नई दिल्ली: देश में कोरोना महामारी से हाहाकार मचा है. कोरोना की दूसरी लहर के चलते ऑक्सीजन की कमी का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने ऑक्सीजन कंटेनर, टैंकर और वाहनों में व्हीकल लोकेशन ट्रैकिंग डिवाइस लगाने के निर्देश दिए गए हैं.
मंत्रालय ने कहा कि यह डिवाइस लगाना आवश्यक है. बता दें, जीपीएस ट्रैकिंग से इन टैंकरों की निगरानी सुरक्षा की जाएगी. सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने इसके लेकर ट्वीट भी किया है. जिसमें लिखा है कि केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने ऑक्सीजन कंटेनर/ टैंकर/वाहनों में व्हीकल लोकेशन ट्रैकिंग डिवाइस लगा होना अनिवार्य कर दिया है. जीपीएस ट्रैकिंग इन टैंकरों की निगरानी और सुरक्षा सुनिश्चित करेगा, इसके अलावा ये सुनिश्चित करने के लिए कि कोई डायवर्जन या देरी नहीं है.
इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्रालय में एक अधिकारी ने कहा कि रोड ट्रांसपोर्ट और हाइवे ने टैंकरों को रियल टाइम ट्रैक करने के लिए एक सिस्टम विकसित किया है.
बता दें, भारत पिछले कुछ दिनों में 3,00,000 से अधिक नए कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर से हर दिन जूझ रहा है. वहीं, कई राज्यों के अस्पताल मेडिकल ऑक्सीजन और बेड की कमी से परेशान हैं.
कोविड-19 संक्रमण के मामलों ने भारत में दो करोड़ का आंकड़ा पार कर लिया है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में मंगलवार को कोरोना वायरस के कुल मामलों की संख्या 3,57,229 के साथ 2,02,82,833 तक बढ़ गई है, जबकि एक दिन में नए संक्रमणों की संख्या बढ़कर 2,22,408 हो गई है.
वहीं, बीते शुक्रवार से गृह मंत्रालय देश में विभिन्न हिस्सों में मौजूद ऑक्सीजन भरने के स्टेशनों तक खाली टैंकरों और कंटेनरों को ले जाने के लिए प्रयासों में समन्वय कर रहा है, ताकि जरूरतमंद कोरोना मरीजों तक ऑक्सीजन जल्द से जल्द पहुंचाई जा सके.