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Pakistan using Kashmiri terrorists : कश्मीरी आतंकियों का इस्तेमाल कर उनकी हत्या करवा रहा पाकिस्तान - Pakistan using Kashmiri terrorists

पाकिस्तान कश्मीरी युवकों को भड़काकर उन्हें आतंकवाद के रास्ते पर ले जाता है, उनका इस्तेमाल करता है फिर उन्हें अपने रास्ते से हटा देता है. हाल ही में कुछ ऐसे मामले सामने आए हैं, जिनमें पाकिस्तान ने कश्मीरी दहशतगर्दों को खुद मरवा दिया.

Pakistan using Kashmiri terrorists
कश्मीरी आतंकियों का इस्तेमाल
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Published : Feb 28, 2023, 9:15 PM IST

नई दिल्ली : पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. पहले वह कश्मीर में आतंकियों को भेजता है, फिर कश्मीर के युवाओं को भड़काता है और उसके बाद उन्हें बहकाकर उनकी हत्या भी कर देता है. हाल ही में कई ऐसी घटनाएं सामने आईं हैं. जब पाकिस्तान ने कश्मीरी आतंकियों की हत्या अपने देश में ही करा दी है. इन सभी आतंकियों को पाकिस्तान ने खुद पनाह दिया और बाद में उनकी हत्या भी करवा दी है.

गत रविवार को खालिद राजा नाम के एक आतंकी की कराची में हत्या कर दी गई. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक खालिद राजा कश्मीर का था. यहां से वह पाकिस्तान चला गया. वहां पर पाकिस्तान ने इसे शह दी. वह पाकिस्तान में फेडरेशन ऑफ प्राइवेट स्कूल से जुड़ गया था. इस स्कूल से जुड़ने के साथ-साथ वह कश्मीर में सक्रिय टेररिस्ट ऑर्गेनाइजेशन अल बदर का भी कमांडर था. कुछ लोगों ने इसकी हत्या के लिए सिंधी संगठन को जिम्मेदार ठहराया है. खालिद को उसके घर के बाहर ही गोली मारी गई.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उसे स्लीपर सेल बनाने में महारत हासिल था. वह कराची में रहता था. ऐसा कहा जाता है कि कभी उसने सौ से भी अधिक आतंकियों का एक पूरा नेटवर्क तैयार कर लिया था.

आपको बता दें कि खालिद की हत्या से पहले बशीर अहमद नाम के एक आतंकी को पाकिस्तान ने मारा. उसकी हत्या पिछले सप्ताह ही की गई. वह भी कश्मीरी आतंकी था. वह हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़ा हुआ था. उसकी हत्या उस समय की गई, जब वह नमाज पढ़ने के लिए जा रहा था. बशीर अहमद को इम्तियाज आलम के नाम से भी जाना जाता था. मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि बशीर ऑनलाइन के माध्यम से अपने लोगों से संपर्क किया करता था. उसे सूचनाएं देता था. और आतंकी गतिविधियों के उकसाता भी था. पिछले साल भारत में भी उसे टेररिस्ट घोषित किया गया था.

खबरों के मुताबिक बशीर रावलपिंडी में रहता था. रावलपिंडी में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई का कार्यालय है. पाकिस्तान ने बाकायदा उसे सभी सुविधाएं दे रखी थीं. उसके लिए पासपोर्ट का इंतजाम भी करवाता था.

इससे पहले एजाज अहमद नाम के एक अन्य आतंकी की अफगानिस्तान में हत्या की गई. एजाज आईएस से जुड़ा था. वह आईएस की गतिविधियों को कश्मीर में सक्रिय करता था. उसने कई आत्मघाती हमलों की भी योजना बनाई थी. इसे उस्मान अल कश्मीरी के नाम से भी जाना जाता था. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार वह अलग-अलग युवकों से संपर्क कर उसे आतंकी गतिविधियों में शामिल किया करता था.

पढ़ें- Pakistan Not Learning Lessons From Economic Crisis : पाकिस्तान है कि सुधरता नहीं- पास में पैसे नहीं, पर 'कश्मीर-राग' से परहेज नहीं

नई दिल्ली : पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. पहले वह कश्मीर में आतंकियों को भेजता है, फिर कश्मीर के युवाओं को भड़काता है और उसके बाद उन्हें बहकाकर उनकी हत्या भी कर देता है. हाल ही में कई ऐसी घटनाएं सामने आईं हैं. जब पाकिस्तान ने कश्मीरी आतंकियों की हत्या अपने देश में ही करा दी है. इन सभी आतंकियों को पाकिस्तान ने खुद पनाह दिया और बाद में उनकी हत्या भी करवा दी है.

गत रविवार को खालिद राजा नाम के एक आतंकी की कराची में हत्या कर दी गई. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक खालिद राजा कश्मीर का था. यहां से वह पाकिस्तान चला गया. वहां पर पाकिस्तान ने इसे शह दी. वह पाकिस्तान में फेडरेशन ऑफ प्राइवेट स्कूल से जुड़ गया था. इस स्कूल से जुड़ने के साथ-साथ वह कश्मीर में सक्रिय टेररिस्ट ऑर्गेनाइजेशन अल बदर का भी कमांडर था. कुछ लोगों ने इसकी हत्या के लिए सिंधी संगठन को जिम्मेदार ठहराया है. खालिद को उसके घर के बाहर ही गोली मारी गई.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उसे स्लीपर सेल बनाने में महारत हासिल था. वह कराची में रहता था. ऐसा कहा जाता है कि कभी उसने सौ से भी अधिक आतंकियों का एक पूरा नेटवर्क तैयार कर लिया था.

आपको बता दें कि खालिद की हत्या से पहले बशीर अहमद नाम के एक आतंकी को पाकिस्तान ने मारा. उसकी हत्या पिछले सप्ताह ही की गई. वह भी कश्मीरी आतंकी था. वह हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़ा हुआ था. उसकी हत्या उस समय की गई, जब वह नमाज पढ़ने के लिए जा रहा था. बशीर अहमद को इम्तियाज आलम के नाम से भी जाना जाता था. मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि बशीर ऑनलाइन के माध्यम से अपने लोगों से संपर्क किया करता था. उसे सूचनाएं देता था. और आतंकी गतिविधियों के उकसाता भी था. पिछले साल भारत में भी उसे टेररिस्ट घोषित किया गया था.

खबरों के मुताबिक बशीर रावलपिंडी में रहता था. रावलपिंडी में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई का कार्यालय है. पाकिस्तान ने बाकायदा उसे सभी सुविधाएं दे रखी थीं. उसके लिए पासपोर्ट का इंतजाम भी करवाता था.

इससे पहले एजाज अहमद नाम के एक अन्य आतंकी की अफगानिस्तान में हत्या की गई. एजाज आईएस से जुड़ा था. वह आईएस की गतिविधियों को कश्मीर में सक्रिय करता था. उसने कई आत्मघाती हमलों की भी योजना बनाई थी. इसे उस्मान अल कश्मीरी के नाम से भी जाना जाता था. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार वह अलग-अलग युवकों से संपर्क कर उसे आतंकी गतिविधियों में शामिल किया करता था.

पढ़ें- Pakistan Not Learning Lessons From Economic Crisis : पाकिस्तान है कि सुधरता नहीं- पास में पैसे नहीं, पर 'कश्मीर-राग' से परहेज नहीं

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