नई दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री (Delhi's chief minister) अरविंद केजरीवाल (Arvind kejriwal) की तरफ से पंजाब उत्तराखंड चुनाव (Uttarakhand elections) को लेकर बिजली के मुद्दे को भुनाने की कोशिश की जा रही है. यहां तक कि दोनों प्रदेशों में निःशुल्क बिजली की आर्पूति की गारंटी तक दी गई है. ऐसे में विपक्षी दल आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party-AAP) पर हमला बोला है.
उन्होंने कहा कि दिल्ली के सिवाय आम आदमी पार्टी का किसी भी राज्य में कोई आधार नहीं है, क्योंकि उनके पास कोई भी मुद्दा नहीं है. इस दौरान भाजपा के प्रवक्ता राजेश बग्गा ने आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि दिल्ली में मुख्यमंत्री बहुत बड़े-बड़े अस्पतालों को लेकर दावे करते थे, लेकिन कोरोनावायरस महामारी (Corona virus Pandemic) में ज्यादातर लोगों को इलाज करवाने के लिए हरियाणा पंजाब में आना पड़ा जिससे दिल्ली में स्वास्थ्य विभाग की पोल खुलकर सामने आई, जबकि इनका ग्राउंड जीरो पर कोई भी आधार नहीं है तो भाजपा सरकार बनने पर पंजाब के घर-घर में केंद्र सरकार की हर एक नीति और स्कीम को पहुंचाया जाएगा.
वहीं, कांग्रेस के प्रवक्ता प्रितपाल सिंह ने कहा कि अगर पंजाब और अन्य राज्यों में 24 घंटे बिजली और मुफ्त बिजली देने का वायदा अरविंद केजरीवाल कर रहे हैं, तो वह दिल्ली में क्यों नहीं करते हैं. दिल्ली के उद्योग की बिजली यूनिट कम क्यों नहीं करते हैं. दिल्ली के किसानों को मुफ्त बिजली क्यों नहीं देते हैं. ऐसे तमाम वायदे सिर्फ लोगों को गुमराह करने के लिए ही आम आदमी पार्टी कर रही है, जबकि दिल्ली में वह कोई भी इस तरह का लाभ आम लोगों को नहीं दे रही है.
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अकाली दल के प्रवक्ता नवजोत सिंह धालीवाल ने कहा कि 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले विदेशों से भी आम आदमी पार्टी की मदद की गई, लेकिन मुख्य विपक्षी दल होने के नाते उन्होंने कोई भी काम पूरा नहीं किया. ज्यादातर विधायक कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए और कुछ पार्टी को ही छोड़ गए हैं. यह पंजाब में लोगों को गुमराह करने में लगे हैं जब यह चुनाव के दौरान वोट मांगने जाएंगे तो लोग इनसे पैसों का हिसाब मांगेंगे और आम आदमी पार्टी हाशिए पर आ चुकी है.
आप के प्रवक्ता और नेता मनविंदर ग्यासपुर ने शिरोमणि अकाली दल और कांग्रेस को जवाब देते हुए कहा कि बिजली समझौते रद्द करने की बात मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह करते थे, लेकिन उन्होंने नहीं किया, जिससे साफ जाहिर होता है कि शिरोमणि अकाली दल और कांग्रेस मिलकर पंजाब को लूटने में लगे हैं. जो पैसा अकाली दल की सरकार के समय में सुखबीर बादल के घर में जाता था, आज कैप्टन अमरिंदर सिंह के घर में जा रहा है. आप की सरकार बनने पर पहली मंत्रिमंडल की बैठक के बाद सभी करप्शन करने वालों पर लगाम लगाई जाएगी और जो जनता का पैसा लूटा है वह भी वापस लाया जाएगा.