छतरपुरः मध्य प्रदेश के छतरपुर जिला अस्पताल में ऑक्सीजन की सप्लाई बंद होने के बाद कोरोना के छह मरीजों की मौत हो गई. अस्पताल में ऑक्सीजन की सप्लाई शुक्रवार देर रात करीब 12 बजे से बंद थी, जिसके कारण कोविड-19 वार्ड में भर्ती मरीजों और उनके परिजनों में हाहाकार मच गया. कोविड वार्ड के बाहर परिजन रोने चिल्लाने लगे, देखते ही देखते अधिकांश मरीजों के परिजन एक साथ इकट्ठे होने लगे, क्योंकि अस्पताल के अंदर मौजूद कोविड वार्ड से लेकर अस्पताल के तमाम जगहों पर लगे ऑक्सीजन सिलेंडर की सप्लाई बंद हो गई थी.
जिम्मेदार झाड़ रहे हैं पल्ला
जिला अस्पताल में ऑक्सीजन की सप्लाई शुक्रवार देर रात करीब 12 बजे से बंद थी. कोविड-19 भर्ती मरीज और उनके परिजन लगातार जिला अस्पताल प्रबंधन से ऑक्सीजन की सप्लाई और ऑक्सीजन सिलेंडर की मांग कर रहे थे, लेकिन जिला अस्पताल प्रबंधन न तो ऑक्सीजन उपलब्ध करा पा रहा था और न ही कोई जिम्मेदार अधिकारी फोन उठा रहा था.
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ऑक्सीजन नहीं तो मौत पक्की
ग्वालियर, जबलपुर और शहडोल के बाद छतरपुर जिले में भी अचानक से ऑक्सीजन को लेकर हो-हल्ला शुरू हो गया है. इस माहौल के बीच कई भर्ती मरीज परेशान रहे. मृत मरीजों के परिजनों का आरोप है कि ऑक्सीजन की कमी के कारण ये मौतें हुई हैं.
वहीं, इस मामले में हमने कई जिम्मेदार अधिकारियों से बात करने की कोशिश की लेकिन किसी भी अधिकारी ने कैमरे के सामने आकर बोलने की हिम्मत नहीं दिखाई.
आखिर कब तक जाएंगी जानें?
अस्पताल में बने इस तरह के हालातों से और भी कई लोगों की जानें जा सकती थी. जिला अस्पताल में इस तरह की लापरवाही का कौन जिम्मेदार है? इसे लेकर जिला प्रशासन की अब तक आंख नहीं खुली. अस्पताल में ऑक्सीजन के कमी के कारण पहले भी कई जिलों के अस्पतालों में मरीजों की मौत हो चुकी हैं, इसके बाद भी प्रशासन इसे लेकर सतर्क नहीं है.