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बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए राज्य सरकार तैयार: असम आपदा प्रबंधन प्राधिकरण

असम में बाढ़ का कहर जारी है. लगातार बारिश के कारण 10 जिलों के कई इलाकों में पानी भर गया, जिससे 37,000 से अधिक लोग प्रभावित हुए है. एएसडीएमए के मुताबिक बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए राज्य सरकार तैयार है. कामरूप मेट्रोपॉलिटन जिले के धीरेनपाड़ा इलाके में भूस्खलन में मुख्तार अली नामक व्यक्ति की मौत हो गई है.

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असम बाढ़
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Published : Jun 18, 2023, 7:24 AM IST

Updated : Jun 18, 2023, 1:23 PM IST

गुवाहाटी: लगातार बारिश के बाद कई नदियों का जल स्तर बढ़ रहा है. असम के कुछ जिले बाढ़ के पहले दौर में प्रभावित हुए हैं. राज्य सरकार इससे निपटने के लिए तैयार है. किसी भी तरह की स्थिति से निपटने और सभी जिलों को अलर्ट रहने का निर्देश दिया. असम सरकार आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए भारतीय सेना, भारतीय वायु सेना (IAF), NDRF सहित सभी एजेंसियों के संपर्क में है.

बाढ़ से निपटने के लिए राज्य सरकार तैयार: असम आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) ज्ञानेंद्र देव त्रिपाठी ने राज्य सरकार द्वारा की गई बाढ़ की तैयारियों को लेकर बताया कि बाढ़ को लेकर स्थिति अभी नियंत्रण में हैं. यह बाढ़ की शुरुआत है लेकिन राज्य सरकार किसी भी तरह की स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है.

37,000 से अधिक लोग प्रभावित: असम में बारिश के कारण हुए भूस्खलन में एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि राज्य में बाढ़ की स्थिति शनिवार को बिगड़ गई. बारिश के कारण 10 जिलों के कई इलाकों में पानी भर गया, जिससे 37,000 से अधिक लोग प्रभावित हुए है. एक आधिकारिक बुलेटिन में यह जानकारी दी गई है.

असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) की रिपोर्ट के मुताबिक कामरूप मेट्रोपॉलिटन जिले के धीरेनपाड़ा इलाके में भूस्खलन में मुख्तार अली नामक व्यक्ति की मौत हो गई. स्थानीय अधिकारियों ने कहा कि एक आवासीय परिसर की चारदीवारी अली के आवास पर गिर गई, जिसके मलबे में दबकर उसकी मौत हो गई. घटना के समय वह सो रहा था.

रिपोर्ट में कहा गया है कि अब तक 37,535 लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. विश्वनाथ, दरांग, धेमाजी, डिब्रूगढ़, होजाई, लखीमपुर, नगांव, सोनितपुर, तिनसुकिया और उदलगुड़ी इस साल बाढ़ की पहली लहर से प्रभावित जिलों में शामिल हैं. शुक्रवार तक राज्य के सात जिलों में बाढ़ प्रभावित लोगों की संख्या 34,189 थी. लखीमपुर सबसे ज्यादा प्रभावित जिला रहा जहां 25,275 लोग बाढ़ की चपेट में हैं.

इससे पहले 16 जून को असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (ASDMA) ने गुरुवार को कहा था कि असम में स्थिति अभी भी गंभीर है. तब छह जिलों में लगभग 29,000 लोग बाढ़ से प्रभावित थे. ASDMA ने कहा था कि असम और अरुणाचल प्रदेश में लगातार बारिश के कारण, कई नदियों का जल स्तर बढ़ रहा है और लखीमपुर, धेमाजी, कामरूप, डिब्रूगढ़, कछार, नलबाड़ी, और 10 राजस्व मंडलों के तहत 25 गांवों और अन्य क्षेत्रों में पानी भर गया है.

16 जून को असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) ने बाढ़ को लेकर एक रिपोर्ट जारी की थी, जिसमें बाढ़ प्रभावित जिलों में बाढ़ के पानी ने 215.57 हेक्टेयर फसल भूमि को जलमग्न कर दिया था. अकेले लखीमपुर जिले में 1215 बच्चों सहित 23,516 लोग प्रभावित हुए थे. आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने कहा कि बाढ़ प्रभावित लखीमपुर जिले के जिला प्रशासन ने तीन राहत वितरण केंद्र स्थापित किए हैं. बाढ़ प्रभावित लोगों को बचाने के लिए बचाव दलों को तैनात किया गया है.

(एजेंसियां)

गुवाहाटी: लगातार बारिश के बाद कई नदियों का जल स्तर बढ़ रहा है. असम के कुछ जिले बाढ़ के पहले दौर में प्रभावित हुए हैं. राज्य सरकार इससे निपटने के लिए तैयार है. किसी भी तरह की स्थिति से निपटने और सभी जिलों को अलर्ट रहने का निर्देश दिया. असम सरकार आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए भारतीय सेना, भारतीय वायु सेना (IAF), NDRF सहित सभी एजेंसियों के संपर्क में है.

बाढ़ से निपटने के लिए राज्य सरकार तैयार: असम आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) ज्ञानेंद्र देव त्रिपाठी ने राज्य सरकार द्वारा की गई बाढ़ की तैयारियों को लेकर बताया कि बाढ़ को लेकर स्थिति अभी नियंत्रण में हैं. यह बाढ़ की शुरुआत है लेकिन राज्य सरकार किसी भी तरह की स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है.

37,000 से अधिक लोग प्रभावित: असम में बारिश के कारण हुए भूस्खलन में एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि राज्य में बाढ़ की स्थिति शनिवार को बिगड़ गई. बारिश के कारण 10 जिलों के कई इलाकों में पानी भर गया, जिससे 37,000 से अधिक लोग प्रभावित हुए है. एक आधिकारिक बुलेटिन में यह जानकारी दी गई है.

असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) की रिपोर्ट के मुताबिक कामरूप मेट्रोपॉलिटन जिले के धीरेनपाड़ा इलाके में भूस्खलन में मुख्तार अली नामक व्यक्ति की मौत हो गई. स्थानीय अधिकारियों ने कहा कि एक आवासीय परिसर की चारदीवारी अली के आवास पर गिर गई, जिसके मलबे में दबकर उसकी मौत हो गई. घटना के समय वह सो रहा था.

रिपोर्ट में कहा गया है कि अब तक 37,535 लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. विश्वनाथ, दरांग, धेमाजी, डिब्रूगढ़, होजाई, लखीमपुर, नगांव, सोनितपुर, तिनसुकिया और उदलगुड़ी इस साल बाढ़ की पहली लहर से प्रभावित जिलों में शामिल हैं. शुक्रवार तक राज्य के सात जिलों में बाढ़ प्रभावित लोगों की संख्या 34,189 थी. लखीमपुर सबसे ज्यादा प्रभावित जिला रहा जहां 25,275 लोग बाढ़ की चपेट में हैं.

इससे पहले 16 जून को असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (ASDMA) ने गुरुवार को कहा था कि असम में स्थिति अभी भी गंभीर है. तब छह जिलों में लगभग 29,000 लोग बाढ़ से प्रभावित थे. ASDMA ने कहा था कि असम और अरुणाचल प्रदेश में लगातार बारिश के कारण, कई नदियों का जल स्तर बढ़ रहा है और लखीमपुर, धेमाजी, कामरूप, डिब्रूगढ़, कछार, नलबाड़ी, और 10 राजस्व मंडलों के तहत 25 गांवों और अन्य क्षेत्रों में पानी भर गया है.

16 जून को असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) ने बाढ़ को लेकर एक रिपोर्ट जारी की थी, जिसमें बाढ़ प्रभावित जिलों में बाढ़ के पानी ने 215.57 हेक्टेयर फसल भूमि को जलमग्न कर दिया था. अकेले लखीमपुर जिले में 1215 बच्चों सहित 23,516 लोग प्रभावित हुए थे. आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने कहा कि बाढ़ प्रभावित लखीमपुर जिले के जिला प्रशासन ने तीन राहत वितरण केंद्र स्थापित किए हैं. बाढ़ प्रभावित लोगों को बचाने के लिए बचाव दलों को तैनात किया गया है.

(एजेंसियां)

Last Updated : Jun 18, 2023, 1:23 PM IST
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