जलपाईगुड़ी: पंचायत चुनाव 2023 को लेकर जलपाईगुड़ी में आरोप लगाया गया है कि विपक्षी दलों के उम्मीदवारों और उम्मीदवारों के एजेंटों को मतदान कर्मियों के रूप में प्रशिक्षण के लिए बुलाया जा रहा है.
बीजेपी और सीपीआईएम दोनों ने आरोप लगाया है कि उनके उम्मीदवारों और एजेंटों को चुनाव आयोग द्वारा चुनाव प्रशिक्षण कॉल आ रहे हैं. विपक्ष पहले ही जिलाधिकारी और जिला निर्वाचन पदाधिकारी से गुहार लगा चुका है.
बीजेपी के जलपाईगुड़ी जिला परिषद उम्मीदवार श्यामल रॉय प्रधान का नाम पोलिंग ड्यूटी ट्रेनिंग के लिए आया है. साथ ही बीजेपी के ग्राम पंचायत उम्मीदवारों के नाम भी सामने आ गए हैं.
इसके अलावा दावा किया गया है कि लेफ्ट के ग्राम पंचायत, पंचायत समिति और जिला परिषद के उम्मीदवारों के नाम भी शॉर्टलिस्ट कर लिए गए हैं. लेफ्ट का दावा है कि करीब 74 नाम आए हैं. बताया गया है कि जिला निर्वाचन कार्यालय द्वारा इस मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है.
जलपाईगुड़ी के भाजपा जिला अध्यक्ष बापी गोस्वामी ने कहा, 'हमारे जिला परिषद प्रत्याशी के लिए पोल ड्यूटी का नोटिस आ गया है. उम्मीदवार का उपयोग चुनाव ड्यूटी के लिए किया जा रहा है. यह कैसे संभव है.हमने जिला मजिस्ट्रेट से संपर्क किया है. ताकि हमारे प्रत्याशियों का नाम हटा दिया जाए. अगर नाम नहीं हटाया गया तो हमारे प्रत्याशी चुनाव ड्यूटी नहीं करेंगे. उनके खिलाफ क्या किया जा सकता है.जरूरत पड़ी तो हम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे.'
बसुनिया स्थित हरिहर राय के चुनाव एजेंट ज्योति विकास घोष ने शिकायत की,' मेरा नाम मतदान ड्यूटी प्रशिक्षण के लिए चुना गया है. मुझे ट्रेनिंग के लिए नागराकाटा जाना है. लेकिन हम चुनाव में उम्मीदवार हैं. फिर भी हमारा नाम नहीं हटाया गया. हमने शुक्रवार को कुछ कागजात जमा किए, और भी जमा करेंगे. मैं वोट के लिए बिना प्रचार किए जिलाधिकारी कार्यालय का चक्कर लगा रहा हूं. ऐसे बहुत से लोग हैं जो उम्मीदवार हैं या उम्मीदवार के एजेंट हैं लेकिन लेकिन चुनाव प्रशिक्षण के लिए बुलाया गया है.यदि उम्मीदवार मतदान कार्यालय जाएगा तो मतदान कौन करेगा? हम ड्यूटी पर नहीं जाएंगे.'