अहमदाबाद : वडगाम के निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवानी ने शुक्रवार को कांग्रेस के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल की आलोचना की है. जिग्नेश मेवानी ने कहा कि हर किसी को पार्टी बदलने का अधिकार है, लेकिन किसी को भी शालीनता नहीं छोड़नी चाहिए. हार्दिक पटेल ने कांग्रेस अध्यक्ष के बारे में पर्सनल बयान देकर स्तरहीन राजनीति की है. हार्दिक पटेल को कांग्रेस या उसके राष्ट्रीय नेतृत्व के खिलाफ आरोप लगाने का कोई अधिकार नहीं है.
जिग्नेश मेवानी ने कहा कि हार्दिक पटेल को पार्टी का वर्किंग प्रेसिडेंट बनाया था यानी कांग्रेस के इतिहास में सबसे कम उम्र में एक प्रमुख भूमिका दी गई थी. उन्हें चुनाव प्रचार के लिए स्टार कैंपेनर बनाया गया था और उन्हें हेलीकॉप्टर दिया गया था. हार्दिक को पार्टी के किसी और युवा नेता से ज्यादा पहचान मिली है. पार्टी एक आदमी को इससे ज्यादा क्या दे सकती है. उन्होंने कहा कि कई बार नेताओं की डिमांड पूरी नहीं होती, इसका यह मतलब नहीं है कि पार्टी को छोड़ दिया जाए.
जिग्नेश ने दावा किया कि हार्दिक ने दबाव में पार्टी छोड़ी है क्योंकि उनके खिलाफ 30 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं. उनके लिए यह प्रेशर झेलना आसान नहीं था. दलित नेता ने हार्दिक पटेल को याद दिलाया कि बीजेपी ने पाटीदारों या सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों कभी मेहरबान नहीं रही. हार्दिक के चिकन सैंडविच वाले बयान पर भी जिग्नेश ने हैरानी जताई. हार्दिक पटेल ने कहा था कि जब राहुल गांधी गुजरात आए थे, तो वह चिकन और सैंडविच में व्यस्त थे. जिग्नेश मेवानी ने कहा कि हार्दिक का यह हमला बहुत ही पर्सनल था, वह भी एक ऐसे व्यक्ति के खिलाफ, जो युवाओं को बढ़ावा देने में विश्वास करता है. राहुल गांधी ने हार्दिक पटेल को बहुत सम्मान और प्यार दिया. हार्दिक ने जो किया, वह स्तरहीन है. अल्पेश ठाकोर के कांग्रेस छोड़ने का जिक्र करते हुए अल्पेश ने पार्टी को शालीनता से छोड़ा, उन्होंने हार्दिक की तरह बेल्ट से नीचे वार नहीं किया.
हार्दिक के जातिवाद का आरोप देते हुए दलित नेता ने कहा कि कांग्रेस पार्टी में हर जाति को एक साथ रखा जाता है. प्रत्येक जाति के मुद्दों और समस्याओं पर लड़ाई लड़ी जाती है. जब भाजपा प्रशासन ने मुझे फर्जी आरोपों में गुजरात और असम में कैद कर लिया था, आधी रात को कांग्रेस के नेता मेरी मदद के लिए आए. गुजरात और असम में भी प्रदर्शन हुए. बता दें कि तीन साल पहले कांग्रेस जॉइन करने वाले हार्दिक पटेल ने पिछले बुधवार को पार्टी छोड़ दी. ऐसी अटकलें हैं कि वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो सकते हैं और इस साल के अंत में होने वाले राज्य चुनाव लड़ सकते हैं.
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