श्रीनगर : पीपुल्स अलायंस फॉर गुपकार डिक्लेरेशन (Peoples Alliance for Gupkar Declaration) के नेताओं ने बुधवार को जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती (former chief minister Mehbooba Mufti) के आवास पर बैठक की.
बैठक की अध्यक्षता पीएजीडी के अध्यक्ष डॉ फारूक अब्दुल्ला (Dr Farooq Abdullah ) ने की. बैठक में हसनैन मसूदी, एमवाई तारिगामी, मुजफ्फर शाह और अन्य ने भाग लिया.
लगभग छह महीने के अंतराल के बाद पीएजीडी सदस्यों द्वारा बैठक आयोजित की गई थी.
मीडिया को संबोधित करते हुए पीएजीडी के अध्यक्ष ( PAGD president) और नेशनल कांफ्रेंस अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि 5 अगस्त, 2019 को की गई घोषणाओं पर पीएजीडी के रुख में कोई बदलाव नहीं आया है.
बैठक के बाद डॉ फारूक ने कहा कि गठबंधन लोगों के अधिकारों के लिए लड़ना जारी रखेगा. उन्होंने आगे कहा कि माकपा नेता एम वाई तारिगामी (MY Tarigam) को सदस्यों द्वारा गठबंधन का नया प्रवक्ता नियुक्त किया गया है.
एक सांसद के रूप में संसद से उनके इस्तीफे के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में, उन्होंने कहा, 'मैं इस्तीफा नहीं दूंगा. मैं आग की लपटों को बुझाऊंगा. मैं संसद में अपने लोगों के लिए लड़ूंगा.'
उन्होंने आगे कहा, 'पीएजीडी के दरवाजे सबके लिए हमेशा खुले हैं और आगे भी खुले रहेंगे.'
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जम्मू-कश्मीर के कुछ इलाकों में सैनिकों की तैनाती की अफवाहों के बारे में नेशनल कांफ्रेंस के नेता ने कहा, 'हमने भी आपकी तरह ही अफवाहें सुनी हैं. हम और कुछ नहीं जानते. वे वही करते हैं, जो वे चाहते हैं.'
इस बीच, माकपा नेता तारिगामी ने कहा कि गठबंधन जम्मू-कश्मीर के लोगों की भलाई के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगा.
पीएजीडी का गठन जम्मू कश्मीर में राजनीतिक दलों के एक समूह द्वारा किया गया था, जिसका उद्देश्य राज्य में पांच अगस्त अगस्त 2019 की स्थिति की बहाली के लड़ना है.