नई दिल्ली : कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन (coron new variant omicron) पर दक्षिण अफ्रीकी चिकित्सा संघ की अध्यक्ष डॉ. एंजेलिक कोएत्जी ( South African Medical Assn Chairperson Angelique Coetzee,) ने कहा कि मैं हैरान हुईं क्योंकि मैंने इसकी उम्मीद नहीं की थी, काफी हफ्तों से कोरोना का कोई केस सामने नहीं आया था, ये हमारे लिए असामयिक था. मैंने मरीज़ों का टेस्ट करना शुरू किया, जिनमें ऐसे लक्षण थे जो सामान्य वायरल संक्रमण के नहीं थे.
दक्षिण अफ्रीकी चिकित्सा संघ की अध्यक्ष ने कहा कि ओमिक्रॉन से संक्रमित ज्यादातर मरीजों में थकान, शरीर में अकड़न देखने को मिल रहा है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इससे संक्रमित कुछ मरीजों में काफी तेज सिरदर्द और कमजोरी की भी शिकायत है.
डॉ. एंजेलिक कोएत्जी ने कहा कि इस वायरस से संक्रमित मरीजों ने सूंघने की क्षमता खत्म होने या फिर स्वाद न मिलने का जिक्र नहीं किया. इतना ही नहीं मरीजों ने नाक जाम होने और तेज बुखार का भी उल्लेखन नहीं किया. उन्होंने कहा कि ऐसे में हम यही कह सकते हैं कि प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल स्तर पर अमिक्रोन वरिएंट (omicron variant) डेल्टा वेरिएंट (delta variant) की तुलना में हल्का है, अस्पताल के स्तर पर, वह तस्वीर बदल सकती है, लेकिन अभी तो यह शुरुआती दिन हैं.
ओमीक्रोन से बचाव के क्या हैं सामान्य उपाय
- स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना का कोई भी वैरिएंट क्यों न हो, आपको सुरक्षित रहना है तो कुछ एहतियाती कदम जरूर उठाने होंगे.
- हर समय मास्क का उपयोग करना.
- सामाजिक दूरी के नियमों का सख्ती से पालन करना.
- वैक्सीन की दोनों डोज लेना.
- हैंड सेनिटाइजर का प्रयोग करें.
- जरूरी हो तभी यात्रा करें.
- डब्ल्यूएचओ के अनुसार आरटी-पीसीआर टेस्ट से इसके संक्रमण का पता लगाया जा सकता है
अभी तक की जानकारी के मुताबिक ओमीक्रोन के मरीजों में ऑक्सीजन की मात्रा बहुत तेजी से नहीं घटती है. उन्हें भर्ती करने की भी जरूरत नहीं पड़ी है.
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ओमीक्रोन को लेकर WHO ने क्या कहा
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने ओमीक्रोन को 'वेरिएंट ऑफ कंसर्न' (चिंताजनक) की कैटेगरी में डाला है. लेकिन अभी कुछ भी सही तरीके से स्पष्ट नहीं है. हालांकि, प्रारंभिक साक्ष्य इस बात की संभावना को बढ़ाते हैं कि इस वेरिएंट में ऐसे म्यूटेशन हैं जो इम्यून सिस्टम रिस्पॉन्स से बच सकते हैं और एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में इसे फैलाने की क्षमता को बढ़ा सकते हैं.
आपको बता दें कि कोरोना का यह वेरिएंट, जिसे ओमीक्रोन नाम दिया गया है. इसे बी.1.1.529 नाम दिया गया है. इसे सबसे पहले द. अफ्रीक में ट्रेस किया गया था.
(एजेंसी इनुपट)