रायपुर/बिलासपुर/कोरबा/सरगुजा: छत्तीसगढ़ में कोरोना की दूसरी और तीसरी लहर के दौरान बड़ी तबाही हुई थी.Omicron BF7 Variant in India यहां के अस्पतालों में बदइंतजामी की पोल खुल गई थी. अब कोरोना के BF.7 Variant की दस्तक देश में हो चुकी है. ऐसे में छत्तीसगढ़ में कोरोना के मोर्चे पर कैसी तैयारी है. आइए समझने की कोशिश करते हैं. Arrangements in Chhattisgarh to deal corona
रायपुर में कोरोना की नई लहर को लेकर क्या है तैयारी: राजधानी रायपुर के सबसे बड़े अंबेडकर अस्पताल में ईटीवी भारत ने अम्बेडकर अस्पताल की जनसंपर्क अधिकारी शुभ्रा सिंह से बात की. (Mock drill for Preparation to deal corona) उन्होंने बताया कि "कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए अस्पताल में पूरी तैयारी है. वर्तमान में अस्पताल में कोरोना संक्रमण का एक भी मरीज नहीं है. (Arrangements in Chhattisgarh to deal corona) अस्पताल में टेस्टिंग, डायग्नोसिस और ट्रीटमेंट को लेकर सारी व्यवस्था है. कोविड के Omicron BF.7 Variant से निपटने के लिए रायपुर के मेकाहारा में डेडिकेटेड कोविड वार्ड तैयार किया गया है. इस वार्ड में 60 सामान्य बेड हैं, 20 आईसीयू बेड हैं. वेंटीलेटर की व्यवस्था है. 4 ट्राइएज बेड है. कुल 6 नर्स स्टाफ और 6 डॉक्टर की टीम वार्ड की निगरानी में हैं. जिनमे 2 डॉक्टरों की ड्यूटी ओपीडी में शिफ्टवाइज लगाई जा रही है. वर्तमान में अस्पताल में 3000 पीपीई किट और N95 मास्क उपलब्ध कराए गए हैं. वहीं 1600 एंटीजन टेस्ट किट हैं. आने वाले दिनों में जब जरूरत होगी. आवश्यकतानुसार बेड की संख्या यहां बढ़ाई जा सकती है.रायपुर के मेकाहारा अस्पताल में ऑक्सीजन का भरपूर स्टॉक है.Omicron BF7 Variant in India
उर्जाधानी कोरबा में कैसे हैं हालात: उर्जाधानी कोरबा में कोरोना को लेकर मेडिकल कॉलेज अस्पताल ने कमान संभाल रखी है. (Medical college Korba ready to fight Corona) यहां डॉक्टरों को बेड की संख्या, ऑक्सीजन, मास्क और पीपीई किट की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं. कोरबा में ट्रॉमा सेंटर का संचालन पूर्व में बालाजी ग्रुप द्वारा किया जा रहा था. लेकिन अब यह ट्रामा सेंटर पूरी तरह से मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीन आ चुका है. खाली पड़े इसी ट्रामा सेंटर बिल्डिंग में 20 बिस्तर का नया आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है.(isolation ward ready in Korba) इस वार्ड में खासतौर पर कोरोना वायरस मरीजों के लिए 20 बेड तत्काल रेडी किए गए हैं. अस्पताल प्रबंधन ने बताया है कि मामले बढ़ने पर यहां 100 बेड तक की व्यवस्था हो सकती है. अस्पताल प्रबंधन केस बढ़ने की स्थिति में भी पुख्ता इंतजाम का दावा कर रहा है. कोरबा में तीसरी लहर के बाद ऑक्सीजन की कमी के बाद सभी अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट लगाए गए थे. मेडिकल कॉलेज अस्पताल कोरबा में भी ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किया गया है. यहां ऑक्सीजन के सिलेंडर पर्याप्त मात्रा में मौजूद हैं. मास्क और पीपीई किट की व्यवस्था भी की गई है. Chhattisgarh to deal corona virus cases
बिलासपुर के अस्पतालों में कोरोना से निपटने के इंतजाम: न्यायधानी बिलासपुर की बात करें तो यहां कोरोना की चौथी लहर (fourth wave of corona) से निपटने के लिए बिलासपुर संभागीय कोविड अस्पताल, सिम्स अस्पताल और बिलासपुर जिला अस्पताल में इंतजाम किेए गए हैं. जिले के कुल 45 अस्पतालों में 1198 बिस्तर कोरोना मरीजों के लिए रखने की बात कही जा रही है जो बिलासपुर की जनसंख्या के लिहाज से कम है. लेकिन इन सबकी अभी तैयारी नहीं हो पाई है. बिलासपुर में हालात पूरी तरह कंट्रोल में नहीं है. बिलासपुर में मात्र 116 वेंटीलेटर और 224 आईसीयू बेड है. अगर इससे ज्यादा मरीजों की हालत गंभीर हुई तो भगवान ही मालिक होगा. जिला अस्पताल को संभागीय कोविड-19 अस्पताल बनाया गया है. जहां मात्र 32 वेंटिलेटर बिस्तर हैं. जिनमें भी 12 बिस्तर वीआईपी के लिए आरक्षित किया गया है. ऐसे में आप खुद ही अंदाजा लगा सकते हैं कि मुट्ठी भर की व्यवस्था और कोरोना के नए वैरिएंट से लड़ने के लिए कैसी साबित होगी.danger of fourth wave of Corona
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स्वास्थ्य मंत्री के गढ़ सरगुजा में कैसे हैं इंतजाम: कोरोना से निपटने के लिए सभी राज्यों को तैयारी के निर्देश दिए गए हैं. ऐसे में ETV भारत की टीम ने अम्बिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल Ambikapur Medical College Hospital की पड़ताल की और जाना मॉक ड्रिल से पहले क्या तैयारी की गई है. प्रबंधन ने आईसीयू बेड, ऑक्सीजन प्लांट, ऑक्सीजन सिलेंडर को व्यवस्थित कर लिया है. टेस्टिंग की कैपिसिटी भी पर्याप्त है. वहीं वैक्सिनेशन का काम भी चल रहा है. टीम ने पड़ताल करते हुये सहायक अस्पताल अधीक्षक अर्पण सिंह चौहान Assistant Hospital Superintendent Arpan Singh Chauhan से बातचीत की. उन्होंने बताया कि व्यवस्थाएं दुरुस्त कर ली गई है. हमारे स्टाफ के आत्म बल से हम किसी भी स्थिति से निपटने को तैयार हैं. फिलहाल अस्पताल में 369 जम्बो सिलेंडर, 150 छोटे सिलेंडर, 4 आक्सीजन प्लांट 28 ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर उपलब्ध हैं. 42 बेड वेंटिलेटर कोविड के लिये चालू कर लिये गये हैं. इसके अतिरिक्त 85 बेड की वैकल्पिक व्यवस्था भी है. कोरोना की टेस्टिंग के लिए आरटीपीसीआर, ट्रू नाट जांच और रैपिड टेस्ट की सुविधा चालू हैं. वर्तमान में 26 हजार टेस्ट की व्यवस्था है.sarguja latest news