नई दिल्ली: नई दिल्ली स्थित भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) और केंद्र सरकार के अन्य अस्पतालों के चिकित्सकों का एक दल ओडिशा रेल हादसे में घायल हुए लोगों को चिकित्सकीय मदद मुहैया कराने के लिए भारतीय वायुसेना के एक विशेष विमान से भुवनेश्वर भेजा गया है. आधिकारिक सूत्रों ने रविवार को यह जानकारी दी. सूत्रों ने बताया कि यह दल दवाइयां और अन्य अहम चिकित्सकीय उपकरण लेकर गया है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ओडिशा में हैं और वह हादसा पीड़ितों को मुहैया कराई जा रही चिकित्सकीय सहायता का जायजा लेने के लिए रविवार को एम्स भुवनेश्वर और कटक चिकित्सा महाविद्यालय का दौरा करेंगे. इससे पहले, मांडविया ने शनिवार को कहा था कि राहत अभियान में मदद के लिए एम्स भुवनेश्वर के चिकित्सकों को बालासोर में दुर्घटनास्थल के साथ-साथ कटक के उस अस्पताल के लिए रवाना किया गया है, जहां घायलों का इलाज किया जा रहा है.
प्रारंभिक जांच रिपोर्ट सौंपी
ओडिशा रेल हादसे को लेकर प्रारंभिक जांच रिपोर्ट सौंप दी गई है. जांचकर्ता मानवीय त्रुटि, सिग्नल फेल होने और अन्य संभावित पहलुओं से जांच कर रहे हैं. वहीं पीएम मोदी ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का वादा किया है.
पीएम मोदी बोले- दर्द बयां करने के लिए शब्द नहीं
शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुर्घटनास्थल का दौरा किया और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के साथ-साथ आपदा प्रबंधन दलों के अधिकारियों ने उन्हें जानकारी दी. उन्होंने अस्पताल में कुछ घायलों से भी मुलाकात की. मोदी ने कहा कि अपना दर्द बयां करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं. रेल हादसे के लिए दोषी पाये जाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. किसी को बख्शा नहीं जाएगा.'
बालासोर जिले में शुक्रवार की शाम लगभग सात बजे शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस और बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन के पटरी से उतरने और एक मालगाड़ी से टकराने के कारण यह हादसा हुआ, जिसमें कम से कम 288 लोगों की मौत हो गई और 1,100 से अधिक यात्री घायल हो गए.
(पीटीआई-भाषा)