अहमदाबाद : प्याज निर्यात पर प्रतिबंध और कम कीमत को लेकर गुजरात के किसानों का आक्रोश जारी है. प्याज की गिरती कीमतों के खिलाफ सौराष्ट्र में किसानों ने विरोध प्रदर्शन किया. किसानों ने लगातार दूसरे दिन गोंडल मार्केट यार्ड के बाहर विरोध जताया. पुलिस ने करीब 10 किसानों को हिरासत में लिया है. किसानों ने गोंडल मार्केट यार्ड के अंदर और बाहर नारे लगाए. साथ ही किसानों और व्यापारियों ने प्याज निर्यात की तत्काल अनुमति देने की मांग की.
नेशनल हाईवे पर चक्काजाम: सरकार द्वारा प्याज निर्यात पर रोक लगाने से महुवा, गोंडल, भावनगर में किसानों में आक्रोश देखा गया. किसानों ने भावनगर-सोमनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग जाम किया.प्याज निर्यात पर प्रतिबंध के विरोध में किसान बड़ी संख्या में हाईवे पर आ गए और प्याज सड़क पर फेंक दिया.
प्याज के निर्यात पर रोक के चलते राजकोट में रातों-रात प्याज की कीमतों में गिरावट आ गई है. किसान अब सड़क पर प्याज फेंकने को मजबूर हो रहे हैं. राजकोट यार्ड की बात करें तो प्याज निर्यात पर प्रतिबंध के बाद पिछले दो दिनों से राजकोट में प्याज की नीलामी नहीं हुई है.
वहीं, धोराजी के किसान ने धमकी दी है कि कल दोपहर तक मार्केट यार्ड के अधिकारियों ने किसानों की समस्या का समाधान नहीं किया, तो आत्महत्या कर लेगा. किसानों ने प्याज निर्यात पर प्रतिबंध को लेकर आने वाले दिनों में आंदोलन तेज होने की धमकी दी है. गोंडल मार्केटिंग यार्ड में पुलिस की कड़ी मौजूदगी के बावजूद किसानों ने विरोध प्रदर्शन किया.
कांग्रेस सांसद शक्ति सिंह गोहिल ने कहा है कि भारत सरकार ने 8 दिसंबर को प्यास का निर्यात बैन कर दिया है, तब से यह समस्या हुई है. सर्दियों में प्याज उगाने वाले किसानों के लिए काफी परेशानी खड़ी हो गई है.
कांग्रेस सांसद शक्ति सिंह गोहिल ने कहा है कि 'दरअसल, किसान के घर पर उपज आने पर उसे अच्छी कीमत मिले और जमाखोर फायदा न उठा सकें, ऐसी नीति होनी चाहिए, लेकिन सरकार एक अजीब फैसला ले रही है. किसानों के घर में प्याज आ गया है और उस समय निर्यात पर रोक लगाकर किसान के साथ अन्याय किया गया है. दो दिन पहले हमने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर सुझाव दिया है कि निर्यात प्रतिबंध वापस लिया जाए. यदि इसे वापस नहीं लिया जाता है तो सरकार को इसे उसी कीमत पर खरीदना चाहिए जो निर्यात प्रतिबंध के समय थी.'
हालांकि इसी मामले में अब गुजरात सरकार भी एक्शन में आ गई है. किसानों के प्रदर्शन को देख सरकार ने किसानों और मंडी के प्रतिनिधियों के साथ बैठक करने की तैयारी की है.