नंदयाला: आंध्र प्रदेश में दो हजार रुपये के नोट रद्द होने का दावा कर धोखाधड़ी का मामले सामने आया है. ठगों ने एक शख्स को 2.20 करोड़ रुपये का चूना लगाया. इसकी शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार किया. नंदयाला जिला पुलिस ने इस मामले में उन आरोपियों को गिरफ्तार किया है जो 2000 रुपये के नोट रद्द होने का दावा कर धोखाधड़ी कर रहे थे.
आरोपी अपने पास मौजूद नोटों के बदले 15 प्रतिशत कमीशन के साथ 500 रुपये के नोट देने का दावा कर रहे थे. नंदयाला डीएसपी महेश्वर रेड्डी ने गुरुवार इसकी जानकारी दी. पुलिस के अनुसार श्रीकाकुलम जिले के सरबुजिली मंडल के टेलीकीपेंटा गांव के शोभनबाबू, उसी जिले के नंदीगाम मंडल के देवपुरम गांव के चिन्नाबाबू और छह अन्य लोगों ने नुनेपल्ले के श्रीनिवास रेड्डी, नंदयाला मंडल और उनके दोस्तों से मुलाकात की. उन्होंने कहा कि 2 हजार रुपए के नोट जल्द ही रद्द कर दिए जाएंगे और उनके पास ऐसे बहुत सारे नोट हैं. अगर कोई उन्हें 500 रुपये का नोट देता है, तो उन्हें 15 प्रतिशत कमीशन के साथ 2,000 रुपये के नोट दिए जाएंगे.
कमीशन के लालच में श्रीनिवास रेड्डी और उनके दोस्त 500 रुपये के नोट लेकर रायथुनगरम गांव गए. वहां आरोपी कुल 2.20 करोड़ रुपये के पांच सौ के नोट लेकर फरार हो गए. श्रीनिवास रेड्डी ने इसकी शिकायत ग्रामीण पुलिस से की. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. एसपी रघुवीर रेड्डी और अतिरिक्त एसपी वेंकटरामुडु के आदेश पर, नंद्याला डीएसपी महेश्वर रेड्डी के मार्गदर्शन में ग्रामीण सीआई दस्तगिरी बाबू, सीआई रवींद्र, ग्रामीण एसआई राममोहन रेड्डी, तीसरे शहर एसआई बाबू और अन्य कर्मियों ने दो विशेष टीमें बनाईं और जांच की. बुधवार शाम आरोपी शोभनबाबू और चिन्नाबाबू को विशाखापत्तनम के माधवधारा इलाके की कुंचुमबागुडी गली में पाया गया और गिरफ्तार कर लिया गया. उनके पास से 500 रुपये के नोटों में 70 लाख रुपये की नकदी जब्त की गई. डीएसपी ने बताया कि इस मामले में छह और आरोपियों की गिरफ्तारी होनी है.