लखनऊ : उत्तर प्रदेश के एटा जिले में मानवता को शर्मसार करने वाली एक तस्वीर सामने आई है. यहां जिला महिला अस्पताल में बने नॉन कोविड वार्ड में भर्ती एक 92 वर्षीय बुजुर्ग को बेड़ी के सहारे बेड में बांधकर उसका इलाज किया जा रहा है. बेड़ी का एक सिरा बुजुर्ग के पैर में बंधा है, जबकि दूसरा सिरा बेड से बांधा गया है. साथ ही बुजुर्ग के हाथों को कपड़े के सहारे बेड से बांधा गया है. तस्वीर में दिख रहा है कि बुजुर्ग के नाक पर ऑक्सीजन मास्क लगा हुआ है और उसे ड्रिप चढ़ाई जा रही है.
डीजी जेल ने लिया मामले का संज्ञान
इस बुजुर्ग का नाम बाबूराम पुत्र बलवंत सिंह निवासी हाबिबपुर थाना सकीट है, जो कई वर्षों से जिला जेल में बंद है. बताया जा रहा है कि, जेल में बंद बाबूराम की 13 मई को अचानक तबीयत बिगड़ गयी थी. इसके बाद कुछ पुलिस कर्मियों की अभिरक्षा में बाबूराम को अस्पताल भेजा गया, जहां अस्पताल में भर्ती बाबूराम को बेड़ियों में बांधकर उसका इलाज किया जा रहा है.
मानवीय संवेदना को झकझोर देने वाली ये तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है. इस तस्वीर के वायरल होने के बाद उत्तर प्रदेश के डीजी जेल आनंद कुमार ने भी इसका संज्ञान लिया है.
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आरोपी पुलिस कर्मियों के खिलाफ होगी कार्रवाई
वहीं इस मामले में एटा के जेल अधीक्षक राजीव कुमार ने बताया कि बुजुर्ग बाबूराम की तबीयत बिगड़ने के बाद उसे अस्पताल भेजा गया था. पुलिस कर्मियों की लापरवाही के चलते ऐसी घटना हुई है. जांच रिपोर्ट आने के बाद आरोपी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.