नई दिल्ली : कांग्रेस (Congress) और कई अन्य विपक्षी दलों (d several other opposition parties) ने आज (मंगलवार) केंद्र सरकार (central government) पर पेगासस जासूसी मामले (Pegasus spy case) को लेकर चर्चा से भागने का आरोप लगाया और कहा कि जब तक सरकार इस विषय पर चर्चा के लिए तैयार नहीं हो जाती, तब तक संसद में गतिरोध खत्म नहीं होगा.
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष (Leader of Opposition in Rajya Sabha) मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) ने कई विपक्षी दलों के नेताओं की मौजूदगी में संवाददाताओं से कहा, सरकार को सभी दलों की बैठक बुलानी चाहिए और पेगासस जासूसी प्रकरण पर चर्चा के लिए तैयार होकर इस गतिरोध को खत्म करने का प्रयास करना चाहिए.
उन्होंने आगे कहा, हमने पेगासस और किसानों का मुद्दा उठाया. सरकार चर्चा के लिए तैयार नहीं है. हम चाहते हैं कि उच्चतम न्यायालय की निगरानी में पेगासस मामले की जांच हो और जो कुछ हो, वो सामने आए.
खड़गे ने सवाल किया, फ्रांस, हंगरी, जर्मनी और कई अन्य देशों में इस मामले में जांच चल रही है, लेकिन समझ नहीं आता कि हमारी सरकार जांच के लिए क्यों तैयार नहीं हो रही है? क्या यह सरकार खुद जासूसी कर रही है या फिर कोई और है?
उन्होंने आरोप लगाया, पीएम मोदी किसी मुद्दे का लोकतांत्रिक ढंग से समाधान करने को तैयार नहीं है. यह तानाशाही है. खड़गे ने कहा, सरकार सब पार्टियों को बुलाए और मिलकर बात करे. हम मिलकर लड़ने वाले हैं.
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कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने कहा, एक चीज बहुत स्पष्ट है कि संसद में गतिरोध खत्म करना अब सरकार की जिम्मेदारी है. यह सरकार विपक्ष को सुनने को तैयार नहीं है. इस सरकार ने ऐसा काम किया है जिससे लोकतंत्र और संसद की गरिमा गिरी है.
उन्होंने दावा किया, संसद सिर्फ विधायी एजेंडा के लिए नहीं है. सरकार यह बोलकर देश को गुमराह कर रही है कि वह विपक्ष से बात करना चाहती है. विपक्ष को सदन के भीतर 'ब्लैकआउट' किया जा रहा है.
आनंद शर्मा ने कहा, अगर सरकार के पास कुछ छिपाने के लिए नहीं है तो आज ही चर्चा कराइए.
तृणमूल कांग्रेस के सुखेंदु शेखर रॉय ने कहा, किसने पेगासस की खरीद का आदेश दिया, इसका खुलासा होना चाहिए. हम इसलिए व्यवस्थित चर्चा की मांग कर रहे हैं. सरकार चर्चा से भाग रही है.
उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री और गृह मंत्री सदन में क्यों नहीं आ रहे हैं. इस मुद्दे पर चर्चा के बिना हम कोई दूसरा कामकाज नहीं होने देंगे.
समाजवादी पार्टी के रामगोपाल यादव, द्रमुक के तिरुची शिवा, भाकपा के विनय विश्वम और आम आदमी पार्टी के संजय सिंह ने भी पेगासस मामले पर तत्काल चर्चा कराए जाने की मांग की.
(भाषा)