लखनऊ : मदुरै में यार्ड में खड़े ट्रेन के कोच में सिलेंडर के ब्लास्ट होने से लगी आग के मामले की जांच शुरू हो गई है. इसकी आंच पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मंडल पर भी आ सकती है. 17 अगस्त को ट्रेन पूर्वोत्तर रेलवे के लखनऊ जंक्शन से ही रवाना हुई थी. यहां पर यात्रियों के सामान की जांच की ही नहीं गई थी. अंदेशा जताया जा रहा है कि ट्रेन में यात्री सिलेंडर रखकर लखनऊ से ही ले गए थे.
रेलवे के दक्षिणी सर्किल के रेल संरक्षा आयुक्त एएम चौधरी ने मदुरै स्टेशन के यार्ड में खड़ी प्राइवेट बुक कोच में सिलेंडर के विस्फोट से लगी आग की घटना की जांच प्रारंभ कर दी है. सूत्रों के मुताबिक, उन्होंने रविवार और सोमवार को यार्ड में खड़े कोच में लगी आग की घटना के कई साक्ष्याें को देखने के साथ वहां रेलकर्मियों के बयान दर्ज किए. मदुरै स्टेशन की आरपीएफ केस डायरी में एलपीजी सिलेंडर के कारण आग लगने की बात कही गई है. अब पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के अधिकारियों से रेल संरक्षा आयुक्त भी पूछताछ कर सकते हैं. आरपीएफ कंट्रोल रूम से 17 अगस्त की लखनऊ जंक्शन की शाम 3:45 से 4:20 बजे तक की सीसीटीवी फुटेज को सुरक्षित रखने के आदेश दिए गए हैं. इस हादसे में लखीमपुर खीरी और हरदोई के एक-एक यात्री, लखनऊ के दो और सीतापुर के पांच यात्रियों की मौत हो गई थी. सीतापुर के भसीन टूर एंड ट्रैवल्स ने लखनऊ से दक्षिण भारत के दर्शन के लिए स्लीपर की प्राइवेट बोगी बुक कराई थी. पूर्वोत्तर रेलवे ने आइआरसीटीसी के पत्र पर साल 2011 में बनी हुई स्लीपर की कनवेंशनल बाेगी आवंटित की थी. इस कोच को 17 अगस्त को ट्रेन 16094 लखनऊ-चेन्नई एक्सप्रेस से रवाना किया गया था. रेलवे ने एक बोगी लगाने के लिए चेन्नई एक्सप्रेस का प्लेटफार्म ही बदल दिया था. इस ट्रेन को प्लेटफार्म नंबर दो की जगह प्लेटफार्म छह से रवाना किया गया था. लखनऊ से 72 सीटों वाली इस बोगी से 65 यात्री रवाना हुए थे. इसमें भसीन टूर एंड ट्रैवल्स का मालिक हरीश कुमार भसीन और खाना बनाने में उसके दो स्टाफ भी शामिल थे.
सीआरएस ने इस बीच मदुरै में जांच शुरू की है. वहां तैनात रेलकर्मियों के बयान दर्ज किए हैं. आरपीएफ की तरफ से आयुक्त को गैस सिलेंडर के कोच में पिछले स्टेशनों से ही रखे जाने की बात कही गई है. इसके बाद अब लखनऊ के अधिकारियों में खलबली मची हुई है. सीआरएस जांच के लिए रेलवे बोर्ड ने सीसीटीवी फुटेज को सुरक्षित रखने के आदेश दिए हैं. इसके बाद अब चाहकर भी पूर्वोत्तर रेलवे के अधिकारी इसमें कोई घालमेल भी नहीं कर सकते हैं.
45 मिनट के लिए रोक दी मेमू, यात्रियों का हंगामा : कानपुर से चलकर लखनऊ आने वाली मेमू ट्रेन नंबर 04296 सोमवार को तय समय पर मानकनगर रेलवे स्टेशन पहुंची, लेकिन मवैया पर आकर ट्रेन खड़ी हो गई. करीब 45 मिनट खड़े रहने तक मेमू न चलने से दैनिक यात्रियों ने पायलट के केबिन पर चढ़कर हल्ला मचाया. इस दौरान स्कूली छात्र, बच्चे गोद में लिए महिलाएं और बुजुर्ग यात्री रेल की पटरियों पर उतर गए. इसके बाद ट्रेन मवैया से चारबाग के लिए आगे बढ़ी.