नई दिल्ली : राज्य सभा में मंगलवार को भी कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी सदस्यों ने विभिन्न पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में वृद्धि को लेकर हंगामा किया. जिसके कारण उच्च सदन की कार्यवाही दो बार के स्थगन के बाद अंतत: दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई.
दो बार के स्थगन के बाद दोपहर दो बजे बैठक शुरू होने पर उपसभापति हरिवंश ने माध्यस्थम और सुलह (संशोधन) विधेयक, 2021 पर चर्चा शुरू कराने की कोशिश की. लेकिन कांग्रेस नीत विपक्ष पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में वृद्धि के मुद्दे पर चर्चा कराने पर अड़ा रहा. सदन के नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खडगे ने मांग की कि सरकार को पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में कमी लानी चाहिए.
उपसभापति हरिवंश ने जोर दिया कि मौजूदा विधयेक अध्यादेश से संबंधित है और इस पर तत्काल चर्चा जरूरी है. लेकिन विपक्ष ने उनकी इस अपील को स्वीकार नहीं किया और अपनी मांग पर कायम रहे. इस दौरान कुछ विपक्षी सदस्य आसन के समीप भी आ गए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे.
उपसभापति ने हंगामा कर रहे सदस्यों से शांत रहने और सदन को सुचारू रूप से चलने देने की बार-बार अपील की. लेकिन इसका कोई असर नहीं होते देख उन्होंने दो बजकर करीब 10 मिनट पर बैठक दिनभर के लिए स्थगित कर दी. इससे पहले हंगामे के कारण शून्यकाल और प्रश्नकाल भी बाधित रहा था और भोजनावकाश के पहले दो बार बैठक स्थगित की गई थी.
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उल्लेखनीय है कि बजट सत्र के दूसरे चरण के पहले दिन सोमवार को भी कांग्रेस सहित विपक्ष के कई सदस्यों ने पेट्रोलियम उत्पादों की मूल्यवृद्धि के मुद्दे पर हंगामा किया था जिससे बैठक की कार्यवाही पूरे दिन बाधित रही थी.