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पाक वित्त मंत्री की घोषणा, भारत के साथ व्यापार फिर से शुरू करेगा पाकिस्तान

पाकिस्तान के वित्त मंत्री मिफ्ताह इस्माइल ने घोषणा की है कि पाकिस्तान भारत के साथ व्यापार (खुला व्यापार मार्ग) फिर से शुरू करेगा. Pakistan to resume open trade route.

मिफ्ताह इस्माइल
मिफ्ताह इस्माइल
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Published : Aug 29, 2022, 5:12 PM IST

Updated : Aug 29, 2022, 8:08 PM IST

इस्लामाबाद: पाकिस्तानी वित्त मंत्री मिफ्ताह इस्माइल ने घोषणा की है कि पाकिस्तान भारत के साथ व्यापार (खुला व्यापार मार्ग) फिर से शुरू (Pakistan to resume open trade route) करेगा. पाकिस्तान की मीडिया ने यह दावा किया है. इस्माइल ने कहा, हम इस बाढ़ और खाद्य कीमतों में वृद्धि के कारण भारत के साथ व्यापार मार्ग खोलेंगे. इस्लामाबाद में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान इस्माइल ने कहा कि विनाशकारी बाढ़ के कारण पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को 10 अरब अमेरिकी डॉलर तक का नुकसान हुआ है. मीडिया रिपोर्ट में इस्माइल के बयान के हवाले से कहा गया है कि यह शुरुआती आकलन है. जमीनी स्तर पर सर्वे करने के बाद नुकसान में इजाफा हो सकता है.

बता दें, पाकिस्तान में आई विनाशकारी बाढ़ के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 1,061 पहुंच गई. वहीं आर्थिक संकट से जूझ रही प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ सरकार की अपील के बाद अंतरराष्ट्रीय सहायता पहुंचने लगी है. बाढ़ की विभीषिका का अनुमान इस बात से लगाया जा सकता है कि 3.3 करोड़ लोगों को यानी देश की कुल आबादी के करीब सातवें हिस्सा को विस्थापित होना पड़ा है. पाकिस्तानी जलवायु परिवर्तन मंत्री शेरी रहमान ने इसे 'दशक का सबसे भयावह मानसून' करार दिया है.

प्राकृतिक आपदाओं से निपटने वाले मुख्य राष्ट्रीय संगठन राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा सोमवार को जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार, बाढ़ के कारण कम से कम 1,061 लोग मारे गए हैं जबकि 1,575 लोग घायल हुए हैं. प्राधिकरण ने कहा कि करीब 9,92,871 घर पूरी तरह या आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं जिससे लाखों लोग भोजन व स्वच्छ पेयजल आदि से वंचित हो गए हैं. इसके साथ ही करीब 7.19 लाख पशु भी मारे गए हैं और लाखों एकड़ उपजाऊ भूमि लगातार बारिश से जलमग्न हैं.

यह भी पढ़ें- भारत ने पाकिस्तान से अल्पसंख्यकों के साथ भेदभाव खत्म करने को कहा

एक्सप्रेस ट्रिब्यून अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारियों ने कहा कि मृतकों की संख्या काफी अधिक हो सकती है क्योंकि खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में हजारों गांव देश के बाकी हिस्सों से कटे हुए हैं और नदियों के उफनने से सड़कें और पुल तबाह हो गए हैं. जियो टीवी की एक खबर के अनुसार, पाकिस्तान के ऊर्जा मंत्रालय ने कहा कि सिंध और बलूचिस्तान प्रांतों में बिजली की बहाली सर्वोच्च प्राथमिकता है.

पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मदद की दरकार
इस भीषण आपदा का सामना करने में मुश्किलों से जूझ रहे पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय मदद मांगी है और कई देशों ने एकजुटता संदेशों के साथ मानवीय सहायता भेजी है. बीबीसी ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शरीफ के एक करीब सहयोगी का हवाला देते हुए कहा कि देश को अंतरराष्ट्रीय मदद की काफी दरकार है. अधिकारियों ने कहा कि अमेरिका, ब्रिटेन, संयुक्त अरब अमीरात और अन्य ने आपदा अपील को देखते हुए मदद की है, लेकिन और अधिक धन की आवश्यकता है.

इस्लामाबाद: पाकिस्तानी वित्त मंत्री मिफ्ताह इस्माइल ने घोषणा की है कि पाकिस्तान भारत के साथ व्यापार (खुला व्यापार मार्ग) फिर से शुरू (Pakistan to resume open trade route) करेगा. पाकिस्तान की मीडिया ने यह दावा किया है. इस्माइल ने कहा, हम इस बाढ़ और खाद्य कीमतों में वृद्धि के कारण भारत के साथ व्यापार मार्ग खोलेंगे. इस्लामाबाद में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान इस्माइल ने कहा कि विनाशकारी बाढ़ के कारण पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को 10 अरब अमेरिकी डॉलर तक का नुकसान हुआ है. मीडिया रिपोर्ट में इस्माइल के बयान के हवाले से कहा गया है कि यह शुरुआती आकलन है. जमीनी स्तर पर सर्वे करने के बाद नुकसान में इजाफा हो सकता है.

बता दें, पाकिस्तान में आई विनाशकारी बाढ़ के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 1,061 पहुंच गई. वहीं आर्थिक संकट से जूझ रही प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ सरकार की अपील के बाद अंतरराष्ट्रीय सहायता पहुंचने लगी है. बाढ़ की विभीषिका का अनुमान इस बात से लगाया जा सकता है कि 3.3 करोड़ लोगों को यानी देश की कुल आबादी के करीब सातवें हिस्सा को विस्थापित होना पड़ा है. पाकिस्तानी जलवायु परिवर्तन मंत्री शेरी रहमान ने इसे 'दशक का सबसे भयावह मानसून' करार दिया है.

प्राकृतिक आपदाओं से निपटने वाले मुख्य राष्ट्रीय संगठन राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा सोमवार को जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार, बाढ़ के कारण कम से कम 1,061 लोग मारे गए हैं जबकि 1,575 लोग घायल हुए हैं. प्राधिकरण ने कहा कि करीब 9,92,871 घर पूरी तरह या आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं जिससे लाखों लोग भोजन व स्वच्छ पेयजल आदि से वंचित हो गए हैं. इसके साथ ही करीब 7.19 लाख पशु भी मारे गए हैं और लाखों एकड़ उपजाऊ भूमि लगातार बारिश से जलमग्न हैं.

यह भी पढ़ें- भारत ने पाकिस्तान से अल्पसंख्यकों के साथ भेदभाव खत्म करने को कहा

एक्सप्रेस ट्रिब्यून अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारियों ने कहा कि मृतकों की संख्या काफी अधिक हो सकती है क्योंकि खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में हजारों गांव देश के बाकी हिस्सों से कटे हुए हैं और नदियों के उफनने से सड़कें और पुल तबाह हो गए हैं. जियो टीवी की एक खबर के अनुसार, पाकिस्तान के ऊर्जा मंत्रालय ने कहा कि सिंध और बलूचिस्तान प्रांतों में बिजली की बहाली सर्वोच्च प्राथमिकता है.

पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मदद की दरकार
इस भीषण आपदा का सामना करने में मुश्किलों से जूझ रहे पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय मदद मांगी है और कई देशों ने एकजुटता संदेशों के साथ मानवीय सहायता भेजी है. बीबीसी ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शरीफ के एक करीब सहयोगी का हवाला देते हुए कहा कि देश को अंतरराष्ट्रीय मदद की काफी दरकार है. अधिकारियों ने कहा कि अमेरिका, ब्रिटेन, संयुक्त अरब अमीरात और अन्य ने आपदा अपील को देखते हुए मदद की है, लेकिन और अधिक धन की आवश्यकता है.

Last Updated : Aug 29, 2022, 8:08 PM IST
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