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तेलंगाना : एप के जरिए कर्ज के जाल में फंसे तीन बेटियों के पिता ने जान दी - कर्ज के जाल

एप के जरिए कर्ज के जाल में फंसकर आत्महत्या के लिए मजबूर होने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है. हाल के दिनों में तेलंगाना में तीसरा मामला सामने आया है, जब एप कंपनियों की प्रताड़ना से परेशान होकर एक पिता ने जान दी.

चंद्रमोहन
चंद्रमोहन
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Published : Jan 2, 2021, 7:17 PM IST

Updated : Jan 2, 2021, 7:57 PM IST

हैदराबाद : एप के जरिए कर्ज के जाल में फंसकर जान गंवाने वालों का सिलसिला थम नहीं रहा है. तेलंगाना में अब तक कर्ज के कारण तीन लोगों ने जान दे दी है. हाल ही में चंद्रमोहन नाम के एक और व्यक्ति ने मौत को गले लगा लिया. बालानगर पुलिस ने मामला दर्ज किया है.

तीन बेटियों के पिता ने एक लाख रुपये लिया था लोन

कामारेड्डी जिले का रहने वाला चंद्रमोहन नौकरी के लिए हैदराबाद आया था. वह मेडचल के एक गोदाम में सुपरवाइजर था. तीन बेटियों के पिता चंद्रमोहन ने अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए नौ लोन कंपनियों के जरिए एक लाख रुपये लोन ले रखा था.

प्रताड़ित कर रही थीं एप लोन कंपनियां

चंद्रमोहन की पत्नी सरिता का आरोप है कि एप कंपनियां लोन अदा करने के लिए दबाव बना रही थीं. चंद्रमोहन को बार-बार फोन कर जलील किया जा रहा था. चंद्रमोहन ने पूरे मामले की शिकायत राष्ट्रीय साइबर अपराध शाखा में भी की थी, लेकिन कुछ न होने से परेशान होकर चंद्रमोहन ने पंखे से लटक कर जान दे दी. जिस दौरान चंद्रमोहन ने ये कदम उठाया सरिता नौकरी करने गई थी. सरिता का आरोप है कि लोन एप कॉल सेंटरों ने सीबीआई सुरक्षा के नाम वाले ह्वाट्सएप ग्रुप से संदेश भेजे.

एप के जरिए कर्ज के बोझ में दब रहे लोग

एप के जरिए कर्ज लेकर जरूरतें पूरी करने का चलन बढ़ता जा रहा है. वजह ये कि लोगों को आसानी से लोन मिल जाता है, लेकिन इसके खतरे भी ज्यादा हैं. वित्तीय कंपनियां एप के जरिए फोन कॉल पर एप डाउनलोड करवाकर लोन, तो दे देती हैं पर अदा न करने पर प्रताड़ित करने लगती हैं.

पढ़ें- एप के जरिए पैसे उधार ले रहे हैं तो हो जाएं सावधान, शर्मसार न होना पड़े

कंपनियां रिकवरी के लिए फोन कर जलील करती हैं. कई मामले ऐसे भी सामने आए कि ई-प्लेटफॉर्म पर बेइज्जत किया गया.

एप से लोन लोने वालों को आगाह किया था

भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व डिप्टी गवर्नर आर गांधी ने बीते दिनों एप के जरिए लोन लेने वालों को आगाह किया था. साथ ही एप लोन कंपनियों के लिए भी कहा था कि 'किसी को भी वसूली के मानक सिद्धांतों का उल्लंघन नहीं करना चाहिए. उन्हें उधारकर्ताओं की गरिमा का सम्मान करना होगा. उनके द्वारा अपनाए गए साधनों को मानवीय होना होगा.

पढ़ें- ऋण वसूली के लिए 'कोई भी' मानव गरिमा का उल्लंघन नहीं कर सकता: आर गांधी

हैदराबाद : एप के जरिए कर्ज के जाल में फंसकर जान गंवाने वालों का सिलसिला थम नहीं रहा है. तेलंगाना में अब तक कर्ज के कारण तीन लोगों ने जान दे दी है. हाल ही में चंद्रमोहन नाम के एक और व्यक्ति ने मौत को गले लगा लिया. बालानगर पुलिस ने मामला दर्ज किया है.

तीन बेटियों के पिता ने एक लाख रुपये लिया था लोन

कामारेड्डी जिले का रहने वाला चंद्रमोहन नौकरी के लिए हैदराबाद आया था. वह मेडचल के एक गोदाम में सुपरवाइजर था. तीन बेटियों के पिता चंद्रमोहन ने अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए नौ लोन कंपनियों के जरिए एक लाख रुपये लोन ले रखा था.

प्रताड़ित कर रही थीं एप लोन कंपनियां

चंद्रमोहन की पत्नी सरिता का आरोप है कि एप कंपनियां लोन अदा करने के लिए दबाव बना रही थीं. चंद्रमोहन को बार-बार फोन कर जलील किया जा रहा था. चंद्रमोहन ने पूरे मामले की शिकायत राष्ट्रीय साइबर अपराध शाखा में भी की थी, लेकिन कुछ न होने से परेशान होकर चंद्रमोहन ने पंखे से लटक कर जान दे दी. जिस दौरान चंद्रमोहन ने ये कदम उठाया सरिता नौकरी करने गई थी. सरिता का आरोप है कि लोन एप कॉल सेंटरों ने सीबीआई सुरक्षा के नाम वाले ह्वाट्सएप ग्रुप से संदेश भेजे.

एप के जरिए कर्ज के बोझ में दब रहे लोग

एप के जरिए कर्ज लेकर जरूरतें पूरी करने का चलन बढ़ता जा रहा है. वजह ये कि लोगों को आसानी से लोन मिल जाता है, लेकिन इसके खतरे भी ज्यादा हैं. वित्तीय कंपनियां एप के जरिए फोन कॉल पर एप डाउनलोड करवाकर लोन, तो दे देती हैं पर अदा न करने पर प्रताड़ित करने लगती हैं.

पढ़ें- एप के जरिए पैसे उधार ले रहे हैं तो हो जाएं सावधान, शर्मसार न होना पड़े

कंपनियां रिकवरी के लिए फोन कर जलील करती हैं. कई मामले ऐसे भी सामने आए कि ई-प्लेटफॉर्म पर बेइज्जत किया गया.

एप से लोन लोने वालों को आगाह किया था

भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व डिप्टी गवर्नर आर गांधी ने बीते दिनों एप के जरिए लोन लेने वालों को आगाह किया था. साथ ही एप लोन कंपनियों के लिए भी कहा था कि 'किसी को भी वसूली के मानक सिद्धांतों का उल्लंघन नहीं करना चाहिए. उन्हें उधारकर्ताओं की गरिमा का सम्मान करना होगा. उनके द्वारा अपनाए गए साधनों को मानवीय होना होगा.

पढ़ें- ऋण वसूली के लिए 'कोई भी' मानव गरिमा का उल्लंघन नहीं कर सकता: आर गांधी

Last Updated : Jan 2, 2021, 7:57 PM IST
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