हैदराबाद : तेलंगाना के वारंगल पुलिस ने तेलुगु राज्यों में ऑनलाइन क्रिकेट पर सट्टा (Online Cricket betting ) लगाने के आरोप में दो सटोरियों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से दो करोड़ रुपए से अधिक नकद बरामद किये गये हैं. विभिन्न बैंकों की 43 पासबुक और चेक बुक जब्त की गईं. वारंगल के पुलिस आयुक्त तरुण जोशी ने कहा कि सट्टेबाजी के मास्टरमाइंड को पकड़ने के लिए टीमों को मुंबई भेजा जाएगा.
सोमवार को एक बड़े क्रिकेट सट्टेबाजी गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है. पुलिस ने स्पेशल एप बनाने और सट्टा लगाने के आरोप में आरोपी को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने जांच में पाया कि पिछले 3 महीनों में इस बाबत भारी लेनदेन हुए हैं. जांच में खुलासा हुआ है कि तेलुगू राज्यों में बड़ी मात्रा में नकदी हाथ में आई है.
पुलिस ने मामले में अभय और प्रसाद को गिरफ्तार किया है और पुलिस ने बताया कि मामले की जांच चल रही है. आरोपी प्रसाद रेडीमेड गारमेंट कारोबारी था पहले करीमनगर में रहता था फिर हैदराबाद गया और वहां से वारंगल में बस गया. पुलिस का कहना है कि उसने कम समय में ज्यादा पैसा कमाने के लालच में दो साल पहले ऑनलाइन क्रिकेट सट्टे की शुरुआत की थी. इसी दौरान आरोपी प्रसाद की मुंबई के ऑनलाइन क्रिकेट सट्टेबाजी संचालक अभय विलास राव से जान पहचान हो गई.
उन्होंने एक विशेष वेबसाइट बनाई और ऑनलाइन क्रिकेट सट्टेबाजी के माध्यम से भारी पैसा कमाना शुरू कर दिया. अभय द्वारा आयोजित ऑनलाइन गेमिंग में प्रसाद दो तेलुगु राज्यों के लिए काम करता था. पुलिस ने पाया कि लिंक बनाकर ग्राहकों को व्हाट्सएप के जरिए भेजकर करोड़ों रुपये की लूट की जा रही थी.
वारंगल के पुलिस आयुक्त तरुण जोशी ने बताया कि हमें 7 फोन मिले. सभी फोन में व्हाट्सएप ग्रुप हैं. ग्राहक लिंक के जरिए सट्टा लगा रहे हैं. हाल ही में टी20 वर्ल्ड कप खत्म हो गया है. अब भारत-न्यूजीलैंड सीरीज चल रही है. प्रत्येक मैच के लिए बॉल-टू-बॉल सट्टेबाजी की जाती है. मैच के विजेता कौन हैं. जीतने का मौका किसके पास है?
जो बेटिंग के दौरान सबसे कम राशि पर दांव लगाते हैं, वे पहले जीतते हैं और फिर से उन्हें उच्चतम राशि पर दांव लगाने के लिए प्रोत्साहित करके धोखा देते हैं. सीपी ने कहा कि आरोपी प्रसाद चौथी कक्षा तक भी नहीं पढ़ा लेकिन उसने ऑनलाइन सट्टेबाजी में महारत हासिल है.
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