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WHO ने दी चेतावनी, तेजी से पैर पसार रहा है ओमीक्रोन का सब वैरिएंट BA.4 और BA.5

कोरोना के वैरिएंट में भी लगातार बदलाव हो रहा है और बड़ी तेजी से दुनिया भर में फैल रहे हैं. ओमीक्रोन का सब वैरिएंट BA.4 और BA.5 का प्रसार अभी तक 15 से अधिक देशों में हो चुका है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने सभी देशों से टेस्टिंग बढ़ाने और जीनोम सिक्वेंसिंग में तेजी लाने की अपील की है.

BA.5 sub-variants found in over a dozen countries
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Published : May 12, 2022, 7:15 PM IST

जेनेवा : ओमीक्रोन का सब वैरिएंट BA.4 और BA.5 बड़ी तेजी से पांव पसार रहा है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) में कोविड की निगरानी करने वाली टीम की चीफ मारिया वान केरखोव के अनुसार, इन दोनों वैरिएंट वैक्सीन से बने इम्यूनिटी को चकमा देकर संक्रमित कर सकते हैं. इससे कोरोना की नई लहर आ सकती है. इसके संक्रमण से रोकथाम के उपाय करने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सभी देशों से टेस्टिंग बढ़ाने और जीनोम सिक्वेंसिंग में तेजी लाने की अपील की है. डब्ल्यूएचओ के अनुसार, कोरोना के सब वैरिएंट BA.4 अभी तक 16 देशों में पहुंच चुका है और इसके अबतक 700 मामले दर्ज किए गए हैं. इसी तरह सब वैरिएंट BA.5 के 17 देशों में 300 केस सामने आए हैं. इसके अलावा BA.2.12.1 नामक एक अन्य ओमीक्रोन सबवैरिएंट भी 23 देशों में पाया गया है. मारिया वान केरखोव के अनुसार, राहत की खबर यह है कि सब वैरिएंट अपने ओरिजिनल वैरिएंट जितने खतरनाक नहीं होते हैं मगर इससे संक्रमण की स्पीड बढ़ जाती है. यह लोगों को बड़ी तेजी से अपनी चपेट में लेता है.

उन्होंने बताया कि पहचान होने के बाद से विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सब वैरिएंट BA.4 और BA.5 की निगरानी कर रहा है. डब्ल्यूएचओ को चिंता है कि यह उन देशों में बड़ी तेजी संक्रमण की दर को बढ़ा सकता है, जहां पहले ओमीक्रोन के BA.2 वैरिएंट की लहर ने तबाही मचाई थी. अभी तक इससे जुड़े स्टडी के नतीजे नहीं आए हैं मगर पता चला है कि सब वैरिएंट BA.4 और BA.5 वैरिएंट पिछले कोविड संक्रमण और वैक्सीनेशन के कारण शरीर में इम्यूनिटी को चकमा दे सकता है. इस कारण लोगों के दोबारा कोविड संक्रमित होने का खतरा बना रहेगा और नई लहर की आशंका भी बनी रहेगी. यूके हेल्थ सिक्युरिटी एजेंसी के अनुसार, 6 मई तक दक्षिण अफ्रीका में ही BA.4 के 395 और BA.5 134 मामले मिले थे.

रिपोर्ट के अनुसार, अब दोनों वैरिएंट ऑस्ट्रिया, यूके, यूएस, डेनमार्क, बेल्जियम, इजरायल, जर्मनी, इटली, कनाडा, फ्रांस, नीदरलैंड, ऑस्ट्रेलिया, स्विट्जरलैंड, बोत्सवाना, पुर्तगाल, ए बेल्जियम, हांगकांग, कनाडा, इजरायल, नॉर्वे, पाकिस्तान, स्पेन और स्विट्जरलैंड में पाए गए हैं. जीनोम सिक्वेसिंग से पता चला है कि अभी तक इससे संक्रमित मरीजों की संख्या कम है मगर ये वैरिएंट बड़ी तेजी से देशों की सीमा पार कर रहे हैं. मारिया वान केरखोव के अनुसार, BA.2.12.1 नामक एक अन्य ओमीक्रोन सबवैरिएंट भी 23 देशों में पाया गया है. जीनोम सिक्वेंसिंग रिपोर्ट से पता चला है कि इस सब वैरिएंट सबसे अधिक 9000 मामले अमेरिका में हैं. सेंटर फॉर डिजीज एंड प्रेवेंशन के मुताबिक, 7 मई तक BA.2.12.1 वैरिएंट के 42.6 प्रतिशत नए मामले यूएस में ही मिले. इसका ट्रांसमीशन रेट BA.2 की तरह है. उन्होंने सभी देशों से आग्रह किया है कि BA.2.12.1, BA.4 और BA.5 की निगरानी के लिए जीनोम सिक्वेसिंग और कोविड टेस्ट जारी रखें.

पढ़ें : कोरोना के साइड इफेक्ट, रिकवरी करने वाले 50 फीसदी लोग 2 साल बाद भी लक्षणों से परेशान

जेनेवा : ओमीक्रोन का सब वैरिएंट BA.4 और BA.5 बड़ी तेजी से पांव पसार रहा है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) में कोविड की निगरानी करने वाली टीम की चीफ मारिया वान केरखोव के अनुसार, इन दोनों वैरिएंट वैक्सीन से बने इम्यूनिटी को चकमा देकर संक्रमित कर सकते हैं. इससे कोरोना की नई लहर आ सकती है. इसके संक्रमण से रोकथाम के उपाय करने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सभी देशों से टेस्टिंग बढ़ाने और जीनोम सिक्वेंसिंग में तेजी लाने की अपील की है. डब्ल्यूएचओ के अनुसार, कोरोना के सब वैरिएंट BA.4 अभी तक 16 देशों में पहुंच चुका है और इसके अबतक 700 मामले दर्ज किए गए हैं. इसी तरह सब वैरिएंट BA.5 के 17 देशों में 300 केस सामने आए हैं. इसके अलावा BA.2.12.1 नामक एक अन्य ओमीक्रोन सबवैरिएंट भी 23 देशों में पाया गया है. मारिया वान केरखोव के अनुसार, राहत की खबर यह है कि सब वैरिएंट अपने ओरिजिनल वैरिएंट जितने खतरनाक नहीं होते हैं मगर इससे संक्रमण की स्पीड बढ़ जाती है. यह लोगों को बड़ी तेजी से अपनी चपेट में लेता है.

उन्होंने बताया कि पहचान होने के बाद से विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सब वैरिएंट BA.4 और BA.5 की निगरानी कर रहा है. डब्ल्यूएचओ को चिंता है कि यह उन देशों में बड़ी तेजी संक्रमण की दर को बढ़ा सकता है, जहां पहले ओमीक्रोन के BA.2 वैरिएंट की लहर ने तबाही मचाई थी. अभी तक इससे जुड़े स्टडी के नतीजे नहीं आए हैं मगर पता चला है कि सब वैरिएंट BA.4 और BA.5 वैरिएंट पिछले कोविड संक्रमण और वैक्सीनेशन के कारण शरीर में इम्यूनिटी को चकमा दे सकता है. इस कारण लोगों के दोबारा कोविड संक्रमित होने का खतरा बना रहेगा और नई लहर की आशंका भी बनी रहेगी. यूके हेल्थ सिक्युरिटी एजेंसी के अनुसार, 6 मई तक दक्षिण अफ्रीका में ही BA.4 के 395 और BA.5 134 मामले मिले थे.

रिपोर्ट के अनुसार, अब दोनों वैरिएंट ऑस्ट्रिया, यूके, यूएस, डेनमार्क, बेल्जियम, इजरायल, जर्मनी, इटली, कनाडा, फ्रांस, नीदरलैंड, ऑस्ट्रेलिया, स्विट्जरलैंड, बोत्सवाना, पुर्तगाल, ए बेल्जियम, हांगकांग, कनाडा, इजरायल, नॉर्वे, पाकिस्तान, स्पेन और स्विट्जरलैंड में पाए गए हैं. जीनोम सिक्वेसिंग से पता चला है कि अभी तक इससे संक्रमित मरीजों की संख्या कम है मगर ये वैरिएंट बड़ी तेजी से देशों की सीमा पार कर रहे हैं. मारिया वान केरखोव के अनुसार, BA.2.12.1 नामक एक अन्य ओमीक्रोन सबवैरिएंट भी 23 देशों में पाया गया है. जीनोम सिक्वेंसिंग रिपोर्ट से पता चला है कि इस सब वैरिएंट सबसे अधिक 9000 मामले अमेरिका में हैं. सेंटर फॉर डिजीज एंड प्रेवेंशन के मुताबिक, 7 मई तक BA.2.12.1 वैरिएंट के 42.6 प्रतिशत नए मामले यूएस में ही मिले. इसका ट्रांसमीशन रेट BA.2 की तरह है. उन्होंने सभी देशों से आग्रह किया है कि BA.2.12.1, BA.4 और BA.5 की निगरानी के लिए जीनोम सिक्वेसिंग और कोविड टेस्ट जारी रखें.

पढ़ें : कोरोना के साइड इफेक्ट, रिकवरी करने वाले 50 फीसदी लोग 2 साल बाद भी लक्षणों से परेशान

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