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कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा को लेकर एलजी मनोज सिन्हा से मिला गुपकार गठबंधन - जम्मू कश्मीर भाजपा

पीएजीडी ने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से मुलाकात की। इस दौरान मनोज सिन्हा ने कहा कि आतंकवाद के खात्मे, आतंकवादी इकोसिस्टम, विकास, युवा आदि मुद्दों पर सुझाव देने के लिए सभी दलों का स्वागत है।

कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा
कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा
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Published : May 15, 2022, 4:15 PM IST

Updated : May 15, 2022, 5:16 PM IST

श्रीनगर : घाटी में कश्मीरी पंडित कर्मचारी की हत्या के एक दिन बाद आज यहां के कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा को लेकर उप राज्यपाल मनोज सिन्हा से भाजपा प्रतिनिधिमंडल मिला. वहीं, पीपुल्स अलायंस फॉर गुपकार डिक्लेरेशन (Peoples Alliance for Gupkar Declaration -PAGD) ने भी घाटी में कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा के मुद्दे पर रविवार को राजभवन में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से मुलाकात की.

इस दौरान गठबंधन के अध्यक्ष डॉ. फारूक अब्दुल्ला, पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती, माकपा नेता एमवाई तारिगामी व मुजफ्फर शाह मौजूद रहे. उन्होंने उपराज्यपाल से मिलकर घाटी के हालात और कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा पर चर्चा की. जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि आतंकवाद का सफाया, इकोसिस्टम, विकास, युवा आदि मुद्दों पर सुझाव देने के लिए सभी दलों की सलाह का हम स्वागत करते है. हमारे दरवाजे हमेशा लोगों के लिए खुले हैं.

एलजी मनोज सिन्हा से मिला गुपकार गठबंधन

बैठक के बाद, पीएजीडी के प्रवक्ता यूसुफ तारिगामी ने कहा कि कश्मीरी पंडित कर्मचारियों को घाटी नहीं छोड़नी चाहिए, क्योंकि यह उनका अपना घर है. उन्होंने कश्मीरी पंडितों से अपना घर छोड़कर नहीं जाने की अपील की. उन्होंने कहा कि अगर राहुल भट की हत्या के बाद कश्मीरी पंडित कश्मीर छोड़ना चाहते हैं, तो उन कश्मीरी मुसलमानों के परिवारों का क्या जो मारे गए हैं. उन्होंने कहा, "अगर राहुल मारा गया, तो रियाज (पुलिसकर्मी) भी मारा गया. रियाज का परिवार और रिश्तेदार कहां जाएंगे? कश्मीरी पंडितों को अपना घर नहीं छोड़ना चाहिए. यह आपका घर है, यह हमारा घर है.

माकपा नेता ने कहा कि गुपकार गठबंधन ने कर्मचारियों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने का मुद्दा उठाया. इस बीच, भाजपा नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने भी इस मुद्दे पर उपराज्यपाल से मुलाकात की. प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रविंदर रैना ने किया. उन्होंने कहा, “हमने उपराज्यपाल के साथ अल्पसंख्यक समुदायों और यूपी, बिहार के मजदूरों की निशाना बनाने का मुद्दा उठाया. ये कश्मीर को बर्बाद करने के पाकिस्तान के नापाक मंसूबे हैं.

पढ़ें : कश्मीरी पंडित हत्या मामला : उप राज्यपाल से मिलेंगे पीएजीडी के नेता

रैना ने राजभवन के बाहर संवाददाताओं से कहा कि ये हत्याएं गंभीर चिंता का विषय हैं. उन्होंने कहा, "हमने उपराज्यपाल सिन्हा से अनुरोध किया कि पीएम पैकेज के तहत कश्मीरी पंडित कर्मचारियों और ऐसे अन्य कर्मचारियों के मुद्दों के प्रति विचार करने और जिला व तहसील मुख्यालय में सुरक्षित क्षेत्र में उनकी पोस्टिंग करने की आवश्यकता है." उन्होंने मांग की कि इन कर्मचारियों के साथ समन्वय के लिए राजभवन में एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाए.

रैना ने कहा, "हमने पुनर्वास नीति के साथ-साथ उनके आवास के मुद्दों पर उपराज्यपाल के समक्ष अपनी चिंताओं को व्यक्त किया. उनसे सभी कर्मचारियों के विश्वास को बढ़ाने के लिए तुरंत इन शिविरों का दौरा करने और बहाली के उपाय करने का अनुरोध किया." भाजपा नेता ने कहा कि पाकिस्तान ने हमेशा कश्मीरियों का खून बहाया है. हम इन हत्याओं से आहत हैं. पाकिस्तान कश्मीरियों का हत्यारा है. पाकिस्तान कश्मीर और जम्मू में सभी के खिलाफ है, चाहे वह मुस्लिम, हिंदू, सिख या ईसाई हो.

श्रीनगर : घाटी में कश्मीरी पंडित कर्मचारी की हत्या के एक दिन बाद आज यहां के कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा को लेकर उप राज्यपाल मनोज सिन्हा से भाजपा प्रतिनिधिमंडल मिला. वहीं, पीपुल्स अलायंस फॉर गुपकार डिक्लेरेशन (Peoples Alliance for Gupkar Declaration -PAGD) ने भी घाटी में कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा के मुद्दे पर रविवार को राजभवन में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से मुलाकात की.

इस दौरान गठबंधन के अध्यक्ष डॉ. फारूक अब्दुल्ला, पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती, माकपा नेता एमवाई तारिगामी व मुजफ्फर शाह मौजूद रहे. उन्होंने उपराज्यपाल से मिलकर घाटी के हालात और कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा पर चर्चा की. जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि आतंकवाद का सफाया, इकोसिस्टम, विकास, युवा आदि मुद्दों पर सुझाव देने के लिए सभी दलों की सलाह का हम स्वागत करते है. हमारे दरवाजे हमेशा लोगों के लिए खुले हैं.

एलजी मनोज सिन्हा से मिला गुपकार गठबंधन

बैठक के बाद, पीएजीडी के प्रवक्ता यूसुफ तारिगामी ने कहा कि कश्मीरी पंडित कर्मचारियों को घाटी नहीं छोड़नी चाहिए, क्योंकि यह उनका अपना घर है. उन्होंने कश्मीरी पंडितों से अपना घर छोड़कर नहीं जाने की अपील की. उन्होंने कहा कि अगर राहुल भट की हत्या के बाद कश्मीरी पंडित कश्मीर छोड़ना चाहते हैं, तो उन कश्मीरी मुसलमानों के परिवारों का क्या जो मारे गए हैं. उन्होंने कहा, "अगर राहुल मारा गया, तो रियाज (पुलिसकर्मी) भी मारा गया. रियाज का परिवार और रिश्तेदार कहां जाएंगे? कश्मीरी पंडितों को अपना घर नहीं छोड़ना चाहिए. यह आपका घर है, यह हमारा घर है.

माकपा नेता ने कहा कि गुपकार गठबंधन ने कर्मचारियों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने का मुद्दा उठाया. इस बीच, भाजपा नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने भी इस मुद्दे पर उपराज्यपाल से मुलाकात की. प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रविंदर रैना ने किया. उन्होंने कहा, “हमने उपराज्यपाल के साथ अल्पसंख्यक समुदायों और यूपी, बिहार के मजदूरों की निशाना बनाने का मुद्दा उठाया. ये कश्मीर को बर्बाद करने के पाकिस्तान के नापाक मंसूबे हैं.

पढ़ें : कश्मीरी पंडित हत्या मामला : उप राज्यपाल से मिलेंगे पीएजीडी के नेता

रैना ने राजभवन के बाहर संवाददाताओं से कहा कि ये हत्याएं गंभीर चिंता का विषय हैं. उन्होंने कहा, "हमने उपराज्यपाल सिन्हा से अनुरोध किया कि पीएम पैकेज के तहत कश्मीरी पंडित कर्मचारियों और ऐसे अन्य कर्मचारियों के मुद्दों के प्रति विचार करने और जिला व तहसील मुख्यालय में सुरक्षित क्षेत्र में उनकी पोस्टिंग करने की आवश्यकता है." उन्होंने मांग की कि इन कर्मचारियों के साथ समन्वय के लिए राजभवन में एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाए.

रैना ने कहा, "हमने पुनर्वास नीति के साथ-साथ उनके आवास के मुद्दों पर उपराज्यपाल के समक्ष अपनी चिंताओं को व्यक्त किया. उनसे सभी कर्मचारियों के विश्वास को बढ़ाने के लिए तुरंत इन शिविरों का दौरा करने और बहाली के उपाय करने का अनुरोध किया." भाजपा नेता ने कहा कि पाकिस्तान ने हमेशा कश्मीरियों का खून बहाया है. हम इन हत्याओं से आहत हैं. पाकिस्तान कश्मीरियों का हत्यारा है. पाकिस्तान कश्मीर और जम्मू में सभी के खिलाफ है, चाहे वह मुस्लिम, हिंदू, सिख या ईसाई हो.

Last Updated : May 15, 2022, 5:16 PM IST
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