने बताया कि हाथियों को भगाने के लिए वन विभाग से अपेक्षित सहयोग नहीं मिल रहा है. विभाग की तरफ से जरूरत के मुताबिक पटाखे तक मुहैया नहीं कराए गये हैं. ग्रामीण अपने स्तर से चंदा जुटाकर हाथियों को खदेड़ने के लिए पटाखे का इस्तेमाल कर रहे हैं. ग्रामीणों के मुताबिक हाथियों का इतना बड़ा झुंड पहली बार देखने को मिला है. चाकुलिया के वनक्षेत्र में जमा हाथियों के झुंड की सेल्फी लेने के लिए भी होड़ मची हुई है. कुछ युवक आसपास के बिजली के टावर पर चढ़कर हाथियों के विजुअल बनाते भी देखे गये हैं.

देखें वीडियो

हर साल कई लोगों की होती है मौत: आपको बता दें कि जंगली हाथियों की वजह से झारखंड में हर साल दर्जनों लोगों को जान गंवानी पड़ती है. झारखंड के खूंटी, सिमडेगा, गुमला, रामगढ़ और रांची के ग्रामीण इलाकों में हाथियों का झुंड अक्सर घुस आता है. इसका सबसे ज्यादा खामिया जंगलों को लकड़ी चुनने या जंगल के नजदीक खेती करने वालों को उठाना पड़ता है. हालाकि जान-माल का नुकसान होने पर वन विभाग की तरफ से मुआवजा दिया जाता है. लेकिन आज तक हाथियों को गांवों में घुसने से रोकने के लिए कोई ठोस उपाय नहीं निकाला जा सका है. आपको बता दें कि चाकुलिया से करीब 80 किलोमीटर की दूरी पर दलमा वाइल्ड लाइफ अभ्यारण्य है. इसको हाथियों का आश्रय स्थल भी कहा जाता है. यहां हाथियों के झुंड को देखने के लिए दूर दूर से पर्यटक आते हैं.

जमशेदपुर: पूर्वी सिंहभूम के चाकुलिया प्रखंड के वनक्षेत्र में एक जगह पर 70 से ज्यादा हाथियों के झुंड से दहशत फैल गई है. पिछले चार दिनों के भीतर चौठिया, सिंदूरगौरी, दिघी, अमलागोड़ा, नीमडीहा समेत कई गांवों में हाथियों का उत्पात देखा जा रहा है. अबतक छह कच्चे मकानों को हाथियों ने नुकसान पहुंचाया है. ग्रामीणों का कहना है कि शाम होते ही कुछ हाथी गांवों में चले आते हैं. गांव से हाथियों को खदेड़ने के लिए ग्रामीणों को रात भर पहरेदारी करनी पड़ रही है.

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चाकुलिया में हाथियों का झुंड: ग्रामीणों ने बताया कि हाथियों को भगाने के लिए वन विभाग से अपेक्षित सहयोग नहीं मिल रहा है. विभाग की तरफ से जरूरत के मुताबिक पटाखे तक मुहैया नहीं कराए गये हैं. ग्रामीण अपने स्तर से चंदा जुटाकर हाथियों को खदेड़ने के लिए पटाखे का इस्तेमाल कर रहे हैं. ग्रामीणों के मुताबिक हाथियों का इतना बड़ा झुंड पहली बार देखने को मिला है. चाकुलिया के वनक्षेत्र में जमा हाथियों के झुंड की सेल्फी लेने के लिए भी होड़ मची हुई है. कुछ युवक आसपास के बिजली के टावर पर चढ़कर हाथियों के विजुअल बनाते भी देखे गये हैं.

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हर साल कई लोगों की होती है मौत: आपको बता दें कि जंगली हाथियों की वजह से झारखंड में हर साल दर्जनों लोगों को जान गंवानी पड़ती है. झारखंड के खूंटी, सिमडेगा, गुमला, रामगढ़ और रांची के ग्रामीण इलाकों में हाथियों का झुंड अक्सर घुस आता है. इसका सबसे ज्यादा खामिया जंगलों को लकड़ी चुनने या जंगल के नजदीक खेती करने वालों को उठाना पड़ता है. हालाकि जान-माल का नुकसान होने पर वन विभाग की तरफ से मुआवजा दिया जाता है. लेकिन आज तक हाथियों को गांवों में घुसने से रोकने के लिए कोई ठोस उपाय नहीं निकाला जा सका है. आपको बता दें कि चाकुलिया से करीब 80 किलोमीटर की दूरी पर दलमा वाइल्ड लाइफ अभ्यारण्य है. इसको हाथियों का आश्रय स्थल भी कहा जाता है. यहां हाथियों के झुंड को देखने के लिए दूर दूर से पर्यटक आते हैं.

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