नई दिल्ली : संसद के बजट सत्र के दौरान सरकार ने बताया कि देशभर में कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफ) में निष्क्रिय खातों में कुल 3930.85 करोड़ रुपये जमा हैं. श्रम एवं रोजगार मंत्री भूपेंद्र यादव ने सुशील कुमार मोदी के एक सवाल के लिखित जवाब में यह जानकारी दी. उन्होंने कहा, 'कर्मचारी भविष्य निधि में बिना दावे वाली कोई जमाराशि नहीं है. तथापि, कर्मचारी भविष्य निधि योजना 1952 के अनुसार, कुछ खातों को निष्क्रिय खातों के रूप में वर्गीकृत किया गया है.'
राज्य सभा में एक सवाल के जवाब में भूपेंद्र यादव ने कहा, 'ऐसे सभी निष्क्रिय खातों के निश्चित रूप से दावेदार हैं. 31 मार्च 2021 की स्थिति के अनुसार, ऐसे निष्क्रिय खातों में कुल जमा धनराशि 3930.85 करोड़ रुपये है.' उन्होंने बताया कि कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) से विभिन्न श्रेणियों में पंजीकृत प्रतिष्ठानों की कुल संख्या 18,62,128 है. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि एक अक्टूबर 2020 के बाद इन प्रतिष्ठानों द्वारा 1,44,82,359 नए कर्मचारियों की भर्ती की गई.
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1.47 लाख से अधिक कंपनियों का पंजीकरण, सबसे अधिक पैसा महाराष्ट्र का : श्रम एवं रोजगार मंत्री भूपेंद्र यादव ने राज्यवार ब्यौरा भी शेयर किया. उन्होंने बताया कि पंजीकृत प्रतिष्ठानों की सबसे ज्यादा संख्या (2,97,684) महाराष्ट्र में है जबकि दिल्ली में 1,14,151; गुजरात में 1,37,686 ; तमिलनाडु में 1,67,390 तथा उत्तर प्रदेश में 1,47,790 प्रतिष्ठान ईपीएफओ से पंजीकृत हैं.
(पीटीआई-भाषा)